इंग्लैंड (England) के खिलाफ 4 मैचों की टेस्ट सीरीज में जीत हासिल करते हुए आर अश्विन (R Ashwin) को मैन ऑफ द सीरीज (Man Of The Series) घोषित किया गया है. दरअसल मेहमान टीम के खिलाफ भारत (India) ने आखिरी मुकाबले को पारी और 25 रन से जीता है. इस पूरी सीरीज के चारो टेस्ट मैच में खेलते हुए दिग्गज स्पिनर ने कुल 32 विकेट अपने नाम किए हैं. जो उनके टेस्ट करियर का बड़ा रिकॉर्ड है.
आर अश्विन घोषित किए गए मैन ऑफ द सीरीज
अश्विन ने पहली बार किसी टेस्ट सीरीज में 32 विकेट हासिल किया है, इससे पहले उन्होंने साल 2015 में एक ही श्रृंखला में 31 विकेट लेकर बड़ा कारनामा किया था. हालांकि इस बड़ी उपलब्धि के बाद उन्हें मैन द सीरीज के खिताब से नवाजा गया है.
ऐसा पहली बार नहीं है जब, आर अश्विन को टेस्ट सीरीज का खिताब मिला हो, इससे पहले वो 7 बार इस खिताब से नवाजे जा चुके हैं. ये 8वीं बार है, जब उन्हें यह सम्मान दिया गया है. साल 2011 और 2016 में वेस्ट इंडीज के खिलाफ हुई टेस्ट सीरीज में उन्हें मैन ऑफ द सीरीज घोषित किया गया था.
8 बार मैन ऑफ द सीरीज का खिताब हासिल कर चुके हैं आर अश्विन
साल 2011 और 2016 में भी अश्विन को न्यूजीलैंड (New Zeland) के खिलाफ यह सम्मान दिया गया था. ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ साल 2013 में, श्रीलंका के खिलाफ 2015 में, साउथ अफ्रीका के खिलाफ 2015 में और इंग्लैंड के खिलाफ साल 2015 में उन्हें मैन ऑफ द सीरीज के खिताब से सम्मानित किया गया है.
इस सम्मान के बाद आर अश्विन ने श्रृंखला और वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप में पहुंचने को लेकर बड़ा बयान दिया है. उन्होंने अपने स्टेटमेंट में कहा है कि,
'डब्ल्यूटीसी में पहुंचना हमारे लिए बहुत महत्वपूर्ण था. ऑस्ट्रेलिया को उसी के घर में हराना बड़ी उपलब्धि है, लेकिन टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल में पहुंचना मजाक नहीं है. यह हमारे लिए बड़ी उपलब्धि है'.
डब्ल्यूटीसी में जगह बनाना मजाक नहीं- आर अश्विन
'डब्ल्यूटीसी (WTC) जीतना उतना ही अच्छा जितना वर्ल्ड कप (World Cup) जीतना अच्छा है. ऑस्ट्रेलिया में जीत के बाद भी चेन्नई में खेले गए पहले मुकाबले में तेजी कम थी. हर बार सीरीज में एक चुनौतीपूर्ण वक्त था. बीता 4 महीना एक राइड जैसा रहा, मुझे नहीं लगा था कि मैं चेन्नई में शतक बनाऊंगा, मैं फ्लो के साथ गया क्योंकि बल्ले से मेरा फॉर्म अच्छा नहीं था'.
आगे बात करते हुए आर अश्विन ने कहा कि,
'मुझे नहीं लगा था कि, मैं ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ प्लेइंग 11 में जगह बना पाऊंगा, लेकिन कंगारूओं के खिलाफ चोट से उबरने के बाद खासकर जडेजा की जिम्मेदारी भी मुझ पर आ गई थी. ऐसे में ऑस्ट्रेलिया और यहां पर किए गए अपने प्रदर्शन से मैं बेहद संतुष्ट हूं'.
ऋषभ पंत के के प्रदर्शन के बेहद खुश हूं
अश्विन ने अपने बयान में यह भी कहा कि,
'हताश होना बुरा है, संतुष्ट होना बुरा है, लेकिन मेरे लिए खुश रहना ज्यादा महत्वपूर्ण है. यदि आप ऋषभ पंत (Rishabh Pant) को देखें तो बीते सालों में जिस दौर से वो गुजरा है, और अब उसने जो प्रदर्शन दिखाया है, उसे देखकर मैं बेहद खुश हूं. यह लीजेंड्स की तुलना में थोड़ा अनुचित रहा है, और जिस तरह से वह इससे बाहर आया है और इस श्रृंखला में उसने शानदार प्रदर्शन किया है'.