Rahul Dravid: भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच इंदौर के होल्कर स्टेडियम में 4 अक्टूबर मंगलवार को 3 मैचों की T20I सीरीज़ का आखिरी मुकाबला खेला गया. जिसमें मेहमान टीम अफ्रीका ने भारत को 49 रनों से हरा दिया. साउथ अफ्रीका ने पहले बल्लेबाज़ी करते हुए टीम इंडिया के सामने 228 रनों का बड़ा लक्ष्य रखा था. जिसका पीछा करते हुए भारत 178 रनों पर ऑल आउट हो गई.
वहीं भारतीय टीम के बल्लेबाज़ी क्रम में भी इस मैच में बदलाव देखने को मिला था. फिनिशर का रोल निभाने वाले अनुभवी बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक तीसरे T20I में चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए नज़र आ रहे थे. जिसकी वजह का खुलासा करते हुए टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने बड़ा बयान दिया है.
Rahul Dravid ने कार्तिक को नंबर 4 पर भेजने की बताई अहम वजह
आपको बता दें कि अनुभवी विकेटकीपर और बल्लेबाज़ दिनेश कार्तिक साउथ अफ्रीका के खिलाफ श्रृंखला के आखिरी T20I में चौथे नंबर पर बल्लेबाज़ी करते हुए नज़र आए थे. जिसने सबको चौका दिया था. क्योंकि डीके हमेशा लोवर ऑर्डर में बल्लेबाज़ी करते हुए नज़र आते हैं. लेकिन अचानक उन्हें इतना ऊपर बल्लेबाज़ी करते हुए देख हर कोई हैरान हो गया था. ऐसे में भारतीय टीम के मुख्य कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) ने कार्तिक को नंबर 4 पर भेजने की वजह बताते हुए कहा,
"आज उन लोगों को मौका देने का समय था जिन्होंने ज्यादा बल्लेबाजी नहीं की है. ऋषभ पंत, दिनेश कार्तिक जैसे खिलाड़ियों के लिए यह मुश्किल है. पंत ने पारी की शुरुआत की. दिनेश कार्तिक को क्रीज पर ज्यादा समय देने के लिए चौथे नंबर पर भेजा गया. काश दोनों जारी रखते, वे शानदार बल्लेबाजी कर रहे थे. चार-पांच ओवर और अगर वे खेलते तो यह बहुत करीब हो सकता था."
नंबर 4 पर अपनी बल्लेबाज़ी से मचाया कोहराम
37 वर्षीय दिनेश कार्तिक को जब साउथ अफ्रीका के खिलाफ ऊपर बल्लेबाज़ी करने का मौका मिला तो उन्होंने उसे दोनों हाथों से कबूल किया. डीके ने अपनी ताबड़तोड़ बल्लेबाज़ी के चलते महफ़िल लूट ली. उन्होंने चौकों-छक्कों की बारिश कर कोहराम मचा दिया.
डीके ने नंबर 4 पर बल्लेबाज़ी करते हुए 219.05 के गज़ब के स्ट्राइक रेट से महज़ 21 गेंदों में 46 रन जड़ डाले. जिसमें 4 चौके और 4 लंबे छक्के भी शामिल थे. कार्तिक की इस तरह की अप्रोच ने सिर्फ कोच राहुल द्रविड़ (Rahul Dravid) को ही नहीं बल्कि सबको काफी ज़्यादा प्रभावित किया. अगर वह कुछ समय और पिच पर बिताते तो शायद 228 रनों का लक्ष्य चेज़ भी कर सकता था.