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भारतीय अनुभवी ऑलराउंडर रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) को लंबे समय से टीम इंडिया में मौका नहीं मिला है। उन्होंने मार्च 2024 में भारत के लिए अपना आखिरी मैच खेला था। टी20 के बाद वनडे से भी उनका पत्ता लगभग कट चुका है। हाल ही में श्रीलंका के खिलाफ खेली गई एकदिवसीय सीरीज के लिए भी उन्हें नहीं चुना गया था। वहीं, रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने ऐसा बयान दिया है, जिसे सुनकर हर कोई हैरान रह गया है।
रोहित-विराट पर भड़के R Ashwin!
- दरअसल, आईपीएल 2023 की शुरुआत से पहले बीसीसीआई ने आईपीएल में इम्पैक्ट प्लेयर नियम लागू किया था, जिसके बाद से ही यह रूल विवाद का विषय बना रहता है।
- अक्सर इसको लेकर चर्चा होती रहती है। जहां कुछ खिलाड़ी इसका विरोध कर रहे हैं तो वहीं कुछ इसके समर्थन में नजर आ रहे हैं। इस कड़ी में अब रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) का नाम भी जुड़ गया है।
- उन्होंने हाल ही में एक इंटरव्यू में बातचीत करते हुए कहा कि इम्पैक्ट प्लेयर रूल ने आयोजन में "रणनीति के लिए मूल्य" जोड़ा है। साथ ही रविचंद्रन अश्विन ने इसके फायदे भी बताए। ईएसपीएन के हवाले से उन्होंने कहा,
- “मुझे क्यों लगता है कि इम्पैक्ट प्लेयर नियम इतना बुरा नहीं है क्योंकि यह रणनीति के लिए थोड़ा अधिक मूल्य देता है। उस तर्क का दूसरा पक्ष यह है कि यह ऑलराउंडरों को प्रोत्साहित नहीं करता है।”
R Ashwin ने इम्पैक्ट प्लेयर के रूप का किया समर्थन
- रविचंद्रन अश्विन ने आगे बताया, “लेकिन कोई भी उन्हें रोक नहीं रहा है। इस पीढ़ी में, वे ऐसा नहीं करते हैं (बल्लेबाज गेंदबाजी और गेंदबाज बल्लेबाजी)। ऐसा नहीं है कि वे इम्पैक्ट प्लेयर नियम के कारण हतोत्साहित हैं।”
- “वेंकटेश अय्यर को देखें, वह वर्तमान में लंकाशायर के लिए कमाल कर रहे हैं। नवाचार का अवसर है और यह खेल को निष्पक्ष बनाता है।”
- “सनराइजर्स ने शाहबाज़ अहमद को इम्पैक्ट प्लेयर के रूप में लाया (पहले बल्लेबाजी करते हुए 9 विकेट पर 175 रन बनाने के बाद)। वह मैच विजेता बन गए।”
R. Ashwin ने इम्पैक्ट प्लेयर के नियम के फायदे
- रविचंद्रन अश्विन (R Ashwin) ने इम्पैक्ट प्लेयर रूल के फायदे बताते हुए कहा, “जब ओस खेल को एकतरफा बनाने की क्षमता रखती है, तो दूसरी गेंदबाजी करने वाली टीमों को काउंटर के रूप में एक अतिरिक्त विकल्प मिलता है।”
- “यदि आप दूसरी बल्लेबाजी कर रहे हैं, तो आप एक बल्लेबाज के लिए अतिरिक्त गेंदबाज को उतारकर रणनीतिक रूप से प्रतिस्थापन कर सकते हैं।”
- “खेल कड़े हैं, एक अतिरिक्त खिलाड़ी को खेलने को मिल रहा है। कोलकाता या मुंबई को छोड़कर, जहां स्कोर आसमान छू रहा है, अन्यत्र कोई बड़ा बदलाव नहीं हुआ है।”
विराट-रोहित ने किया था विरोध
- भारतीय अनुभवी स्पिनर कहा, “पंजाब किंग्स के घरेलू स्थल (मुल्लांपुर) की तरह, वे सभी 160-170 खेल थे। शाहबाज़ अहमद, शिवम दुबे सबसे महत्वपूर्ण, ध्रुव जुरेल।
- अगर इम्पैक्ट प्लेयर नियम नहीं होता, तो उन्हें कभी मौका नहीं मिलता। इसलिए बहुत सारे खिलाड़ियों का उदय हुआ है। मैं यह नहीं कह रहा हूं कि यही एकमात्र तरीका है खिलाड़ियों के उभरने के लिए, लेकिन यह इतना बुरा नहीं है।”
- गौरतलब है कि विराट कोहली और रोहित शर्मा इस नियम का विरोध कर चुके हैं। ऐसे में अब रविचंद्रन अश्विन ने इसका सपोर्ट कर फैंस के बीच नए विवाद को जन्म दे दिया है।
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