भारतीय क्रिकेट टीम के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इंग्लैंड के खिलाफ वनडे सीरीज के आखिरी मैच में शतक जड़कर रिकॉर्ड की झड़ी लगा दी है। इस मैच में उन्होंने अपने दम पर टीम इंडिया को ऐतिहासिक जीत दिलाई है, साथ ही बतौर विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ टीम इंडिया के सबसे बड़े खिलाड़ी बनते जा रहे हैं। इस शतकीय पारी की बदौलत ऋषभ पंत ने वो कारनामा कर दिखाया है जो कि टीम इंडिया के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी नहीं कर पाए हैं।
Rishabh Pant टेस्ट और वनडे में किया अनोखा कारनामा
बीते 1 साल से ऋषभ पंत (Rishabh Pant) टीम इंडिया के लिए सबसे बड़े मैच विनर बनकर उभरे हैं। टेस्ट क्रिकेट में तो अब उन्हें महज 24 साल की आयु में लिजेंड की श्रेणी में रखना शुरू कर दिया है। साथ ही अब इंग्लैंड के खिलाफ उन्होंने सीरीज के फाइनल मैच में शतक जड़कर आलोचकों की जुबान पर भी ताला लगा दिया है।
इस मैच में उन्होंने नाबाव 125 रनों की पारी खेली है, जिसके चलते अब वे इंग्लैंड की धरती पर टेस्ट और वनडे मैच में शतक जड़ने वाले पहले एशियाई विकेटकीपर बल्लेबाज बन गए हैं। इससे पहले ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इसी दौरे पर एजबेस्टन के मैदान में टेस्ट सीरीज के आखिरी मुकाबले में शतक जड़ा था
Rishabh Pant एशिया के बाहर सबसे ज्यादा शतक लगाने वाले बल्लेबाज
इसके साथ ही ऋषभ पंत (Rishabh Pant) एशिया के बाहर सबसे ज्यादा शतक जड़ने वाले भारतीय विकेटकीपर बल्लेबाज भी बन गए हैं। यहां तक कि इस मामले में उनके आसपास भी कोई नहीं है। ऋषभ अबतक अपने करियर में एशिया के बाहर 5 शतक जड़ चुके हैं, बाकी सभी भारतीय विकेटकीपर के नाम सिर्फ 1-1 ही शतक है। नीचे आप सभी खिलाड़ियों की सूची देख सकते हैं।
भारतीय विकेटकीपर द्वारा सर्वाधिक 100s (एशिया के बाहर)
5 – ऋषभ पंत*
1 – राहुल द्रविड़
1 – केएल राहुल
1 – रिद्धिमान साहू
1 – अजय रात्रा
1 – वी मांजरेकर
39 साल बाद टीम इंडिया को मैनचेस्टर में मिली जीत
अंत में बात की जाए मैच की तो इंग्लैंड और भारत के बीच इस ऐतिहासिक सीरीज का अंत भी शानदार रहा है। मैन्चेस्टसर के मैदान पर खेलते हुए टीम इंडिया ने 39 साल बाद जीत हासिल की है। भारतीय कप्तान रोहित शर्मा ने इस मैच में इंग्लिश टीम को पहले बल्लेबाजी करने का न्योता दिया था।
इंग्लैंड ने एक खराब शुरुआत के बाद अपने कप्तान जोस बटलर की कप्तानी पारी के बूते 259 रन बनाए थे। जिसका पीछा करते हुए टीम इंडिया ने अपने टॉप-3 बल्लेबाजों को सस्ते में गंवाने के बावजूद लक्ष्य को 5 विकेट शेष रहते हासिल कर लिया।