रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) टीम इंडिया के स्टार ऑल राउंडरों में एक है. उन्होंने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी के दम पर टीम में परमानेंट जगह बना ली है. जिसके चलते किसी और ऑल राउंडरों का प्लेइंग-11 में खेल संभव नहीं असंभव है. हम आपको इस लेख में 3 ऐसे भारतीय प्लेयर्स के बारे में बता रहे हैं. जिन्हें रविंद्र जडेजा होते टीम में कोई भाव नहीं दिया जाता. आइए जानते हैं कौन है वह 3 बदकिस्मत खिलाड़ी?
1. वाशिंगटन सुंदर
वाशिंगटन सुंदर (Washington Sunder) टीम इंडिया के युवा ऑल राउंडरों में एक है. सुंदर ने अपनी बल्लेबाजी और गेंदबाजी से काफी प्रभावित किया, लेकिन वह टीम इंडिया में वापसी नहीं कर पा रहे हैं. भारत के लिए आखिरी मुकाबला वाशिंगटन मे पिछले साल अफगानिस्तान के खिलाफ खेला था.
वहीं 11 जनवरी से भारत और अफगानिस्तान के बीच 3 मैचों की टी20 सीरीज शुरु होने जा रही है. इस सीरीज में जडेजा को चुना जाता है तो वाशिंगटन सुंदर का बाहर होना तय है. यह उनके साथ पहली बार ऐसा नहीं होगा. इससे पहले भी उन्हें कई बार कुर्बानी देनी पड़ी.
2. राहुल तेवतिया
घरेलू क्रिकेट में अपनी विस्फोटक बल्लेबाजी से तहलका मचाने वाले राहुल तेवतिया टीम इंडिया में डेब्यू करने का लंबे समय से इंतजार देख रहे हैं. उन्हें कई बार स्क्वाड में तो शामिल किया गया, लेकिन प्लेइंग-11 का हिस्सा नहीं बन सकें. हाल में खेली जा रही रणजी ट्रॉफी में राहुल तेवतिया का जलवा देखने को मिला.
उन्होंने दिल्ली के खिलाफ नाबाद 99 रनों की पारी खेली. जबकि इस टूर्नामेंट में अच्छी गेंदबाजी करते हुए 8 विकेट लिए. लेकिन रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के होने उन्हें भी मौका नहीं मिल पा रहा है.
3. अक्षर पटेल
इस लिस्ट में आखिरी नाम अक्षर पटेल का है. पटेल को भी अच्छे प्रदर्शन के चलते रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) की प्रतिस्पर्धा का शिकार होना पड़ जाता है. क्योंकि जडेजा टीम इंडिया का अभिन्न अंग चयनकर्ता उनके उपलब्ध होने हुआ आसानी किसी प्लेयर को मौका देना उचित नहीं समझते हैं.
यही वजह कि अक्षर पटेल जैसे अनुभवी खिलाड़ी को मौका नहीं मल पाता. बता दें कि अक्षर ने भारत के लिए 12 टेस्ट, 57 वनडे और 50 टी20 मुकाबले खेले हैं. जिसमें क्रमानुसार 513, 489 और 361 रन बनाए हैं.