पृथ्वी शॉ ने घमंड और अति आत्मविश्वास की वजह से खोई टीम में अपनी जगह, पूर्व भारतीय खिलाड़ी का दावा

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Shilpi Sharma
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Prithvi shaw

भारतीय टीम के युवा सलामी बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (prithvi shaw) इन दिनों टेस्ट फॉर्मेट में लगातार नजरअंदाज किए जा रहे हैं. ऑस्ट्रेलिया दौरे पर पहले मुकाबले में फेल होने के बाद से उन्हें ना एक भी सीरीज में मौका नहीं दिया गया गया है. जिसे लेकर कई दिग्गज अब तक हैरानी जता चुके हैं. तो वहीं इसी बीच एक पूर्व क्रिकेटर ने युवा बल्लेबाज को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. क्या है पूरी रिपोर्ट जानिए इस खबर के जरिए...

सलामी बल्लेबाज को लगातार टीम इंडिया में किया जा रहा नजरअंदाज

prithvi shaw

टीम इंडिया के ओपनर बल्लेबाज को लेकर अंशुमान गायकवाड़ (anshuman gaekwad) ने क्या टिप्पणी की है, ये तो हम आपको बताएंगे ही, लेकिन उससे पहले आप ये जान लें कि इस समय भारतीय क्रिकेट की दूसरी टीम श्रीलंका दौरे पर है. इस दौरे पर पृथ्वी शॉ (prithvi shaw) को भी चयनकर्ताओं ने टीम में शामिल किया है. शिखर धवन की कप्तानी में 3-3 मैचों की वनडे और टी20 सीरीज खेली जानी है. जबकि युवा बल्लेबाज की बात करें तो उन्हें अभी तक टेस्ट फॉर्मेट में प्राथमिकता दी गई है.

हालांकि श्रीलंका दौरे पर उनके टी20 फॉर्मेट में भी डेब्यू करने की संभावना जताई जा रही है. इससे पहले उन्हें  प्लेइंग 11 से ही नहीं बल्कि टीम से भी बाहर किया गया था. इसके पीछे की वजह ऑस्ट्रेलिया दौरे पर उनका एडिलेड टेस्ट मैच में फ्लॉप होना था. इसके बाद उन्हें इंग्लैंड के खिलाफ खेली गई घरेलू टेस्ट सीरीज से भी बाहर कर दिया गया था. यहां तक WTC और फिर इंग्लैंड दौरे पर उन्हें तरजीह नहीं दी गई.

घमंड की वजह से सलामी बल्लेबाज को नहीं मिली जगह-अंशुमन गायकवाड़

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जाहिर सी बात है कि, जिस लय में पृथ्वी शॉ (prithvi shaw) ने टेस्ट करियर का आगाज किया था वो उस निरंतरता को बरकरार नहीं रख सके और इसका नतीजा उनके प्रदर्शन पर साफ देखने को मिला. ऐसे में अंशुमन गायकवाड़ का कहना है कि, श्रीलंका दौरा उनके लिए बेहद महत्वपूर्ण साबित होने वाला है. जब अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट में उन्होंने डेब्यू किया था उस वक्त ऐसा लगा था कि, ये खिलाड़ी इस मंच पर टिकेगा लेकिन ऐसा संभव नहीं हो सका.

अंशुमन गायकवाड़ ने कहा कि, "ये शायद पृथ्वी शॉ के विश्वास, अति विश्वास या फिर घमंड के कारण हुआ. ये सभी चीजें किसी भी खिलाड़ी के पतन की वजह बनती हैं. इसलिए हर क्रिकेटर को हमेशा जमीन से जुड़े रहना चाहिए और ये बहुत जरूरी भी है. मुझे पता है कि, जब आप युवा होते हैं तो ऐसा होता है लेकिन, अब लगता है कि उन्हें सबक मिल गया है. कभी-कभी हम दूसरों से प्रेरित होते हैं तो कभी-कभी अपने एक्सपीरियंस से सीखते हैं".

घरेलू क्रिकेट में मचाया धमाल

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पृथ्वी शॉ (prithvi shaw) को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ टेस्ट सीरीज में खराब प्रदर्शन की वजह से दोबारा प्लेइंग 11 में जगह नहीं दी गई थी. लगातार टीम में जगह ना मिलने के बाद घरेलू क्रिकेट में उनका बल्ला जमकर गरजा था. विजय हजारे ट्रॉफी में उन्होंने अपनी टीम को चैंपियन भी बनाया था. इस टूर्नामेंट में उनके बल्ले से 827 रन निकले थे. जिसमें 4 शतक और एक दोहरा शतक भी शामिल था. यहां तक कि आईपीएल 2021 के स्थगित होने से पहले भी 8 मैचों में बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 308 रन बनाए थे.

भारतीय क्रिकेट टीम पृथ्वी शॉ