मिताली या हरमनप्रीत नहीं बल्कि भारतीय पुरुष टीम के साथ खेल चुकी है यह स्टार भारतीय महिला खिलाड़ी
Published - 27 Jul 2017, 03:51 PM

भारतीय महिला क्रिकेट टीम ने जिस समय अपने विश्वकप का आगाज किया था, तो उस समय किसी ने ये भी नहीं सोचा था, कि वो फाइनल तक का सफर तय करेंगी, क्योकि जिस टीम को विश्वकप में खेलने के लिए पहले क्वालिफाई खेलना पड़ा, जिसके बाद भारतीय महिला टीम ने इंग्लैंड होने वाले विश्वकप में अपनी जगह बना सकी थी और पहले ही मैच में उन्होंने मेजबान इंग्लैंड को हराकर इस बात को साफ जार दिया था, कि उन्हें हल्के में लेने की कोई भी कोशिस भी ना करे और इसके बाद टीम ने फाइनल तक का सफर तय किया, लेकिन वहां पर उन्हें 9 रन से इंग्लैंड के हाथों हार का सामना करना पड़ा, फिर भी जिस तरह से टीम के सभी खिलाड़ियों ने प्रदर्शन किया उसके बाद उनकी हर जगह तारीफ हो रही हैं.
पूनम खेलती थी रोहित शर्मा के साथ
भारतीय महिला टीम की इस विश्वकप में सफलता का एक राज ओपनिंग बल्लेबाज पूनम राउत का शानदार फॉर्म भी था, जिन्होंने महिला विश्वकप में 42.33 के औसत से 9 मैच में 381 रन बनायें, जिसमे इस खिलाड़ी ने एक शतक और दो पचासे भी लगायें. पूनम ने इंग्लैंड के खिलाफ फाइनल मैच में भी 86 रन बनायें थे, लेकिन उनके ये रन टीम को हार से बचाने में नाकाम साबित हुए. पूनम राउत के कोच ने एक बातचीत के दौरान इस बात का खुलासा किया कि वे टीम इण्डिया के ओपनिंग बल्लेबाज रोहित शर्मा के साथ खेलती थी.
10 साल की उम्र में
पूनम राउत के कोच संजय गायतोंडे ने एक इंटरव्यू के दौरान इस बारे में बात करते हुए कहा कि जब पूनम 10 साल की थी तब वे रोहित शर्मा के साथ प्रेक्टिस करती थी. संजय ने आगे कहा कि मैं पूनम के खेल से काफी प्रभावित हुआ जिसके बाद मैंने उन्हें लड़कों के एक कैंप में बुलाया जिसके बारे में मैंने उन्हें बिल्कुल भी नहीं बताया और फिर मैंने उन्हें कहा कि मैं उनकी प्रातिभा को परखना चाहता हूँ और इसके बाद पूनम वहां गयी और लड़कों के साथ कतार में जाकर खड़ी हो गयी और उस समय चयनकर्ता घरेलू क्रिकेट के दिग्गज बल्लेबाज अमूल मजूमदार के पिता अनिल मजूमदार थे, जिन्होंने पूनम की बल्लेबाजी देखी और उससे काफी प्रभावित भी हुए.
मेरी पहली गर्ल स्टूडेंट
संजय गायतोंडे ने पूनम के बारे में आगे बताया कि उनके पिता एक ड्राईवर हैं और साथ में काफी अच्छे एथलीट भी, पूनम को जब मैंने पहली बार खेलते हुए देखा था तो उस समय मुझे इस खिलाड़ी के बारे में एक बात पता चल गयी थी कि इसमें काफी अच्छा बॉल को परखने की क्षमता हैं. जिसके बाद मैंने पूनम को अपना स्टूडेंट बना लिया जो कि मेरे जीवन की पहली गर्ल स्टूडेंट थी. पूनम के कोच संजय गायतोंडे ने उस कैंप के बारे में आगे बताया कि अनिल मजूमदार ने जब इसका नाम पूछा तो मैंने जब उन्हें बताया तो वे काफी हैरान हुए और पूछा कि ये इस कैंप में क्या कर रही हैं, जिसके बाद मैंने उन्हें पूरी बात बताई और कहा कि मैं पूनम को परखना चाहता था और उसने मुझे काफी प्रभावित किया हैं.
12 साल की उम्र में लडकों के केंप में खेली थी पूनम
यह बात बहुत ही कम लोग जानते हैं, कि मात्र 12 साल की उम्र में पूनम राउत का सिलेक्शन अंडर 14 की टीम में हुआ था और अंडर 14 की टीम बॉयज टीम के ट्रेनिंग कैंप में पूनम राउत खेली भी थी. यह अंडर 14 का कैंप मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन {एमसीए} द्वारा आयोजित किया था.
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rohit shrma ICC Women's World Cup 2017