तेज गेंदबाज प्रशांत राणा (Prashant Rana) रणजी ट्रॉफी में ओडिशा की टीम में खेलते हुए नजर आ सकते हैं. प्रशांत राणा की कहानी युवा खिलाड़ियों को काफी प्रेरित कर सकती है. कहते है कि अगर इंसान को जिस चीज की चाह हो तो उसे पाने के लिए कोई परेशानी आपको रोक नहीं सकती. ऐसा ही जुनून प्रशांत राणा में देखने को मिला. 9 साल प्लंबर काम के काम में गुजारने के बाद भी हार नहीं मानी.
प्रशांत राणा ने रणजी ट्रॉफी में बनाई जगह
प्रशांत राणा (Prashant Rana) भारत की घरेलू क्रिकेट में रणजी ट्रॉफी (Ranji Trophy) में अपने हुनर से जलवा बिखेरने के लिए तैयार हैं. इनका हाल में ओडिशा की सीनियर रणजी टीम के लिए संभावित 20 खिलाड़ियों की सूची में शामिल किया गया है. रणजी ट्रॉफी के लिए ओडिशा को एलीट ग्रुप डी में रखा गया है. प्रशांत राणा दांए हाथ के तेज गेंदबाज है. 24 साल का प्रशांत राणा प्लंबर का काम करते-करते एक दिन भारतीय क्रिकेट टीम के दरवाजे पर अपनी दस्तक दे देगा. इस बात का अंदाजा उनके परिवार को भी नहीं होगा. हालांकि अब ये परिवार के लिए खुशी की बात है.
राणा का ओडिशा रणजी टीम में चुना जाना इसलिए बहुत बड़ी बात है क्योंकि वह ओडिशा के पहले रणजी खिलाड़ी हैं, जो सीनियर टीम में चुने जाने से पहले कभी जूनियर टूर्नामेंट में नहीं खेले. राणा अपनी काबिलियत के दम पर अपनी जगह रणजी ट्रॉफी में पक्की कर ली. प्रशांत राणा (Prashant Rana) अपना पहला मैच 17 फरवरी को सौराष्ट्र के खिलाफ खेलना है.
BCCI ने इनके चयन पर दी यह सफाई
प्रशांत राणा (Prashant Rana) रणजी ट्रॉफी में ओडिशा की टीम में खेलते हुए नजर आ सकते हैं. वह ओडिशा के पहले रणजी खिलाड़ी हैं, जो सीनियर टीम में चुने जाने से पहले कभी जूनियर टूर्नामेंट में नहीं खेले. जिस पर BCCI ने सफाई दी है. उन्होंने कहा कि
'BCCI के पूर्व टेक्निकल सदस्य और प्रशांत राणा के कोच प्रदीप चौहान ने कहा, 'मुझे नहीं लगता है कि ओडिशा का कोई खिलाड़ी अंडर-19 या फिर अंडर-23 टूर्नामेंट खेले बिना ही सीनियर क्रिकेट टीम में शामिल हुआ हो। यही उसे (प्रशांत राणा) को सबसे अलग और खास बनाता है। मुझे यकीन है कि वह अपनी ऊंचाई, तेज गेंदबाजी एक्शन और शानदार प्रदर्शन करने की क्षमता के दम पर बहुत आगे तक जाएंगे'