Ravindra Jadeja: शुक्रवार रात को ऑस्ट्रेलियाई लेग स्पिनर शेन वॉर्न का देहांत हो गया। उनकी मौत का कारण हार्ट अटैक बताया गया। वॉर्न की मौत ने क्रिकेट जगत में शोक का माहौल उत्पन्न कर दिया। शेन की मौत के बाद से ही कई क्रिकेटर उनसे जुड़ी अपनी कहानी शेयर कर रहे हैं। इसी बीच मोहाली टेस्ट में दूसरे दिन के हीरो रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) ने भी अपनी और शेन की 14 साल पुरानी कहानी शेयर की। क्या है शेन और जडेजा (Ravindra Jadeja) की कहानी आइए हम आपको बताते हैं....
शेन ने दिया Ravindra Jadeja को बड़ा मंच
रवींद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) से जब शेन वार्न के साथ बिताये गये समय के बारे में पूछा गया तो उन्होंने कहा,
‘‘यह स्तब्ध करने वाली खबर थी। इसे सुनते ही मैं बहुत दुखी हो गया था। मुझे यह खबर सच नहीं लग रही थी। जब 2008 में मैं उनसे मिला था तो वह एक महान क्रिकेटर बन चुके थे। मुझे विश्वास नहीं हो रहा था कि हम शेन वार्न जैसे दिग्गज के साथ खेलेंगे। वार्न के साथ ड्रेसिंग रूम साझा करना हम जैसे युवाओं के लिये बहुत बड़ी बात थी। उन्होंने मुझे बहुत बड़ा मंच दिया और अंडर-19 के बाद सीधा आईपीएल में प्रवेश हुआ था। ’’
Ravindra Jadeja को रॉकस्टार बुलाते थे शेन
साल 2008 में रवींद्र जडेजा राजस्थान रॉयल्स का हिस्सा थे। उस साल शेन वॉर्न टीम के कप्तान थे। ऑस्ट्रेलिया के इस दिग्गज स्पिनर ने जडेजा की काबिलियत को पहचाना और उन्हें रॉकस्टार का तमगा दिया। वॉर्न जानते थे कि जडेजा भविष्य के सुपरस्टार हैं। जब जडेजा से पूछा गया कि शेन वॉर्न ने उनका नाम रॉकस्टार क्यों रखा था, तो जडेजा ने कहा,
"तब मैं नहीं जानता था कि रॉकस्टार का मतलब क्या होता है। जब मैं शेन वॉर्न से पहली बार मिला, तो मैं नहीं जानता था कि वो टेस्ट क्रिकेट के इतने महान गेंदबाज हैं। वो मुझे रॉकस्टार बुलाते थे। मैं ये सोचता था कि मैं तो बढ़िया गाना गाता भी नहीं हूं। न ही ऐसा कोई काम किया है, जिसकी वजह से लोग मुझे रॉकस्टार बुलाए। मैंने अपने एक दोस्त से पूछा कि वॉर्नी मुझे रॉकस्टार क्यों बुलाते हैं, तो उसने कहा कि शायद तुम अपने चेहरे पर ज्यादा मात्रा में जिंक लगाते हो। मैं लगातार अपने गेम को इम्प्रूव करने पर ध्यान देता रहा। चाहे वो गेंदबाजी हो या बल्लेबाजी।"