भारतीय क्रिकेट टीम के स्पिन ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) मौजूदा समय में तीनों फॉर्मेट की टीम के बेहद अहम सदस्य बन चुके हैं। यदि वह चयन के लिए उपलब्ध हो और वह मैदान पर अंतिम ग्यारह में ना हो, ऐसा होना मुश्किल होता है। मगर एक वक्त था जब जड्डू अपने करियर में संघर्ष कर रहे थे, उन्हें प्लेइंग इलेवन में जगह बनाने के लिए भी संघर्ष करना पड़ता था। मगर उन्होंने हार नहीं मानी और लगातार मेहनत करते रहे और आज वह इस मुकाम पर पहुंच गए हैं, जिसकी शायद ही कभी किसी ने कल्पना की हो।
किसी को नहीं लगा था Ravindra Jadeja पहुंचे यहां
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व सलामी बल्लेबाज व मशहूर कमेंटेटर आकाश चोपड़ा ने ऑलराउंडर रविंद्र जडेजा (Ravindra Jadeja) के करियर के उन उतार-चढ़ाव वाले वक्त को याद किया, जब उन्हें आईपीएल से बैन तक कर दिया गया था। लेकिन उसके बाद आज जड्डू भारत के अहम खिलाड़ियों में से एक हैं और तीनों फॉर्मेट में भारत का प्रतिनिधित्व करते हैं। चोपड़ा ने यू-ट्यूब चैनल पर बात करते हुए कहा,
"किसी को नहीं पता था कि सर रविंद्र जडेजा यहां तक पहुंच जाएंगे। यहां तक कि उन्हें आईपीएल से भी बैन कर दिया गया था। ये 2010 का मामला है जब वो नियमों के खिलाफ जाकर कॉन्ट्रैक्ट हासिल करने की कोशिश कर रहे थे।"
2018 इंग्लैंड दौरे पर बदला जडेजा का करियर
हाल ही में Ravindra Jadeja ने अपने करियर के बुरे वक्त के बारे में चर्चा की थी और बताया था कि तब उनकी रातों की नींद उड़ जाया करती थी। जड्डू उस दौरान टीम का हिस्सा तो थे, लेकिन उन्हें खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा था। अब आकाश चोपड़ा ने Ravindra Jadeja के करियर के टर्निंग प्वॉइंट के रूप में 2018 में इंग्लैंड दौरे पर खेले गए पांचवें टेस्ट मैच को याद किया, जब उन्होंने बल्ले से बड़ा योगदान दिया था। उन्होंने कहा,
"रविंद्र जडेजा के करियर का टर्निंग प्वॉइंट 2018 में इंग्लैंड के खिलाफ पांचवा टेस्ट मैच था। उस मुकाबले में उन्होंने नाबाद 86 रन बनाए थे। वहां से उन्हें कॉन्फिडेंस मिला और इसके बाद पीछे मुड़कर नहीं देखा।"
जडेजा खेलेंगे या अश्विन?
टीम इंडिया इस वक्त इंग्लैंड में है और न्यूजीलैंड क्रिकेट टीम के साथ टेस्ट चैंपियनशिप फाइनल (WTC) की तैयारी कर रही है। इस बीच बड़ा सवाल है कि यदि भारत एक स्पिनर के साथ उतरता है प्लेइंग इलेवन में कौन होगा रविचंद्रन अश्विन और रविंद्र जडेजा। माना जा रहा है कि कप्तान विराट कोहली दोनों स्पिनर के साथ उतर सकते हैं। इन दोनों की मौजूदगी में भारत की बल्लेबाजी गहरी होगी और साथ ही यदि पिच पर स्पिनर्स के लिए मदद हुई, तो ये गेंदबाज बहुत ही ज्यादा खतरनाक साबित हो सकते हैं।