Punjab vs Baroda Final: सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी (Syed Mushtaq Ali Trophy 2023) का फाइनल मुकाबला पंजाब और बड़ौदा (Punjab vs Baroda Final) के बीच मोहली में खेला गया. इस मैच में पंजाब ने पहले बल्लेबजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 223 रन बनाए. वहीं इस लक्ष्य का पीछा करते हुए बड़ौदा की टीम 2003 रन ही बना सकीं और पंजाब की टीम ने इस मैच को 20 रनों से जीत लिया.
पंजाब ने जीता सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी का खिताब
पंजाब (Punjab vs Baroda Final) ने फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबजी करते हुए निर्धारित 20 ओवरों में 4 विकेट के नुकसान पर 223 रन बनाए. बड़ौदा के लिए इस लक्ष्य को हासिल कर पाना किसी पहाड़ पर चढ़ने से कम नहीं था. क्योंकि 120 गेंदों में दूसरी पारी में 224 रनों का स्कोर चेज करना आसान नहीं होता है और कुछ ऐसा ही देखने को मिला.
क्रुणाल पांड्या की अगुवाई वाली बड़ौदा के बल्लेबाजों ने हथियार डाल दिए. उनकी पूरी टीम 203 रन ही बना सकीं. जिसकी वजह से पंजाब ने इस खिताबी मुकाबले को अपने नाम कर लिया. वहीं बरौड़ा टीम के बल्लेबाजों की बात करें तो सलामी बल्लेबाज ज्योत्स्निल सिंह 4 रन बनाकर आउट हो गए.
वहीं निनाद राठवा ने 47 रन की पारी खेली. कप्तान क्रुणाल पांड्या ने भी बड़े शॉट्स खेलने की कोशिश की मगर वह अपने प्लान में सफल नहीं हो सकें और 45 रन बनाकर आउट हो गए. गेंदबाजों ने भी काफी मार पड़ी. अतीत शेठ ने 4 ओवर में 1 विकेट लेकर 56 रन लुटवा दिए. सोएब सोपरिया की जमकर पिटाई हुई. उन्होंने भी 4 ओवरों में 43 रन दिए.
Punjab vs Baroda Final: अनमोलप्रीत सिंह और अर्शदीप सिंह बनें पंजाब की जीत हीरो
खिताबी मुकाबले (Punjab vs Baroda Final) में पंजाब को अच्छी शुरुआत नहीं मिली. क्योंकि शानदार फॉर्म में चल रहे सलामी बल्लेबाज अभिषेक शर्मा बिना खाता खोले आउट हो गए. लेकिन दूसरे छोर से अनमोलप्रीत सिंह (Anmolpreet Singh) जमे रहे. उन्होंने बरौड़ा के गेंदबाजों ढ़ावा बोलते हुए तूफानी पारी खेल दी.
अनमोलप्रीत 61 गेंदों में 113 रन बनाए. इस दौरान उनके बल्ले से 10 चौके और 6 छक्के भी देखने को मिले. कप्तान मनदीप सिंह ने 35 और नेहल वढेरा 27 गेंदों में 61 रन ठोक डाले. उनकी इस पारी की वजह से पंजाब ने 20 ओवरों में 223 रनों का विशाल स्कोर खड़ा किया.
वहीं गेंदबाजी में तेज गेंदबाज अर्शदीप सिंह भले टीम इंडिया का हिस्सा ना हो. लेकिन फाइनल मुकाबले (Punjab vs Baroda Final) में पंजाब के लिए घातक गेंदबाजी की. उन्होंने इस मैच में किफायती गेंदबाजी करते हुए 24 रन देकर 4 विकेट अपने नाम किए. जिसकी वजह से उनकी टीम पहली बार चैंपियन बनने में सफल रही.