Rajesh Bishnoi: रणजी ट्रॉफी 2022-23 में तकरीबन हर रोज़ रोमांचक क्रिकेट देखने को मिल रहा है. लगातार युवा खिलाड़ी इस टूर्नामेंट में अपने प्रदर्शन से सबको प्रभावित कर रहे हैं. लेकिन वहीं रणजी ट्रॉफी उन खिलाड़ियों को भी मौका देती है जो ज़्यादा उम्र के बाद भी भारत के लिए नहीं खेल पाते. रणजी ने भारत के अनकैप्ड खिलाड़ियों के लिए एक प्लेटफॉर्म सेट किया है. जो भी इस प्रतियोगिता में अच्छा प्रदर्शन करता है उसका भारत के लिए आगे खेलने का अधिक चांस होता है. ऐसे में अब राजस्थान के नागौर के रहने वाले एक लेफ्ट आर्म स्पिनर राजेश बिश्नोई (Rajesh Bishnoi) ने भी सबको अपनी गेंदबाज़ी से प्रभावित किया है. जिसके चलते वह अब सुर्ख़ियों में बने हुए हैं.
Rajesh Bishnoi ने रणजी ट्रॉफी में मचाया तहलका
राजस्थान के अनुभवी 32 वर्षीय लेफ्ट आर्म स्पिनर राजेश बिश्नोई (Rajesh Bishnoi) ने रणजी ट्रॉफी 2022-23 के सीज़न में कोहराम मचा रखा है. उन्होंने अब तक इस साल रणजी में सबसे ज़्यादा विकेट झटके हैं. अब तक खेले गए 3 मुकाबलों में राजेश ने 26 विकेट अपने नाम किए हैं. इतना ही नहीं बल्कि उन्हें 2 मैचों में "प्लेयर ऑफ़ द मैच" के खिताब से भी नवाज़ा गया है. वह रणजी में मेघालय का प्रतिनिधित्व कर रहे हैं.
तीन टीमों से खेल चुके हैं रणजी ट्रॉफी
राजेश बिश्नोई ने अपने एक बयान में इस बात का ज़िक्र किया कि वह अब तक कुल तीन टीमों के लिए रणजी ट्रॉफी खेल चुके हैं. सबसे पहले उन्होंने इस प्रतियोगिता में राजस्थान का प्रतिनिधित्व किया. वहीं फिर उसके बाद वह अरुणाचल प्रदेश के लिए भी खेले. जबकि मौजूदा समय में राजेश मेघालय के लिए खेलते हैं. राजेश ने बताया कि,
"अबतक तीन टीमों से रणजी खेल चुका हूं. सबसे पहले राजस्थान टीम के लिए, बाद में अरुणाचल प्रदेश के लिए वही वर्तमान समय में मेघालय टीम के लिए रणजी ट्रॉफी खेल रहा हूं’.
राजेश बिश्नोई ने आगे यह भी बताया कि उनका मन भारत के लिए खेलने का है. जिसके लिए वह लगातार मेहनत कर रहे हैं. राजेश ने साल 2016 में फर्स्ट क्लास (प्रथम श्रेणी) क्रिकेट में डेब्यू किया था.
माता-पिता ने क्रिकेट खेलने के लिए किया पूरा सपोर्ट
राजस्थान के राजेश बिश्नोई (Rajesh Bishnoi) का जन्म नागौर के एक छोटे से गांव चावण्डियां में 1990 में हुआ था. राजेश के पिता पुलिस में थे. बता दें कि राजेश ने कम उम्र में ही क्रिकेट खेलना शुरू कर दिया था. जिसको उनके माता-पिता ने पूरा सपोर्ट किया. उन्होंने राजेश के क्रिकेटर बनने के लिए बहुत मेहनत की. जिसके चलते अब बिश्नोई रणजी ट्रॉफी में उनका नाम रोशन कर रहा है.