Ravi Shastri: हाल ही में भारत के अनुभवी विकेटकीपर ऋद्धिमान साहा ने आरोप लगाया था कि एक पत्रकार ने साक्षात्कार के लिए उन्हें कथित रूप से धमकी दी थी। इसको लेकर भारतीय पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी खेल कमेंटेटर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है। शास्त्री का मानना है कि उनकी पीढ़ी के खिलाड़ियों का पत्रकारों के साथ जैसा बेहतर तालमेल था। वह मौजूदा दौर के क्रिकेटरों और उन्हें कवर करने वाले लेखकों की तुलना में कहीं बेहतर था। साथ ही उन्होंने मीडिया से बात करने के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस का सुझाव दिया है।
खिलाड़ियों और पत्रकारों को दोषी नहीं मानते Ravi Shastri
भारतीय पूर्व क्रिकेट खिलाड़ी खेल कमेंटेटर रवि शास्त्री (Ravi Shastri) ने खालिद ए-एच अंसारी के एक संस्मरण ‘इट्स ए वंडरफुल वर्ल्ड’ के लॉन्च पर कहा,
‘मुझे लगता है कि इसमें काफी बदलाव हुआ है। जब हम खेल रहे थे तब से काफी बदलाव हुआ है। पत्रकारों के साथ हमारे जो समीकरण थे, वह आज के खिलाड़ियों के मुकाबले काफी बेहतर थे। मैं पिछले सात सालों से ड्रेसिंग रूम का हिस्सा हूं।’
रवि शास्त्री ने कहा कि वह इन चीजों के लिए पत्रकारों और खिलाड़ियों को दोषी नहीं मानते है। उन्होंने कहा,
"हालांकि मैं लोगों (पत्रकारों और खिलाड़ियों) को दोष नहीं देना चाहता हूं, क्योंकि आज के खिलाड़ियों पर जो सुर्खियां मिलती है, वैसा हमारे समय में नहीं था। हमारे समय में प्रिंट मीडिया के अलावा टेलीविजन (दूरदर्शन) शुरू ही हुआ था। लेकिन आज मीडिया और सोशल मीडिया में मौजूद मंचों के साथ, खेल को कवर करने वाले समाचार चैनलों की संख्या अविश्वसनीय रूप से काफी ज्यादा है।"
पत्रकारों के साथ इंट्रेक्शन के लिए प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी चाहिए: Ravi Shastri
वर्तमान भारतीय क्रिकेट टीम के मुख्य कोच रवि शास्त्री ने कहा,
"मुझे लगता है कि हमने उनसे बात करने की कोशिश की। जितना हो सके उतना मीडिया से बात की जाए लेकिन इसके लिए ऐसी प्रेस कॉन्फ्रेंस होनी चाहिए जहां सबके सवाल लिए जा सके। क्योंकि क्या होता है कि आजकल कई बातों का अलग मतलब निकाल लिया जाता है। इसके चलते खिलाड़ी के पास दूर हो जाने के अलावा कोई विकल्प नहीं होता है। फिर वह सोचता है कि मुझे क्रिकेट पर फोकस करना चाहिए. जब यह काम हो जाएगा तब मैं जो चाहे बोल सकता हूं।"