भारतीय महिला टीम (Indian Women Team) को इंग्लैंड के खिलाफ मिली दो सीरीज में करारी शिकस्त से कोच रमेश पोवार (Ramesh Powar) काफी ज्यादा नाराज हैं. पहले टीम इंडिया ने 2-1 से वनडे सीरीज गंवाई. फिर 2-1 से टी20 श्रृंखला भी हार बैठी. इस दौरान टीम की सबसे बड़ीं कमजोरी बल्लेबाजी क्रम में साफ देखने को मिली. तीसरे टी20 मैच में मंधाना और हरमनप्रीत कौर के अलावा एक भी खिलाड़ी मैदान पर ज्यादा देर तक टिक नहीं सकी.
लगातार दो सीरीज गंवाने से निराश हैं टीम इंडिया के कोच
इंग्लैंड के खिलाफ (INDW vs ENGW) लगातार दो श्रृंखला भेट चढ़ाने के बाद टीम के कोच का कहना है कि, लिमिटेड ओवर के क्रिकेट में खिलाड़ियों को बेखौफ होकर खेलने के लिए अपनी सोच में बदलाव लाने की आवश्यकता है. इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई तीन मैचों की वनडे टीम सीरीज में कप्तान मिताली राज के अलावा कोई भी बल्लेबाज रन बनाने में अपना योगदान नहीं दे सकी थी.
यहां तक कि, हरमनप्रीत कौर, दीप्ति शर्मा, तानिया भाटिया और पूनम राउत समेत सभी खिलाड़ियों को बल्ले से संघर्ष करते हुए देखा गया था. रही बात कप्तान मिताली की तो उनका भी स्ट्राइक रेट वनडे में कुछ खास अच्छा नहीं था. इस वजह से अब कोच रमेश पोवार (Ramesh Powar) ने क्रिकेटरों को अपने मानसिकता में बदलाव और बल्लेबाजी मध्यक्रम में कुछ नए चेहरों को उतारने के संकेत दिए हैं.
भारतीय टीम को बेखौफ होकर के लिए मानसिकता में बदलाव की जरूरत- कोच
भारतीय महिला टीम के कोच ने कहा कि, मिताली अच्छी बल्लेबाजी कर रही हैं. लेकिन, हमें एक और ऐसे बल्लेबाज के सपोर्ट की जरूरत है, जिससे कि पावर-प्ले के बाद बीच के ओवरों में विपक्षी टीम पर हम हावी हो सकें. लेकिन टीम की सोच में बदलाव होने में अभी काफी वक्त लगेगा. ऐसा रातों-रात नहीं हो सकता. रमेश पोवार (Ramesh Powar) ने आगे इसी सिलसिले में बात करते हुए कहा कि,
"हमें निर्भीक होना होगा. मैं पहली ही सीरीज में उन्हें बाध्य नहीं कर सकता. वे एक विचारधारा के साथ खेल रही हैं और हम इसमें आमूल-चूल बदलाव नहीं कर सकते. हमें आंकलन करना होगा कि उनके लिए क्या सही रहेगा".
इसके साथ कोच ने ये बात भी मानी कि खिलाड़ियों को ढालने की कोशिश अब तक बेकार रही है. पूर्व ऑफ स्पिनर ने कहा कि,
"दो तरीके हैं. या तो उन्हें (मौजूदा खिलाड़ी) अपने मुताबिक बदला जाए. या मध्य क्रम में किसी और खिलाड़ी को शामिल किया जाए. यह सीधी सी बात है. इस बार हमने कुछ तरीके आजमाए और ये सफल नहीं रहे. भविष्य में हम कुछ नया कर सकते हैं. नई खिलाड़ियों को ला सकते हैं, उन्हें अपने मुताबिक ढाल सकते हैं".
झूलन को बाकी गेंदबाजों के सपोर्ट की जरूरत, टीम में बदलाव के कोच ने दिए संकेत
इसके साथ ही रमेश पोवार (Ramesh Powar) ने इस बात के भी संकेत दिए कि न्यूजीलैंड में 50 ओवर के वर्ल्ड कप तक वो मौजूदा सभी तकनीकि का भरपूर प्रयोग करने का प्रयास करेंगे. हालांकि इस दौरान उन्होंने किसी भी खिलाड़ी के नाम का जिक्र तो नहीं किया. लेकिन, उन्होंने निराशा जताई कि, झूलन गोस्वामी के अलावा बाकी सभी तेज गेंदबाज विकेट हासिल करने में संघर्ष करती दिखाई दीं.
टीम के कोच का कहना है कि, वर्ल्ड कप तक हमें ऐसा मध्यक्रम तैयार करना होगा. जिसके बारे में हम कह सकें कि वह निश्चित तौर पर हमें 250 रन का स्कोर बनाकर देगा. कप्तान, उप कप्तान, चयनकर्ता और मैं, इस विषय पर एकसाथ चर्चा करेंगे. हमें तेज गेंदबाजी विभाग को और मजबूत बनाना की जरूरत है. हम सिर्फ झूलन गोस्वामी पर पूरा प्रेशर नहीं डाल सकते. उसे सहयोग दिया जाना चाहिए.