आरसीबी को ढूँढना होगा इन 3 बड़ी समस्याओं का समाधान, नहीं तो फिर टूट सकता है ट्रॉफी का सपना
Published - 03 May 2021, 06:31 PM

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IPL 2021 का सीजन जारी है अब तक इस सीजन के 29 मुकाबले खेले जा चुके हैं. इस साल जहां कुछ टीमों का प्रदर्शन बेहद खराब रहा है तो वहीं कई टीमों ने बेहतरीन परफॉर्मेंस किया है. इनमें से एक नाम आरसीबी (RCB) टीम का भी रहा है. जिसने इस सीजन में अब तक कुल 7 मुकाबले खेले हैं, जिनमें से विराट टीम को कुल 5 मैचों में जीत हासिल हुई है. जबकि दो मुकाबलों में हार का सामना करना पड़ा है.
इसका बड़ा मीडिल ऑर्डर का फेल होना रहा है. अंक तालिका में टीम भले ही पहले स्थान पर पहुंच चुकी है लेकिन इसके बाद भी टीम में तीन बड़ी समस्या है जिसका समाधान प्लेऑफ के आने से पहले ही टीम के लिए निकालना बेहद जरूरी होगा. नहीं तो फ्रेंचाइजी के ट्रॉफी जीतने का सपना टूट सकता है.
तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की रही बड़ी समस्या
इस लिस्ट में टीम की पहली समस्या के बारे में बात करें तो वो तीसरे नंबर की बल्लेबाजी रही है. किसी भी टीम के लिए ओपनिंग जोड़ी के साथ नंबर तीन की भी बल्लेबाजी भी खास महत्व रखती है. क्योंकि शुरूआत अच्छी होने के बाद अगर तीसरे नंबर की बल्लेबाजी भी फेल हो जाए तो टीम के लिए समस्या खड़ी हो जाती है. ऐसा ही कुछ आरसीबी (RCB) की टीम में भी देखने को मिल रहा है. अब तक विराट टीम की तरफ से तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी का क्रम लगातार बदलता रहा है.
यहां तक इस नंबर पर किसी भी एक खिलाड़ी को टीम मैनेजमेंट ने सेट नहीं किया है. पहले वाशिंगटन सुंदर और अब इस स्थान पर रजत पाटीदार उतारे जा रहे हैं. दोनों ही खिलाड़ी इस नंबर पर कुछ खास कमाल नहीं दिखा सके हैं. यहां तक कि इस नंबर पर भी टीम के लिए शुरूआत बेहद धीमी रही है. ऐसे में टीम को किसी एक खिलाड़ी पर इस पोजिशन के लिए भरोसा जताना होगा और इस समस्या को सुलझाना होगा. विकल्प के तौर पर इस नंबर पर सचिन बेबी, मोहम्मद अजहरुद्दीन और के.एस. भरत को देखा जा सकता है.
टीम को मैच फिनिशर समस्या का निकालना होगा समाधान
आरसीबी (RCB) की दूसरी बड़ी समस्या मैच फिनिशिंग की है. जिसका नतीजा इसी सीजन के दो मुकाबलों में देखने को मिल चुका है. इन दोनों ही मैचों में आरसीबी को हार का सामना करना पड़ा है. मिडिल ऑर्डर में जिस दिन एबी डिविलियर्स और ग्लेन मैक्सवेल का बल्ला फ्लॉप हुआ है उस दिन टीम में ऐसा कोई भी बल्लेबाज नहीं चला है, जो पारी को फिनिश कर सके.
ऐसे में टीम मैनेजमेंट को एक ऐसा विकल्प ढूंढना होगा, जो आखिर में शानदार बल्लेबाजी करने के साथ ही टीम के लिए स्कोर बढ़ाने में भी एक महत्वपूर्ण भूमिका निभा सके. क्योंकि निचले स्तर पर टीम को बल्लेबाजी की समस्या से जूझते हुए देखा गया है. इसे मजबूत करने की आवश्यकता है. यदि ऐसा करने में अगर रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर फेल होती है, तो टीम को चैंपियन बनने से पहले ही इससे हाथ धोना पड़ सकता है.
डेथ ओवर की समस्या प्लेऑफ से पहले सुलझाना जरूरी
इसके अलावा रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर की तीसरी बड़ी समस्या डेथ ओवर में गेंदबाजी की रही है. इस सीजन में टीम ने बेहतरीन शुरूआत करते हुए जीत हैट्रिक मारी थी. इसके बाद टीम को चौथे मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. इसके पीछे की बड़ी वजह टीम की फ्लॉप बल्लेबाजी के साथ डेथ ओवर में गेंदबाजी भी रही थी. काइली जेमिसन और हर्षल इन दिनों डेथ ओवर में विरोधी टीम के खिलाफ काफी महंगे साबित हो रहे हैं.
इसके नजारा सीएसके के खिलाफ खेले गए मैच में देखने को मिल चुका है. जब हर्षल पटेल ने एक ही ओवर में जमकर रन लुटाए थे. इसके बाद पंजाब के खिलाफ मिली हार के दौरान भी टीम की खराब गेंदबाजी रही थी. हालांकि अब तक डेथ ओवर में मोहम्मद सिराज ही खुद को साबित कर चुके हैं. जबकि हर्षल पटेल और जेमिसन टीम के लिए बहुत ही महंगे रहे हैं. ऐसे में इस समस्या को अगर आरसीबी (RCB) ने नहीं सुलझाया तो इस साल भी चैंपियन बनने के सपने टूट जायेगा.