पिता के नक्शेकदम पर चला राहुल द्रविड़ का बेटा, गेंदबाजों के लिए बना बुरा सपना, 48 छक्के-चौके के साथ ठोके 459 रन
Published - 06 Oct 2025, 10:01 AM | Updated - 06 Oct 2025, 10:11 AM

Table of Contents
Rahul Dravid : भारतीय क्रिकेट के महान बल्लेबाज राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को उनके शांत स्वभाव और तकनीकी बल्लेबाजी के लिए पूरी दुनिया जानती है। अब उनके बेटे अनवय द्रविड़ भी क्रिकेट के मैदान में अपने प्रदर्शन से चर्चा में आ गए हैं। बेंगलुरु में आयोजित कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (KSCA) के वार्षिक पुरस्कार समारोह में अनवय को शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया।
यह सम्मान उन्हें अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में कर्नाटक की ओर से सर्वाधिक रन बनाने के लिए दिया गया। खास बात यह है कि यह लगातार दूसरा साल है जब अनवय के खेल को KSCA ने सराहा है, जिससे यह साफ है कि द्रविड़ परिवार का क्रिकेट से रिश्ता अब नई पीढ़ी में भी मजबूती से आगे बढ़ रहा है।
Rahul Dravid के बेटे ने लगातार दूसरे साल KSCA से सम्मान
5 अक्टूबर को हुए KSCA एनुअल अवॉर्ड समारोह में अनवय द्रविड़ को अंडर-16 विजय मर्चेंट ट्रॉफी में उनके शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मानित किया गया। यह सम्मान उन्हें कर्नाटक टीम के लिए सबसे अधिक रन बनाने के कारण मिला। उन्होंने इस टूर्नामेंट में अपनी शानदार बल्लेबाजी से टीम को कई मौकों पर संभाला और महत्वपूर्ण जीत दिलाई।
पिछले साल भी उन्हें इसी श्रेणी में सम्मानित किया गया था, जिससे यह साबित होता है कि वे लगातार बेहतर प्रदर्शन करते हुए अपनी पहचान बना रहे हैं। क्रिकेट में उनकी परिपक्वता और अनुशासन स्पष्ट रूप से उनके पिता राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) से विरासत में मिला गुण है।
48 चौके-छक्कों के साथ 459 रन
अनवय द्रविड़ ने अपने प्रदर्शन से सभी को प्रभावित किया। उन्होंने 6 मैचों की 8 पारियों में 459 रन बनाए, जिसमें दो शानदार शतक शामिल रहे। उनका बल्लेबाजी औसत 91.80 रहा, जो किसी भी युवा खिलाड़ी के लिए अद्भुत उपलब्धि है। उन्होंने 46 चौके और 2 छक्के लगाकर कुल 48 बाउंड्री शॉट्स खेले।
यह प्रदर्शन बताता है कि वे सिर्फ तकनीकी बल्लेबाज नहीं हैं, बल्कि मैच की स्थिति को समझते हुए स्ट्राइक रोटेट करने और बड़े शॉट खेलने की क्षमता भी रखते हैं। अंडर-16 स्तर पर इस तरह का निरंतर प्रदर्शन उन्हें भविष्य के लिए बेहद मजबूत दावेदार बनाता है।
मयंक अग्रवाल और आर. स्मरण को भी मिला सम्मान
अनवय के अलावा कर्नाटक के कई अन्य खिलाड़ियों को भी KSCA के इस वार्षिक समारोह में सम्मानित किया गया। अनुभवी बल्लेबाज मयंक अग्रवाल को विजय हजारे ट्रॉफी में कर्नाटक की ओर से सर्वाधिक रन बनाने के लिए सम्मानित किया गया। उन्होंने पिछले सत्र में 93 की औसत से 651 रन बनाए और टीम की जीत में अहम भूमिका निभाई।
वहीं युवा बल्लेबाज आर. स्मरण को रणजी ट्रॉफी में शानदार प्रदर्शन के लिए सम्मान मिला। उन्होंने सात मैचों में 64.50 की औसत से 516 रन बनाए, जिनमें दो शतक शामिल हैं। इस तरह कर्नाटक के खिलाड़ियों ने घरेलू क्रिकेट में एक बार फिर अपनी मजबूती का सबूत दिया।
महिला खिलाड़ियों और गेंदबाजों को भी मिली सराहना
KSCA ने इस साल पुरुष खिलाड़ियों के साथ महिला क्रिकेटरों और गेंदबाजों को भी सम्मानित किया। के.एल. श्रीजीत को सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में 213 रन बनाने, वारुण कोशीक को 23 विकेट और श्रेयस गोपाल को 14 विकेट के लिए पुरस्कार मिला।
महिला वर्ग में अंडर-19 विश्व कप विजेता टीम की सदस्य निवेथा, प्रिथिका पिल्लई और परफॉर्मेंस एनालिस्ट माला रंगास्वामी को भी सम्मानित किया गया। अनवय द्रविड़ का यह प्रदर्शन साबित करता है कि वे अपने पिता राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) की तरह मेहनत और प्रतिभा से भारतीय क्रिकेट में नई पहचान बनाने के लिए तैयार हैं।