पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी PCB ने शुक्रवार को अपना सीमित ओवर और टेस्ट के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी किया. जिसमें खिलाड़ियों को मिलने वाली धनराशी में इजाफा किया गया है. वहीं पीसीबी ने अपने सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों पर लगाम लगाते हुए उनके विदेशी लीग खेलने रोक लगाने की कोशिश करेगा. अगर खिलाड़ी विदेशी लीगों में हिस्सा नहीं लेते है तो, पीसीबी उन्हें अतिरिक्त पैसा देने के लिए भी तैयार है.
PCB ने जारी किया 2022-2023 का सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड यानी PCB ने सीमित ओवरों और टेस्ट के लिए सेंट्रल कॉन्ट्रैक्ट जारी किया. जिसमें उन्होंने अपने खिलाड़ियों को लुभाने की कोशिश की है. उन्होंने अपने वित्तीय वर्ष 2022-23 के लिए 15 अरब रुपये के वार्षिक बजट को मंजूरी दी है, जिसमें 78 प्रतिशत क्रिकेट गतिविधियों के लिये आवंटित किया गया है. PCB ने कहा,
'अपने शीर्ष क्रिकेटरों को प्रोत्साहित करने और अन्य देशों के खिलाड़ियों की तुलना में वेतन में अंतर को कम करने की अपनी रणनीति के तहत बोर्ड ऑफ गवर्नर्स ने पुरुषों के केंद्रीय अनुबंध ढांचे में बदलाव को मंजूरी दी है.'
नए कॉन्ट्रैक्ट में होगी अनुबंध राशि में बढ़ोत्तरी
पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने सालाना कॉन्ट्रैक्ट में खिलाड़ियों की सैलरी बढ़ाने का विचार किया है. नई नीति के तहत एक जुलाई से लाल गेंद (टेस्ट) और सफेद गेंद (वनडे और टी20) के अलग-अलग अनुबंध दिये जाएंगे. जिसमें अनुबंध राशि में बढ़ोतरी की जाएगी.
वहीं बोर्ड ने अपनी तिजोरी का मुंह खोलते हुए सभी प्रारूपों में सहयोगी के स्टाफ के सदस्यों की मैच फीस में 50 से 70 फीसदी इजाफा करने की घोषणा की है. पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड के अध्यक्ष रमीज राजा ने लाहौर में संवाददाता सम्मेलन में इसकी घोषणा करते हुए कहा,
'हम अपने शीर्ष खिलाड़ियों को सत्र से इतर अतिरिक्त प्रतियोगिताओं में खेलने को लेकर हतोत्साहित करना चाहते हैं, हमें लगता है कि खिलाड़ियों के लिये यही बेहतर होगा कि वे इन लीग में नहीं खेलें. हम जरूरत पड़ने पर उन्हें अनुबंध की राशि का 50 से 60 प्रतिशत भुगतान करने के लिये तैयार हैं.'