ऑस्ट्रेलिया (Australia) के पूर्व कप्तान रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) ने आगामी एशेज सीरीज को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. ये श्रृंखला दोनों टीमों के बीच 8 दिसंबर से शुरू होगी. दोनों ही टीमें इसे जीतकर आगे बढ़ना चाहेंगी. वहीं इंग्लैंड की बात करें तो आखिरी बार उन्होंने 2010/11 में जीत हासिल की थी. इसके बाद से अंग्रेजी टीम को सिर्फ हार का सामना करना पड़ा है. इन्हीं आंकड़ों को ध्यान में रखते हुए रिकी पोंटिंग ने जो रूट (Joe Root) को लेकर भी अपनी राय दी है.
इंग्लैंड के पास नहीं है ज्यादा अच्छे क्वालिटी के प्लेयर
दरअसल पूर्व ऑस्ट्रेलियाई कप्तान का मानना है कि आगामी एशेज में इस बार इंग्लैंड के कप्तान जो रूट पर ज्यादा दबाव होगा. यूं तो अंग्रेजी टीम के कप्तान शानदार फॉर्म में हैं. लेकिन, टीम का टॉप ऑर्डर इतना भी मजबूत नहीं है. यही कारण है कि कप्तान के ऊपर टीम ज्यादा डिपेंड होगी. हालांकि बेन स्टोक्स की लंबे वक्त बाद इस श्रृंखला में वापसी हो रही है लेकिन, इसके बावजूद रूट पर अंग्रेजी टीम की बल्लेबाजी का ज्यादा दबाव होगा.
रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) कहना है कि बेहतरीन फॉर्म में चल रहे जो रूट दबाव की स्थिति में होंगे क्योंकि उनके पास उतने शानदार बल्लेबाज नहीं हैं जो उनके इर्द-गिर्द रन बना सकें. इस मसले पर अपनी बात रखते हुए उन्होंने कहा,
"मुझे लगता है कि इस बार जो रूट के ऊपर सबसे ज्यादा दबाव होगा क्योंकि उनके पास इस बार उतने बेहतरीन क्वालिटी वाले प्लेयर नहीं हैं. मुझे लगता है कि वो हमारे बारे में भी ऐसा ही कहेंगे लेकिन, मेरे मुताबिक उनका टॉप ऑर्डर उतना अच्छा नहीं है. अगर इंग्लैंड के टॉप ऑर्डर के बल्लेबाजों ने अच्छी शुरूआत नहीं दी तो फिर जो रूट के ऊपर दबाव लगातार बढ़ता जाएगा."
दोनों टीमों की ओर से दिग्गज कर रहे हैं भविष्यवाणी
फिलहाल एशेज सीरीज का आगाज होने में सिर्फ 4 दिन का वक्त बाकी रह गया है लेकिन, उससे पहले ही दोनों टीमों की ओर से लगातार दिग्गज अपनी-अपनी प्रतिक्रिया दे रहे हैं. एक तरफ जहां रिकी पोंटिंग (Ricky Ponting) इंग्लैंड को कमजोर बताने की कोशिश में लगे हैं तो वहीं अंग्रेजी टीम के पूर्व स्पिनर मोंटी पनेसर भी अपनी प्रतिक्रिया देने से पीछे नहीं हट रहे हैं.
उन्होंने हाल ही में अपने बयान में कहा था कि इस बार इंग्लैंड का पलड़ा भारी होगा. इसके पीछे की एक बड़ी वजह उन्होंने टीम के नए कप्तान को भी बताया है. हाल ही में टिम पेन ने सेक्टिंग स्कैंडल में नाम आने के बाद कप्तानी के पद से इस्तीफा दे दिया था. इसके बाद उनकी जगह ऑस्ट्रेलिया टीम की कमान तेज गेंद पैट कमिंस के हाथों में सौंपी गई है. यही वजह है कि इंग्लैंड के दिग्गज इसे कंगारूओं की कमजोरी मान रहे हैं.