Hardik Pandya: पूर्व भारतीय तेज गेंदबाज प्रवीण कुमार ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. उन्होंने कहा कि भारतीय क्रिकेट में नियम सबके लिए बराबर होने चाहिए, जो फिलहाल देखने को नहीं मिल रहा है. दरअसल, बीसीसीआई ने हाल ही में केंद्रीय अनुबंध वाले खिलाड़ियों की सूची की घोषणा की है. बीसीसीआई ने श्रेयस अय्यर और इशान किशन को अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट से बाहर कर दिया है.
दोनों खिलाड़ियों को रणजी नहीं खेलने का ये नतीजा मिला. लंबे समय से घरेलू टूर्नामेंट से दूर चल रहे हार्दिक पंड्या को बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में बरकरार रखा है. इस पर प्रवीण कुमार ने बीसीसीआई और पंड्या पर अपना गुस्सा जाहिर किया है. आइए पहले जानते हैं कि उन्होंने क्या कहा.
प्रवीण कुमार ने Hardik Pandya पर जताया गुस्सा
दरअसल, बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट की लिस्ट जारी करते हुए खिलाड़ियों के लिए घरेलू टेस्ट क्रिकेट खेलना अनिवार्य कर दिया है. यह भी कहा गया कि घरेलू क्रिकेट खेलने के बाद ही आईपीएल और अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट की अनुमति दी जाएगी. लेकिन हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) के खिलाफ कोई कार्रवाई नहीं की गई.
वह फिट होने के बावजूद भी वह घरेलू क्रिकेट खेलते नजर नहीं आए. इसे लेकर प्रवीण कुमार ने बीसीसीआई से सवाल पूछा है. जहां श्रेयस और इशान को केंद्रीय अनुबंध से बाहर कर दिया गया, वहीं हार्दिक को बीसीसीआई ग्रेड ए अनुबंध मिला.
"क्या हार्दिक पंड्या चाँद से नीचे आये हैं? - प्रवीण कुमार
एक यूट्यूब चैनल पर इस बारे में बात करते हुए प्रवीण कुमार ने हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) और बीसीसीआई की जमकर आलोचना की. उन्होंने कहा- "क्या हार्दिक पंड्या चांद से नीचे आए हैं? उन्हें घरेलू क्रिकेट भी खेलना चाहिए. सबके लिए अलग-अलग नियम क्यों हैं. बीसीसीआई को भी हार्दिक को चेतावनी देनी चाहिए. क्या आप केवल घरेलू टी20 टूर्नामेंट ही खेलना चाहते हैं? सभी के लिए एक ही नियाम होना चाहिए"
"लिख कर दो उपलब्द नहीं हो" - प्रवीण कुमार
आपको बता दें कि हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने लंबे समय से टेस्ट और फर्स्ट क्लास टूर्नामेंट नहीं खेले हैं, उन्हें आखिरी बार 2018 में इस प्रारूपों में खेलते हुए देखा गया था. वह सिर्फ सीमित ओवरों के क्रिकेट में खेलते हुए देखे गए हैं. इस पर प्रवीण कुमार ने अपना गुस्सा भी जाहिर किया है. उन्होंने कहा -
" क्या 60-70 टेस्ट मैच खेल चुके हार्दिक पंड्या जो सिर्फ टी20 मैच ही खेलने वाले हैं? अगर देश और टीम को उनकी जरूरत है तो उन्हें मैदान पर आना चाहिए. यदि आप टेस्ट क्रिकेट नहीं खेलना चाहते हैं तो लिख कर दे कि आप टेस्ट मैचों के लिए उपलब्ध नहीं होंगे. आप ऐसा भी नहीं कर रहे हैं और बीच में छोड़ रहे हो सब. इस बारे में बीसीसीआई से भी पूछा जाना चाहिए. आप अपनी इच्छानुसार नियमों को नहीं बदल सकते."
प्रवीण कुमार ने बीसीसीआई को दी सलाह
प्रवीण कुमार ने बीसीसीआई को सलाह देते हुए कहा, ''अगर उन्हें लगता है कि हार्दिक (Hardik Pandya) टी20 के अहम खिलाड़ी हैं और उनकी फिटनेस पर असर नहीं पड़ना चाहिए तो ठीक है. ऐसे में खिलाड़ी को बता देना चाहिए कि उनका चयन टेस्ट में नहीं किया जाएगा. सिर्फ टी20 और वनडे में आपका एकमात्र विचार किया जायगा. अगर ऐसा होता है तो खिलाड़ी अपने भविष्य के बारे में जानकर संतुष्ट हो जाएगा.
हार्दिक पंड्या ने नहीं खेलते हैं टेस्ट
आपको बता दें कि हार्दिक पंड्या (Hardik Pandya) ने चोट के कारण लंबे समय से टेस्ट क्रिकेट और फर्स्ट क्लास क्रिकेट नहीं खेला है. उन्होंने आखिरी बार 2018 में टेस्ट क्रिकेट खेला था. उसके बाद से उन्हें अंतरराष्ट्रीय या घरेलू स्तर पर रेड बॉल खेलते हुए नहीं देखा गया है. हालांकि, इसके बावजूद बीसीसीआई ने उन्हें सेंट्रल लिस्ट में बरकरार रखा है, वो भी लिस्ट ए में, जिसके तहत वो बीसीसीआई से सालाना 5 करोड़ रुपये लेंगे. हार्दिक के टेस्ट फॉर्मेट में न खेलने की वजह उनकी फिटनेस ही है, जिसे वह काफी समय से जूझ रहे है.
क्या हार्दिक अन्य घरेलू मैचों के लिए उपलब्ध होंगे?
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, जब बीसीसीआई ने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी किया था. चयनकर्ता ने हार्दिक (Hardik Pandya) से घरेलू क्रिकेट खेलने को लेकर बात की थी. उस वक्त कहा गया था कि अगर हार्दिक टीम इंडिया के लिए मैच नहीं खेल रहे हैं तो वह घरेलू क्रिकेट खेलते नजर आएंगे.
हालाँकि, उन्हें प्रथम श्रेणी क्रिकेट छोड़कर अन्य प्रारूपों में खेलते हुए देखा जायगा. यानी वह सैयद मुश्ताक टी20 और विजय हजारे ट्रॉफी जैसे घरेलू टूर्नामेंट में खेलते नजर आएंगे. बता दें कि सीमित ओवरों का घरेलू टूर्नामेंट सितंबर में खेला जाएगा. इस दौरान टीम इंडिया रेड बॉल क्रिकेट मैच खेलेगी ये देखने वाली बात होगी. क्या हार्दिक तब उपलब्ध होंगे?