इन दिनों देश में दिल्ली और विदर्भ के बीच रणजी ट्रॉफी का फाइनल मुकाबला खेला जा रहा है. खेले जा रहे इस फाइनल मैच के पहले दिन दिल्ली की टीम ने 6 विकेट के नुकसान पर 271 रन बना लिए थे, लेकिन जब दिल्ली की टीम दुसरे दिन मैदान में खेलने उतरी, तो दिल्ली की टीम विदर्भ के तेज गेंदबाज रजनीश गुरबानी के आगे पूरी तरह नतमस्तक नजर आई और अपनी पहली पारी के स्कोर पर 295 रन पर आल आउट हो गई.
गुरबानी ने मैच के दुसरे दिन ली हैट्रिक
आपकों बता दे, कि रणजी ट्रॉफी के खेले जा रहे इस फाइनल मैच के दुसरे दिन विदर्भ के तेज गेंदबाज रजनीश गुरबानी ने हैट्रिक लेने का शानदार कारनामा किया.
दिल्ली की पारी के 101वे ओवर की पांचवी व छठी गेंद पर पहले उन्होंने विकास मिश्रा और नवदीप सैनी को आउट किया और इसके बाद उन्होंने अपने अगले ओवर की पहली ही गेंद पर धूर्व शोरे को आउट किया और हैट्रिक लेने के शानदार कारनामे को अंजाम दिया. जिसके साथ ही वह रणजी ट्रॉफी के फाइनल मैच में हैट्रिक लेने वाले दुसरे खिलाड़ी बने.
अब तक शानदार आकंडे रहे है रजनीश के
रजनीश गुरबानी अबतक विदर्भ के लिए 9 प्रथम श्रेणी मैच व 10 लिस्ट ए करियर के मैच खेल चुके है. गुरबानी अबतक विदर्भ के लिए 9 प्रथम श्रेणी मैच में 44 विकेट व लिस्ट ए के करियर में 11 विकेट ले चुके है. रजनीश के लिए उनका यह रणजी सीजन शानदार घट रहा है.
सिविल जीनयरिंग की पढ़ाई कर चुके है रजनीश
24 साल के रजनीश गुरबानी का जन्म नागपुर में ही हुआ था. रजनीश गुरबानी के पिता नरेश गुरबानी इंडियन रेलवे में इंजीनयर है.
रजनीश भी खुद सिविल इंजीनयरिंग की पढ़ाई कर चुके है. उन्होंने नागपुर के वीएनआईटी कॉलेज से डिविल इंजीनियरिंग की है. उनकी मां नागपुर के एक प्राइवेट स्कूल में प्रिंसिपल है. रजनीश का एक छोटा भाई भी है जिसका नाम सिद्धार्थ है जो आईआईटी खड़गपुर से बीई कर रहा है.
ऐसी है रजनीश की पर्सनल लाइफ
रजनीश की प्राथमिक पढ़ाई मुंबई बायकुला स्थित सेंट मैरी स्कूल से हुई. रजनीश जाइल्स क्रिकेट टूर्नामेंट में अपने स्कूल को रिप्रेजेंट कर चुके है. पिता के नागपुर ट्रांसफर के बाद रजनीश ने लोकल अंबेडकर क्रिकेट क्लब ज्वाइन किया था.
रजनीश क्रिकेट के अलावा फुटबॉल और बैटमिंटन में भी रूचि रखते है और इन दोनों खेलों की भी चैंपियन है. क्रिकेट ट्रेनिंग की वजह से कई बार रजनीश की स्कूल कॉलेज की क्लासेस और ट्यूशन मिस हो जाती थी. जिसके बाद उनकी पढ़ाई में मदद उनके माता-पिता करते थे.