पाकिस्तान को एशिया कप की मेजबानी का डर सताने लगा है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड की तरफ से हर रोज अलग-अलग बातें और बयान देखने को मिल रहे हैं. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष नजम सेठी बयानबाजी कर रहे हैं और इससे पहले रमीज राजा भी कुछ ऐसा ही कहते थे. इस बीच पाकिस्तान ने अब एक और कायराना हरकत की है। उनका बीसीसीआई पर कोई नियंत्रण नहीं है, इसलिए वह अब अन्य क्रिकेट बोर्डों को धमका रहे हैं। ये खबर पाकिस्तान से ही सामने आई है. आइए आपको विस्तार से बताते हैं कि क्या है पूरा मामला...
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने दी धमकी
दरअसल, एशिया कप को लेकर भारत ने पहले ही कहा था कि भारतीय खिलाड़ी सुरक्षा कारणों से एशिया कप खेलने पाकिस्तान नहीं जाएंगे. भारत के इस फैसले के बाद श्रीलंका और बांग्लादेश क्रिकेट बोर्ड ने भी इस पर यही बात कही। जिसे पाकिस्तान बर्दाश्त नहीं कर सका। ऐसे में पीसीबी ने श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को धमकी दी है कि अगर पाकिस्तान में एशिया कप के लिए उसका समर्थन नहीं किया तो पाकिस्तानी टीम टेस्ट सीरीज खेलने श्रीलंका नहीं जाएगी. इस बात का खुलासा एक पाकिस्तानी न्यूज चैनल ने अपनी रिपोर्ट्स में किया है।
साथ ही फरीद खान नाम के एक सोशल मीडिया हैंडल के हवाले से समा न्यूज ने कहा है कि, "अगर श्रीलंका एशिया कप के लिए पाकिस्तान द्वारा दिए गए हाईब्रिड मॉडल का विरोध करता है तो पाकिस्तान जुलाई में होने वाली टेस्ट सीरीज का भी बहिष्कार करेगा." यानी खेलने नहीं आएगा। बता दें कि जुलाई में श्रीलंका में पाकिस्तान और श्रीलंका के बीच दो टेस्ट मैचों की सीरीज होनी है।
पीसीबी ने पेश किया था हाइब्रिड मॉडल
आपको बता दें कि BCCI ने पहले कह दिया था कि एशिया कप खेलने के लिए भारतीय खिलाड़ी पाकिस्तान नहीं जाएंगे। इस बात पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड तिलमिला उठा ,क्योंकि उन्हें पता है कि भारतीय टीम एशिया कप नहीं खेलेगी। ऐसे में उसे करोड़ों का नुकसान होगा। क्योंकि स्टेडियम में मैच देखने के लिए भारतीय प्रशंसक हमेशा लाखों की संख्या में आते हैं। ऐसे में अगर टीम इंडिया एशिया कप में नहीं होती है तो मुश्किल ही कोई भारतीय खिलाड़ी यहां जाए। ऐसे पाकिस्तान को नुकसान उठाना पड़ेगा।
इसलिए पाकिस्तान हर हाल में चाहता है। एशिया कप 2023 में भारतीय टीम हो। पीसीबी ने एशिया कप 2023 को लेकर बीसीसीआई के सामने एक हाईब्रिड मॉडल भी पेश किया था। इस मॉडल के मुताबिक भारत के सभी मैच यूएई में होंगे जबकि सभी टीमें अपने मैच पाकिस्तान में ही खेलेंगी। हालांकि, बीसीसीआई ने इस मॉडल को खारिज कर दिया।