पूर्व भारतीय क्रिकेटर Ravi Shastri का 1985 में कई देशों के बीच खेले गए बेंसन एंड हेज्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में शास्त्री का प्रदर्शन काफी शानदार रहा था, जिस वजह से उन्हे इस टूर्नामेंट में प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड से नवाजा गया था। एमओएस बनने के बाद रवि (Ravi Shastri ) को ऑडी कार इनाम के रूप में दी गई थी। कार रिस्टोर होने के बाद उन्हें सौंपा रवि ने कहा है कि वह अपनी बेटी को इसमें घुमाने के लिए ले जाएंगे।
Ravi Shastri चाहते हैं अपनी 37 साल पुरानी ऑडी में अपनी बेटी को घुमाना
गौतम सिंघानिया द्वारा शुरू किए गए सुपर कार क्लब गैराज में विंटेज कार और बाइकों की देखरेख और मेंटेनेंस का काम किया जाता है। इसी गैराज में ही रवि शास्त्री ने अपनी 37 साल पुरानी ऑडी कार की मरम्मत करवाई है। उन्हें यह कार बेंसन एंड हेज्स वर्ल्ड चैंपियनशिप में उनके अच्छे प्रदर्शन के लिए इनाम के तौर पर मिली थी।
सुपर कार क्लब ऑफ़ इंडिया ने रवि शास्त्री के इस तोहफे को रिस्टोर करने के बाद उन्हें सौंपा। कार को देखने के बाद रवि शास्त्री भावुक दिखाई दिए। जब उन्हे ये कार मिली तब उनकी बेटी अलेका भी उन्ही के साथ थी। रवि शास्त्री ने कहा कि उनकी बेटी ने पहली बार उनकी यह कार देखी है। रवि ने कहा,
“इसमें सबसे अच्छी बात यह है कि मेरी बेटी ने अपने जीवन में पहली बार यह कार देखी। वह पहली बार उसमें बैठी थी। आने वाले दिनों में, मैं उसे इसमें घुमाने के लिए ले जाऊंगा। एक मायने में, जीवन का चक्र पूरा हो जाएगा।”
ऐसा रहा है Ravi Shastri का क्रिकेट करियर
भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व दिग्गज बल्लेबाज रवि शास्त्री का नाम सफल खिलाड़ियों में शुमार हैं। रवि ने अपने क्रिकेट करियर के दौरान, उन्होंने गेंद और बल्ले से शानदार प्रदर्शन किया है। टेस्ट करियर में शास्त्री ने 80 मैच में 121 पारियाँ खेली हैं, जिनमें उन्होंने 48.22 स्ट्राइक रेट और 35.79 औसत से 3830 रन बनाए हैं।
वहीं उन्होंने 128 पारियों में 3108 रन बनाए हैं। इसके अलावा गेंदबाजी में भी वह कमाल के रहे हैं। टेस्ट मैच में उनके खाते में 151 विकेट हैं। ओडीआई में शास्त्री ने 4.22 के इकानॉमी से 129 विकेट चटकाई है।