बांग्लादेश के खिलाफ खेले गए तीसरे वनडे मैच में युवा विकेटकीपर-बल्लेबाज ईशान किशन (Ishan Kishan) ने पूरी दुनिया को इस बात का प्रमाण दे दिया है कि वह आने वाले समय में टीम के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में से एक होते हैं। उन्होंने विदेशी जमीन पर खेले गए मुकाबले में अपनी आक्रमता और धैर्य का नजराना पूरी दुनिया के सामने पेश किया।
उनकी इस पारी को देखने के बाद फैंस उनकी तुलना पूर्व कप्तान एमएस धोनी के साथ करते नजर आए। जिसके बाद माही के कोच के.आर. बनर्जी ने एक इंटरव्यू के दौरान उन पहलुओं के बारे में खुलासा किया जो ईशान को धोनी जैसा एक बेहतर खिलाड़ी साबित करते हैं।
Ishan Kishan को बेहतर साबित करने वाले पहलुओं का बनर्जी ने किया खुलासा
दरअसल, दैनिक समाचार पत्र हिंदुस्तान के साथ बातचीत के दौरान जब एमएस धोनी के कोच बनर्जी से ये पूछा गया कि ऐसे कौन-सी खूबियां है जो ईशान किशन (Ishan Kishan) को श्रेष्ठ बनाती है। तो ऐसे में उन्होंने जवाब दिया कि ईशान की पांच खूबियां हैं जो उन्हें महान खिलाड़ी बनाती है। रोहित और विराट जैसे खिलाड़ी उन पर भरोसा कर रहे हैं तो जाहिर सी बात है कि ईशान में काबिलियत है। वह हर मैच को कहा मानकर खेलता है। अगर वह ऐसा ही प्रदर्शन करता रहा तो उसको वनडे वर्ल्ड कप टीम का हिस्सा अवश्य बनाया जाएगा।
ये 5 खूबियां बनाती हैं Ishan Kishan को श्रेष्ठ खिलाड़ी
अगर धोनी के कोच की बातों पर गौर किया जाए तो ईशान को ये बातें खास बनाती है:
1. धोनी की भांति हैं निडर
जैसे की बांग्लादेश के खिलाफ मुकाबले में देखा गया कि ईशान किशन किसी भी प्रकार के गेंदबाज को खेलने से कतराते नहीं हैं। वह बाउंसर को भी आराम से पुल और हूक खेल लेते हैं। उन्हें इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता हैं कि कौन-सा गेंदबाज उनके सामने हैं। उनकी यही खूबी उनहनें उन्हें अन्य खिलाड़ियों से अलग बनाती है। उन्होंने मैच खत्म होने के बाद खुद भी इस बात का खुलासा किया था कि वह छक्के-चौके जड़कर सेंचुरी पूरी करना चाहते थे, लेकिन विराट की सलाह मानकर उन्होंने ऐसा नहीं किया।
2. गलती से सीखने की है कला
ईशान किशन (Ishan Kishan) ने टीम से दूर रहकर अपनी बल्लेबाजी में धार लाई है। उन्होंने अपने खेल को बदल दिया है। दरअसल, रांची में हुए मुकाबले में वह जल्दबाजी के चक्कर में महज 7 रन से शतक जड़ने से चूक गए थे। लेकिन बांग्ला के खिलाफ तीसरे वनडे मैच में 96 रन बनाते ही उन्होंने अपनी शैली बदल ली और इतिहास रच डाला। यानि कि अपनी गलती से सीखने की कला है उनमें। बहुत ही कम खिलाड़ी ऐसा होते हैं जो अपनी गलती से सीखते हैं।
3. लेफ्ट हैंडर बैटर होने का जानते हैं फायदा उठाना
ईशान किशन (Ishan Kishan) टीम इंडिया के दाहिने बल्लेबाजों में से एक हैं और वह इसका फायदा उठाना बखूबी जानते हैं। दरअसल, गेंदबाजों को बाएं हाथ के बल्लेबाज को तंग करने में काफी परेशानी होती है। इसी वजह से वह किसी भी प्रकार की गेंद को बड़ी सरलता से खेल लेते हैं।
4. विकेट पर चीते जैसे हैं फुर्तीले
ईशान किशन (Ishan Kishan) विकेट पर चीते के जैसे फुर्तीले हैं। वह डबल व सिंगल रन लेना तो जानते है, लेकिन उन्हें इससे ज्यादा भरोसा छक्के-चौकों पर है। वह मैच में छक्के-चौकों की बारिश कर खेलना पसंद करते हैं। पर हर गेंद पर ऐसा कर पाना मुमकिन नहीं। इसलिए ईशान जब भी डबल या सिंगल बटोरते हैं तो वह बिजली की रफ्तार जैसे तेज विकेट पर दौड़ते हैं। जोकि आजकल टीम इंडिया में बहुत ही कम देखने को मिल रहा है।
5. धोनी की तरह हैं विकेटकीपर
एक और खूबी जो उनकी धोनी से मेल खाती है, वो है विकेटकीपिंग। ईशान (Ishan Kishan) विकेटकीपिंग में लगभग धोनी जैसे ही हैं। उन्होंने बल्लेबाजी में तो खुद को सर्वश्रेष्ठ साबित कर दिया। लेकिन वह आईपीएल के दौरान कई मौकों पर ये भी दिखा चुके हैं कि वह विकेटकीपर के रूप में भी अच्छे हैं। ऐसे में टीम को उनकी बल्लेबाजी के साथ-साथ विकेटकीपिंग का भी फायदा मिल सकता है।