इस देश ने शुरू किया था रिवर्स स्विंग का सफर, आज पूरा विश्व भुगत रहा हैं इसकी सजा
Published - 29 Mar 2018, 04:03 AM

पाकिस्तान के हर दुसरे घर में गेंदबाज पैदा होता है ऐसी कहावत है. ऐसा इसलिए क्योकि विश्व क्रिकेट में पाकिस्तान के गेंदबाजों ने खूब सुर्खियां बटोरी हैं. कभी अपने शानदार गेंदबाजी की वजह तो कभी गलत हरकतों से. आज के दौर में तेज़ गेंदबाज रिवर्स स्विंग कराने की बड़ी कोशिशें करता है. इसे भी पाकिस्तान ने ही इजात किया था.
सबसे पहले 1970 के दशक में पाकिस्तान के पेसर सरफराज नवाज ने रिवर्स स्विंग फेंकी थी. इंटरनेशनल क्रिकेट में रिवर्स स्विंग की शुरुआत पाकिस्तान ने की. इस दौर में सरफराज इसे इस्तेमाल करने वाले पहले गेंदबाज माने गए. इमरान खान ने भी उसी समय इसे सीखा।.
क्या होता है रिवर्स स्विंग जब तक गेंद नई होती है तो उसे इन-स्विंग (गिरने के बाद बल्लेबाज की तरफ आने वाली गेंद) या आउट-स्विंग (गिरने के बाद बल्लेबाज से दूर जाने वाली गेंद) कराना आसान होता है. लेकिन ज्यों-ज्यों गेंद पुरानी होती जाती है तेज गेंदबाजों की लिए स्विंग कराना काफी मुश्किल होता जाता है. गेंद की चमक कम हो जाने के बाद उसकी ऊपरी सतह खुरदरी हो जाती है जिससे गेंद को स्विंग कराने में दिक्कत होती है. रिवर्स स्विंग की खूबी ये है कि ये 20-30 ओवर पुरानी गेंद से कराई जाती है. जैसा कि नाम है इसमें तेज गेंदबाज गेंद को इन-स्विंग के एक्शन से आउट-स्विंग कराते हैं और आउट-स्विंग के एक्शन से इन-स्विंग. यानी बल्लेबाज ये भांप नहीं पाता कि गेंद किस दिशा में स्विंग करने वाली है.
छेड़छाड़ में सबसे आगे पाकिस्तान
बॉल से छेड़छाड़ करने के मामले में पाकिस्तान सबसे ज्यादा बार फंसा है. पाकिस्तानी प्लेयर्स 1992, 2000, 2002, 2006 और 2010 में बॉल टेम्परिंग करते हुए फंस चुके हैं. ऑस्ट्रेलिया के डेनिस लिली ने भी इस आर्ट को कुछ हद तक सीखा. इमरान खान से यह कला वसीम अकरम और वकार यूनुस तक पहुंची. 90 के दशक में इन दोनों गेंदबाजों ने रिवर्स स्विंग से पूरी दुनिया में तहलका मचा दिया.
बीते दिनों में बॉल को रिवर्स स्विंग कराने के लिए अब टीमें बॉल से छेड़छाड़ करने लगी है. हाल ही में पूरी ऑस्ट्रेलियाई टीम भी इस विवाद में फंसी है. असल में रिवर्स स्विंग बॉल खेलने में बैट्समैन को काफी परेशानी होती है. ऐसे में बॉलिंग कर रही टीम के लिए ये बहुत फायदेमंद साबित होती है.
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