6,6,6,6,6,6,6....सैयद मुश्ताक खेलने पहुंचे ऋषभ पंत ने मात्र 32 बॉल पर ठोका शतक, जड़ डाले 8 चौके 12 छक्के
Published - 08 Dec 2025, 11:36 AM | Updated - 08 Dec 2025, 11:39 AM
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Rishabh Pant: भारतीय टीम के बाएं हाथ के विकेटकीपर बल्लेबाज ऋषभ पंत (Rishabh Pant) हमेशा से अपने विस्फोटक अंदाज़ के लिए जाने जाते हैं।
इंग्लैंड दौरे पर चोट के बाद वे कुछ समय क्रिकेट से दूर रहे, लेकिन जैसे ही वे मैदान पर वापस लौटे, अपने पुराने अंदाज़ में दिखाई दिए। घरेलू क्रिकेट में उन्होंने यह साबित कर दिया कि उनकी फिटनेस और फॉर्म दोनों पहले की तरह ही दमदार हैं।
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में खेली गई उनकी तूफानी पारी न सिर्फ दर्शकों को रोमांचित कर गई बल्कि यह भी बता गई कि पंत की बल्लेबाजी में कितना दम और कितना आत्मविश्वास छिपा हुआ है। मात्र 32 गेंदों में शतक जड़कर पंत ने पूरे क्रिकेट जगत को चौंका दिया और एक बार फिर से खुद को T20 फॉर्मेट का खतरनाक बल्लेबाज साबित किया।
घरेलू क्रिकेट में Rishabh Pant की धमाकेदार वापसी
सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी भारतीय घरेलू क्रिकेट का सबसे अहम T20 टूर्नामेंट है, जो कई प्रतिभाओं को भारतीय क्रिकेट टीम तक पहुंचने का मौका देता है। इसी टूर्नामेंट में ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने अपने बल्ले से ऐसा तूफान मचाया जिसे हर कोई लंबे समय तक याद रखेगा। चोट से उबरने के बाद जब पंत मैदान पर लौटे, तो सभी की नज़रें इस बात पर थीं कि वे कैसा प्रदर्शन करेंगे।
पंत (Rishabh Pant) ने इसका जवाब अपने बल्ले से दिया। उन्होंने हिमाचल प्रदेश के खिलाफ खेलते हुए मात्र 32 गेंदों में शतक ठोककर दर्शा दिया कि उनकी फॉर्म में कोई कमी नहीं आई है। जिस अंदाज़ में उन्होंने गेंदबाजों पर हमला बोला, उसने विपक्षी टीम को मैच के शुरुआती ओवरों में ही बैकफुट पर धकेल दिया।
कब और किस टीम के खिलाफ आया यह तूफानी शतक
यह ऐतिहासिक मुकाबला 14 जनवरी 2018 को दिल्ली और हिमाचल प्रदेश की टीमों के बीच खेला गया था। हिमाचल प्रदेश ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 20 ओवर में 8 विकेट पर 144 रन बनाए और दिल्ली को जीत के लिए 145 रनों का लक्ष्य दिया।
स्कोर बहुत बड़ा नहीं था, लेकिन पिच बल्लेबाजी के अनुकूल भी नहीं मानी जा रही थी। ऐसे में किसी भी बल्लेबाज के लिए तेज़ रन बनाना आसान नहीं था।
लेकिन ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने इसे बिल्कुल अलग ही तरीके से लिया। क्रीज पर आते ही उन्होंने बड़े शॉट लगाने शुरू कर दिए। हर ओवर में रन रेट बढ़ता गया और उनके बल्ले से लगातार चौके-छक्के निकलते रहे।
38 गेंदों में 116 रनों की यह पारी सिर्फ तेज़ नहीं बल्कि ऐतिहासिक थी क्योंकि उन्होंने सिर्फ 32 गेंदों में शतक पूरा किया, जो उस समय T20 क्रिकेट का दूसरा सबसे तेज़ शतक था।
मैच का हाल और दिल्ली की आसान जीत
इस मुकाबले में दिल्ली के गेंदबाजों ने शुरुआत में ही अच्छा प्रदर्शन करते हुए हिमाचल को 144 रन पर रोक दिया था। प्रदीप सांगवान ने अपने चार ओवरों में 39 रन देकर दो विकेट हासिल किए, जबकि नवदीप सैनी और पवन नेगी को एक-एक विकेट मिला।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी दिल्ली की टीम की शुरुआत बेहद मजबूत रही। गौतम गंभीर और ऋषभ पंत (Rishabh Pant) ने पारी का आगाज किया और शुरुआती ओवरों में ही रन गति को तेज कर दिया।
गंभीर ने 33 गेंदों में 30 रन बनाए, जबकि दूसरी ओर पंत गेंदबाजों पर लगातार आक्रामक शॉट लगाते रहे। जिस तरह उन्होंने हर गेंद को सीमा रेखा के पार भेजा, उसने मैच को एकतरफा बना दिया। पंत की धुआंधार पारी के चलते दिल्ली ने यह लक्ष्य बेहद आसानी से हासिल कर लिया।
T20 इतिहास के तेज़ शतकों में शामिल पंत की पारी
ऋषभ पंत (Rishabh Pant) की यह पारी T20 क्रिकेट के इतिहास में सबसे यादगार पारियों में गिनी जाती है। उस समय T20 के सबसे तेज शतक का रिकॉर्ड क्रिस गेल के नाम था, लेकिन पंत ने अपने प्रदर्शन से उस रिकॉर्ड को चुनौती दे दी।
12 छक्के और 8 चौकों से सजी उनकी पारी ने दर्शकों को रोमांचित कर दिया और यह दिखा दिया कि वे किसी भी गेंदबाज पर हावी हो सकते हैं। पंत की यह पारी घरेलू क्रिकेट के स्तर पर ही नहीं बल्कि अंतरराष्ट्रीय स्तर पर भी उनकी क्षमता का बड़ा प्रमाण बनकर सामने आई।
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ऑथर के बारे में
यह लेखक Cricketaddictor का एक सदस्य है जो क्रिकेट से जुड़ी खबरों और विश्लेषण पर लिखता है।