ENG vs IND: इंग्लैंड और भारत के बीच खेले 5वां टेस्ट मैच मुकाबले के आखिरी दिन सिर्फ डेढ़ घंटे के भीतर टीम इंडिया के हाथों से फिसल गया। खेल के पहले 3 दिनों में मजबूती से अपनी पकड़ बनाए हुई जसप्रीत बुमराह की अगुवाई वाली टीम ने मेजबान इंग्लैंड के खिलाफ आखिर में घुटने टेक दिए। भारत के खिलाफ इस मैच में इतिहास का सबसे बड़ा लक्ष्य हासिल कर इंग्लिश टीम ने इतिहास रच दिया है। इस दौरान टीम इंडिया के पूर्व हेडकोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने भारतीय बल्लेबाजों को आड़े हाथों लिया है।
Ravi Shastri ने भारतीय बल्लेबाजों पर उठाए सवाल
टीम इंडिया के पूर्व हेड कोच रवि शास्त्री (Ravi Shastri) इंग्लैंड और भारत के बीच इस टेस्ट मैच के दौरान स्काइ स्पोर्ट्स के साथ कॉमेंट्री कर रहे थे। अपने बेबाक अंदाज के लिए पहचाने जाने वाले शास्त्री ने चौथे दिन के खेल में टीम इंडिया के रवैये को लेकर सवालिया निशान खड़ा कर दिया था। शास्त्री का मानना है कि दूसरी पारी में भारतीय बल्लेबाज डर कर बल्लेबाजी कर रहे थे। रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने कहा,
विकेट गिरने के बाद भी वो जोखिम उठाकर बल्लेबाजी कर सकते थे। खेल के उस मोड़ पर रनों की महत्वता ज्यादा थी। लेकिन मुझे लगता है कि भारतीय बल्लेबाज काफी ज्यादा रक्षात्मक हो गए थे। विकेट काफी जल्दी गंवाए, जिसकी वजह से इंग्लैंड को चौथे दिन बल्लेबाजी करने का ज्यादा समय मिल गया था।
5वें टेस्ट मैच में इंग्लैंड की ऐतिहासिक जीत, सीरीज 2-2 से हुई बराबर
बात की जाए मैच की तो एजबेस्टन में खेले गए इस ऐतिहासिक टेस्ट मैच में मेजबान टीम इंग्लैंड ने 7 विकेटों से जीत अपने नाम की है। टीम इंडिया ने पहले बल्लेबाजी करते हुए अपनी पहली पारी में 416 रन बनाए थे, जिसके जवाब में इंग्लैंड अपनी दूसरी पारी में 284 रनों पर सिमट गई थी।
जिसके चलते 132 रनों की बढ़त के साथ दूसरी पारी की शुरुआत करने वाली टीम इंडिया ने दूसरी पारी में 245 रन बनाने की वजह से इंग्लैंड को 378 रनों का लक्ष्य दिया था। जिसे उन्होंने आक्रमक अंदाज में सिर्फ 3 विकेट के नुकसान पर हासिल कर लिया है। इंग्लैंड और भारत के बीच ये टेस्ट सीरीज 2-2 की बराबरी पर खत्म हुई है।
रवि शास्त्री के कार्यकाल में भारत का विदेशी सरजमीं पर दबदबा
आपकी जानकारी के लिए बता दें कि इंग्लैंड और भारत के बीच पिछले साल की पटौदी ट्रॉफी का ये आखिरी टेस्ट मैच है, जो कि कोरोना के चलते स्थगित कर दिया गया था। इस सीरीज में टीम इंडिया ने 2-1 की बढ़त बना रखी थी। जिसके चलते आखिरी टेस्ट में भारत की हार के बाद सीरीज ड्रॉ हुई है।
पिछले साल जब भारत इस सीरीज में आगे था तो टीम की बागडोर विराट कोहली के हाथ में थी और रवि शास्त्री (Ravi Shastri) कोच की भूमिका में थे। शास्त्री के कार्यकाल में टीम इंडिया ने विदेशी सरजमीं पर कई ऐतिहासिक टेस्ट सीरीज अपने नाम की है। जिसमें सबसे उल्लेखनीय बॉर्डर गावस्कर ट्रॉफी 2020-21 है।