Ratan Tata: टाटा ग्रुप के पूर्व चेयरमैन, रतन टाटा (Ratan Tata) ने 9 अक्टूबर को देर रात मुंबई के ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम साल ली। उनके निधन से पूरा देश शोक में है। खेल जगत से जुड़े तमाम खिलाड़ी उन्हें श्रद्धांजली देते हुए उनकी आत्मा की शांति के लिए कामना भी कर रहे हैं। रतन टाटा देश के दिग्गज उद्यमी में से थे। उन्हें क्रिकेट से भी काफी प्रेम था। उन्होंने कई मौकों पर भारतीय क्रिकेट को सपोर्ट किया और कई क्रिकेटर्स के कठिन समय में उनके साथ खड़े रहे हैं।
खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से किया मजबूत
मौजूदा समय में अगर भारतीय क्रिकेट बुलंदियों पर है तो उसमें रतन टाटा (Ratan Tata) का भी सबसे अहम योगदान रहा है। उन्होंने कई मौकों पर आकर दिग्गज खिलाड़ियों को आर्थिक रूप से मजबूत किया और भारतीय क्रिकेट को आगे बढ़ाया। टाटा ग्रुप की कंपनियां पिछले कई दशकों से इन खिलाड़ियों के सामने आने वाली पैसों और इन्फ्रास्ट्रक्चर जैसी समस्याओं को हल करती रही हैं। यही कंपनियां करियर भविष्य में इन खिलाड़ियों को आगे बढ़ाने का माध्यम बनीं।
इन दिग्गजों ने भारत को बनाया विश्व विजेता
रतन टाटा (Ratan Tata) की कंपनियों के सपोर्ट का ही नतीजा रहा कि अंतर्राष्ट्रीय स्तर पर आकर इन खिलाड़ियों ने देश को गौरवान्वित किया। हरभजन सिंह (Harbhajan Singh) और युवराज सिंह (Yuvraj Singh) जैसे महान खिलाड़ियों ने भारत को 2007 टी20 वर्ल्ड कप का विजेता बनाया और विदेशी धरती पर जाकर भारत की धाक जमाई। युवराज सिंह ने कैंसर की बीमारी से जूझते हुए भी अकेले दम पर 2011 वर्ल्ड कप (World Cup 2011) में अपनी टीम को जीत दिलाते हुए जीत का सूखा खत्म किया।
80 के देशक से खिलाड़ियों को हैं Ratan Tata का सपोर्ट
मौजूदा समय में शार्दुल ठाकुर (Shardul Thakur) और जयंत यादव (Jayant Yadav) को टाटा पावर और एयर इंडिया को सपोर्ट है।रॉबिन उथप्पा (Robin Uthappa) और वीवीएस लक्ष्मण (VVS Laxman) जैसे दिग्गज क्रिकेटर्स भी रतन टाटा (Ratan Tata) इकोसिस्टम का हिस्सा थे। लेकिन सिर्फ मौजूदा समय में ही नहीं, बल्कि 80 के दशक से टाटा ग्रुप भारतीय खिलाड़ियों को सपोर्ट में खड़ा रहा है।
1983 वर्ल्ड कप विजेता टीम के उपकप्तान मोहिंदर अमरनाथ को मुश्किल समय में टाटा ग्रुप ने मदद की। वहीं फारुख इंजीनियर टाटा मोटर्स और रूसी सुरती इंडियन होटल्स कंपनी लिमिटेड के लिए खेलते थे।