Duleep Trophy 2024: भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड ने बीते दिन आगामी दलीप ट्रॉफी के लिए तमाम स्क्वॉड जारी कर दिए. 5 सितंबर से इस चार दिवसीय टूर्नामेंट की शुरुआत होने वाली है. कुल 4 टीमें इसमें हिस्सा लेंगी। टीम-ए, टीम-बी, टीम-सी व टीम-डी वो टीमें हैं, जिनके बीच प्रतिस्पर्धा देखने को मिलेगी. टीम इंडिया के लिए पिछले कुछ समय से निरंतर क्रिकेट खेलने वाले कुछ प्लेयर्स इसमें हिस्सा लेंगे.
इनमें शुभमन गिल, श्रेयस अय्यर, कुलदीप यादव, मोहम्मद सिराज, रविन्द्र जडेजा आदि का नाम शामिल है. वहीं दूसरी तरफ दो ऐसे क्रिकेटर भी हैं, जिन्होंने दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) खेलने में अधिक रुचि नहीं दिखाई. दरअसल हम बात ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या और सीनियर क्रिकेटर आर अश्विन की कर रहे हैं. आइए जान लेते हैं आखिर क्या वजह रही होगी, जिसके चलते इन दोनों ने यह फैसला लिया होगा.
आर अश्विन के Duleep Trophy 2024 न खेलने की वजह
- टीम इंडिया (Team India) के लिए 280 से अधिक इंटरनेशनल मैच खेलने वाले राइट आर्म ऑफ ब्रेक बॉलर आर अश्विन पिछले कुछ समय से पेशेवर क्रिकेट से दूर हैं.
- 37 वर्षीय खिलाड़ी इससे पहले इंडियन प्रीमियर लीग के 17वें संस्करण में नजर आए थे. इसके बाद टी20 विश्व कप 2024 से लेकर जितनी भी व्हाइट बॉल सीरीज खेली गई है, उसमें अश्विन को टीम में जगह नहीं मिली. हालांकि आने वाले कुछ महीनों में भारतीय टीम कई सारी टेस्ट श्रृंखला खेलने वाली है.
- ऐसे में टेस्ट स्पेशलिस्ट अश्विन को काफी मौके मिलेंगे. क्रिकेट के सबसे लंबे फॉर्मैट में अभ्यस्त रहने के लिए बोर्ड ने सभी प्रमुख खिलाड़ियों को दलीप ट्रॉफी में खेलने के निर्देश दिए थे.
- रविचंद्रन अश्विन ने इसे नजरअंदाज कर दिया. इसके पीछे का कारण स्पष्ट नहीं हो पाया है। कुछ मीडिया रिपोर्ट्स में यह दावा किया गया है कि बीसीसीआई ने अश्विन के अलावा रोहित शर्मा, विराट कोहली जैसे कुछ सीनियर क्रिकेटर को यह छूट दी थी कि वह अपनी मर्जी से आगामी टूर्नामेंट खेलने का फैसला करें.
हार्दिक पांड्या को मिला बीसीसीआई का साथ
- 30 वर्षीय ऑलराउंडर हार्दिक पांड्या (Hardik Pandya) ने साल 2018 के बाद से एक भी रेड बॉल क्रिकेट का मैच नहीं खेला है। बड़ौदा के ये क्रिकेटर अक्सर फिटनेस संबंधित समस्याओं से जूझते रहते हैं.
- यही वजह है कि 2016 में इंटरनेशनल क्रिकेट में पर्दापण करने के बावजूद उनके खाते में केवल 11 टेस्ट, 86 वनडे, 102 टी20 दर्ज है। पिछले करीब 6 साल से हार्दिक सिर्फ 50 ओवर व 20 ओवर फॉर्मैट ही खेलते आ रहे हैं.
- कुछ महीने पहले नेशनल क्रिकेट अकादमी (NCA) के फीजियो ने बीसीसीआई को बताया था कि हार्दिक पांड्या का शरीर लंबे फॉर्मैट खेलने के लिए नहीं बना.
- यानि वह अगर पांच दिवसीय या चार दिवसीय क्रिकेट खेलते हैं, तो उनकी इंजरी की संभावना काफी बढ़ जाती है. इसी के चलते बोर्ड ने हार्दिक पांड्या को रियायत दी है कि वह केवल दो ही फॉर्मैट खेलें. उनके दलीप ट्रॉफी (Duleep Trophy) में न खेलने के पीछे भी यही कारण है.