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MS Dhoni: टीम इंडिया के पूर्व कप्तान और सीएसके के खिलाड़ी एमएस धोनी इस समय आईपीएल 2024 (IPL 2024) में खेल रहे हैं. इस बीच, नोएडा पुलिस ने माही को धोखा देने वाले शख्स को गिरफ्तार कर लिया है. पुलिस ने जिस शख़्स को गिरफ्तार किया है उस पर माही से करीब 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी करने का आरोप है. लेकिन अब पुलिस ने इस शख़्स पर कानूनी कार्यवाही करते हुए बड़ा एक्शन लिया है. आइए आपको बताते हैं कौन है ये शख़्स और क्या है मामला.
MS Dhoni के साथ 16 करोड़ की हुई थी धोखाधड़ी
- दरअसल, एमएस धोनी (MS Dhoni) के कॉलेज के दोस्त और उनके पूर्व बिजनेस पार्टनर मिहिर दिवाकर और सौम्या दास को 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी के आरोप के बाद हिरासत में लिया गया है.
- अर्का स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक दिवाकर को नोएडा में गिरफ्तार किया गया, जबकि दास को जयपुर में हिरासत में लिया गया.
- धोनी ने पहले ही शिकायत की थी कि उनका पूर्व साथी उनके नाम पर क्रिकेट अकादमी शुरू करने के लिए उनके अनुबंध संबंधी समझौते को पूरा करने में विफल रहा है.
- जिससे करीब 16 करोड़ रुपये का आर्थिक नुकसान हुआ.
धोनी के नाम का इस्तेमाल कर हो रही धोखाधड़ी
- धोनी द्वारा अपने नाम का उपयोग करने की अनुमति वापस लेने के बावजूद, उन्होंने कथित तौर पर ऐसा करना जारी रखा.
- जिसके बाद एमएस धोनी (MS Dhoni) ने उनके खिलाफ आपराधिक शिकायत दर्ज की है.
- धोनी ने भारतीय दंड संहिता (आईपीसी) की धारा 406, 420, 467, 468, 471 और 120बी के तहत उल्लंघन का हवाला देते हुए जिला न्यायालय रांची में आपराधिक मामला दायर किया है.
- मुकदमे में अर्का स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड, निदेशक मिहिर दिवाकर और अर्का स्पोर्ट्स मैनेजमेंट प्राइवेट लिमिटेड के निदेशक सौम्या दास का नाम शामिल है.
दिवाकर को नोएडा से गिरफ्तार किया गया
- जानकारी के मुताबिक, 15 अगस्त 2021 को एमएस धोनी (MS Dhoni) द्वारा अपनी शिकायत वापस लेने के बावजूद मिहिर दिवाकर ने पूर्व भारतीय कप्तान के नाम का फायदा उठाकर माही के नाम का इस्तेमाल करना और भारत और विदेशों में क्रिकेट अकादमियों का संचालन करना जारी रखा.
- उन्होंने कथित तौर पर एमएस धोनी क्रिकेट अकादमी और एमएस धोनी स्पोर्ट्स अकादमी जैसी अकादमियों के लिए फ्रेंचाइजी फीस भी ली.
- कुल मिलाकर उन्होंने कथित तौर पर 16 करोड़ रुपये की धोखाधड़ी की. दिवाकर को नोएडा से गिरफ्तार किया गया, जहां से उसे जयपुर भेज दिया गया.