भारतीय क्रिकेट टीम की स्पिनर राधा यादव (Radha Yadav) को विमेंस प्रिमियर लीग 2023 (WPL 2023 Auction) के लिए हुई निलामी में यूपी वॉरियर्स ने 40 लाख रुपये की उनकी बेस प्राइस पर खरीद लिया है. राधा यादव के लिए अच्छी बात ये भी है कि वे उत्तर प्रदेश से ही संबंध रखती हैं. इस लिहाज से विमेंस प्रिमियर लीग में उन्हें अपने घरेलू राज्य को रिप्रेजेंट करने का मौका मिलेगा. एक साधारण घर से ताल्लुक रखने वाली राधा यादव के लिए अंतराष्ट्रीय क्रिकेट बनना कभी आसान नहीं रहा लेकिन अपने दृढ़ निश्चय और कठिन मेहनत के दम पर उन्होंने अपने सपने को पूरा किया.
जौनपुर से संबंध रखती हैं राधा
राधा यादव (Radha Yadav) उत्तर प्रदेश के जौनपुर से संबंध रखती हैं. 6 साल की उम्र में क्रिकेट खेलना शुरु करने वाली राधा ने क्रिकेट की ट्रेनिंग मुंबई में ली है जहां उनके पिता डेयरी के काम से जुड़े हुए हैं साथ ही एक दुकान भी चलाते हैं. हालांकि डेयरी के काम और दुकान से घर और क्रिकेट का खर्च निकालना काफी मुश्किल था लेकिन राधा के पिता ने अभावों के बावजूद राधा के क्रिकेटर बनने के सपने को पूरा करने में कोई कमी नहीं छोड़ी. तो वहीं राधा ने भी एक भारत की तरफ से क्रिकेट खेलने के सपने को पूरा करने के लिए खूब मेहनत की.
2018 में डेब्यू
राधा यादव को 18 साल की उम्र में 2018 में साउथ अफ्रीका के खिलाफ टी 20 में अंतराष्ट्रीय क्रिकेट में डेब्यू का मौका मिला था. तब से उन्होंने पीछे मुड़कर नहीं देखा है और भारत को अपने दम पर कई मैच जीताए हैं. डेब्यू के बाद से राधा को ज्यादा टी 20 मैच खेलने का मौका मिला है जिसमें अबतक उन्होंने अपनी प्रतिभा के साथ न्याय किया है. सिर्फ 1 वनडे खेलने वाली राधा ने 55 टी 20 मैचों में 62 विकेट लिए हैं. उनका सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन 23 रन देकर 4 विकेट रहा है.
पापा के लिए खरीदी दुकान
शुरुआती दिनों में आर्थिक रुप से संघर्ष करने वाली राधा यादव को अब बीसीसीआई से कॉन्ट्रैक्ट हासिल है और सलाना उन्हें 30 लाख रुपये मिलते हैं. उन्होंने अपनी कमाई से अपने पिता को एक दुकान खरीद कर दी है. उनका अगला सपना एक घर खरीदना है जहां उनका पूरा परिवार अच्छे से रह सके. WPL से जुड़ने के बाद संभव है उनका ये सपना भी पूरा हो जाए.