'प्लेयर ऑफ़ द सीरीज' रोहित शर्मा ने सिडनी ODI के बाद फैंस को दे दिए आंसू, बोले 'मैं अब कभी नहीं.....'
Published - 25 Oct 2025, 04:44 PM | Updated - 25 Oct 2025, 04:49 PM
ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ खेली गई तीन मैच की वनडे सीरीज में पूर्व भारतीय बल्लेबाज रोहित शर्मा (Rohit Sharma) का प्रदर्शन लाजवाब रहा। दूसरे मैच में अर्धशतक जड़ने के बाद उन्होंने तीसरे वनडे में तूफ़ानी नाबाद शतकीय पारी खेली।
अपने इस विस्फोटक प्रदर्शन के चलते वह प्लेयर ऑफ द सीरीज अवॉर्ड के हकदार रहे, जिसे हासिल करने के बाद उन्होंने अपने भावुक शब्दों से प्रशंसकों की आंखें नम कर दीं। यह खिताब अपने नाम करने के बाद रोहित शर्मा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपने भविष्य को लेकर एक बड़े फैसले का संकेत दिया।
सिडनी में Rohit Sharma की भावुक विदाई
सिडनी क्रिकेट ग्राउंड पर एक भावुक शाम का माहौल रहा, जब भारत के आधुनिक युग के महान खिलाड़ियों में से एक, रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अंतिम वनडे में प्लेयर ऑफ द सीरीज चुने जाने के बाद एक भावुक बयान दिया, जिससे उनके रिटायरमेंट की अफवाहे अब और भी तेज हो गई है ।
नम आंखों और पुरानी यादों से भरी मुस्कान के साथ, रोहित (Rohit Sharma) ने अपने 17 साल के सफर को याद किया और संकेत दिया कि यह ऑस्ट्रेलियाई धरती पर उनका आखिरी अंतरराष्ट्रीय मैच हो सकता है। आखिरी वनडे में भारत की जीत का जश्न मना रहे दर्शक भी जल्द ही खामोश हो गए क्योंकि भारतीय दिग्गज के शब्दों में एक संभावित विदाई का भाव था।
सिडनी वनडे भारत ने 9 विकेट से जीता है, जिसमें रोहित शर्मा ने शानदार शतक लगाया है। उन्होंने 125 गेंदों में नाबाद 121 रन की पारी खेली। जबकि विराट कोहली 74 रन बनाकर नाबाद रहे।
ये भी पढ़ें- W,W,W,W,W,W……RCB के 49 का भी रिकॉर्ड तोड़ गई जिम्बाब्वे की टीम, महज 35 रन पर हुई OUT, वनडे क्रिकेट की करवाई थू-थू
2008 की यादें ताजा हो गईं
क्रिकेट प्रशंसकों को संबोधित करते हुए, रोहित शर्मा (Rohit Sharma) ने पुरानी यादें ताजा कीं। उन्होंने कहा, "मुझे हमेशा से यहां आना और इस मैदान (सिडनी) पर क्रिकेट खेलना पसंद रहा है। 2008 की अच्छी यादें ताजा हो गईं - मेरा पहला ऑस्ट्रेलिया दौरा - यह बहुत मजेदार था, पता नहीं हम (क्रिकेटर के रूप में) वापस आएंगे या नहीं, लेकिन मैंने हर पल का भरपूर आनंद लिया।"
इस बयान ने टीम के साथियों और प्रशंसकों की भावनाओं को जगा दिया, जिन्होंने रोहित को 2008 में एक होनहार युवा से भारत के सबसे सफल कप्तानों में से एक बनते देखा है। उनके शब्दों में गर्व और कृतज्ञता दोनों झलक रहे थे - उन यादों, संघर्षों और उस सफर के लिए जो लगभग दो दशक पहले इन्हीं पिचों पर शुरू हुआ था।
"पिछले 15 साल भूल जाओ... ये तो बस प्यार ही प्यार था"
रोहित (Rohit Sharma) का संबोधन रिकॉर्ड या उपलब्धियों के बारे में नहीं था; यह खेल के प्रति उनके प्यार के बारे में था। रोहित बोले- "पिछले 15 सालों में जो कुछ भी हुआ उसे भूल जाओ, मुझे हमेशा यहां खेलना पसंद रहा है। मुझे लगता है कि विराट के लिए भी यही होगा।" उन्होंने भावुक स्वर में कहा- "शुक्रिया, ऑस्ट्रेलिया"।
इस भावपूर्ण बयान ने न केवल उनके अपने संभावित संन्यास का संकेत दिया, बल्कि एक और दिग्गज, विराट कोहली, जिन्होंने इसी मैदान पर उनके साथ अनगिनत यादें साझा की हैं, के अनिश्चित भविष्य का भी संकेत दिया।
जैसे ही भीड़ तालियां बजाने के लिए उठी, ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी और अधिकारी भी शामिल हो गए, और विश्व क्रिकेट पर रोहित के प्रभाव को स्वीकार किया। चाहे यह अंतिम विदाई थी या 'लास्ट डांस' से पहले का एक विराम...।
एक बात तो तय है - सिडनी ने एक चैंपियन के दिल को उस मैदान को अलविदा कहते देखा, जिसे वह हमेशा से प्यार करता रहा है। प्रशंसकों के लिए, यह सिर्फ एक मैच का अंत नहीं था - बल्कि एक युग के अंत जैसा लगा।
ये भी पढ़ें- 'हम सिर्फ उसकी वजह से जीते....' रोहित-कोहली को भूल इस खिलाड़ी को सिडनी जीत का पूरा श्रेय दे बैठे कप्तान शुभमन गिल