Ashwin
Ashwin

R Ashwin: भारत और बांग्लादेश (IND vs BAN) के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज का पहला मुकाबला चेन्नई के चिदंबरम स्टेडियम में चल रहा है। मैच के पहले दिन भारत की तरफ से अश्विन और जडेजा ने शानदार बल्लेबाजी का प्रदर्शन किया। अश्विन के शतक की बदौलत भारत इस मुकाबले में एक मजबूत स्तिथि में बना हुआ है। 

टॉप ऑर्डर के पूरी तरह से फेल हो जाने के बाद अश्विन के बेहतरीन शतक जड़ा और भारतीय टीम को मुश्किल हालातों के बाहर निकाला। इसी के साथ आर अश्विन (R Ashwin) ने अपने नाम एक शानदार रिकॉर्ड भी कायम कर लिया है। जो कि 147 सालों के इतिहास में पहली बार हो पाया है। आगे आने वाले समय में भी उनके इस रिकॉर्ड को तोड़ पाना आसान नहीं होगा।

यह भी पढ़ें –धोनी के बाद इस लिस्ट में शामिल होने वाले इकलौते भारतीय बने ऋषभ पंत, बांग्लादेश के खिलाफ कायम किया ये रिकॉर्ड

 Ashwin ने बनाया महारिकॉर्ड

बांग्लादेश के खिलाफ खेलते हुए चेन्नई में आर अश्विन (R Ashwin) ने अपने टेस्ट करियर का छठा शतक जड़ा। इसी शतक के साथ अश्विन ने अपने नाम एक वर्ल्ड रिकॉर्ड कर लिया है जो कि आज तक कोई खिलाड़ी नहीं छू पाया था। ऑलराउंडर के तौर पर भारतीय टेस्ट टीम में खेलते हुए अश्विन भारत की तरफ से 20 बार 50 से ज्यादा रन का स्कोर बना चुके हैं।

उसी के साथ उनके नाम 30 से ज्यादा बार 5-विकेट हॉल भी उनके नाम हैं। आमतौर पर ऐसा करने वाले दो अलग खिलाड़ी होते हैं लेकिन दिग्गज गेंदबाज ने खुद अकेले दम पर यह कारनामा किया है और ऐसा करने वाले वो दुनिया में इकलौते खिलाड़ी हैं। उनसे पहले आजतक इस तरह का रिकॉर्ड कोई नहीं बना पाया है। 

टेस्ट क्रिकेट में R Ashwin का प्रदर्शन 

आपको बता दें बांग्लादेश के खिलाफ अश्विन का यह 101वां टेस्ट मुकाबला है। अपने टेस्ट करियर के दौरान अश्विन 3400 से ज्यादा रन बना चुके हैं। इस दौरान उनके नाम 6 शतक और 14 अर्धशतक लगाए हैं। इसी के साथ गेंदबाजी की बात करें तो उनके नाम 516 विकेट हैं। गेंदबाजी करते हुए उन्होंने 36 बार 5-विकेट हॉल भी लिया है। अश्विन (R Ashwin) भारतीय टीम के लिए एक बेहतरीन ऑलराउंडर के रूप में उभर के सामने आए हैं। जिस नंबर पर वो बल्लेबाजी करने उतरते हैं उसके बाद इस तरह के आंकड़े होना महान खिलाड़ी की निशानी है।

मुश्किल हालातों टीम को उभारा

बांग्लादेश के खिलाफ पहले मुकाबले में जब अश्विन (R Ashwin) भारत की तरफ से बल्लेबाजी करने के लिए उतरे थे, उस समय भारतीय टीम के हालात कुछ अच्छे नहीं थे। भारत का टॉप ऑर्डर पूरी तरह से फ्लॉप हो चुका था। ऐसे में जम्मेदारी उठाते हुए उन्होंने शानदार बल्लेबाजी की और टीम इंडिया को मुश्किल हालातों से बाहर निकाला। बांग्लादेश के खिलाफ उनका यह शतक इसलिए भी बहुत अहम हो जाता है। 

यह भी पढ़ें – बांग्लादेशी गेंदबाजों को उधेड़कर अश्विन को आई ऋषभ पंत की याद, शतक जड़ने के बाद कही ये बात