BCCI: आईसीसी ने मंगलवार को भारत में खेले जाने वाले विश्व कप 2023 (World Cup 2023) के शेड्यूल का ऐलान कर दिया है. जिसकी शुरूआत 5 अक्टूबर से होगी. जबकि इस टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला विश्व के सबसे बड़े मैदान नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा. इस विश्व कप के सारे मुकाबले 10 मैदानों पर खेले जाएंगे. लेकिन, इसी बीच पंजाब के खेल मंत्री ने बीसीसीआई (BCCI) पर बड़ा आरोप लगया है. इतना ही पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (PCB) की जुबान में भारतीय बोर्ड के खिलाफ तीखी प्रतिक्रिया भी दी है. क्या है पूरा मामला आइये जानते हैं.
पंजाब खेल मंत्री ने BCCI पर लगाया गंभीर आरोप
विश्व कप 2023 (World Cup 2023) का आयोजन इस बार भारत में होना है. जिसके लिए शेड्यूल की घोषणा कर दी गई है. इस विश्व कप के सभी मुकाबले दिल्ली, लखनऊ, कोलकाता, चेन्नई, मुंबई, पुणे, हैदराबाद, धर्मशाला, बेंगलुरु और अहमदाबाद के मैदान पर खेले जाएंगे. लेकिन पंजाब पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आईएस बिंद्रा स्टेडियम को एक भी मैच की मेजबानी करने का मौका नहीं मिला.
बता दें कि मोहाली न केवल भारत के शीर्ष 5 स्टेडियमों में से एक है बल्कि दुनिया के चुनिंदा स्टेडियमों की सूची में भी आता है उसके बावजूद भी BCCI ने इस मैदान पर विश्व कप का एक भी मैच नहीं रखा. जिस पर पंजाब खेल मंत्री ने मीत हेयर ने बीसीसीआई के खिलाफ मोर्चा खोल दिया. खेल मंत्री ने बीसीसीआई पर पक्षपात का आरोप लगाते लगाया है. उन्होंने पंजाब उनके साथ हुए अन्याय को किसी तरह बर्दाश्त नहीं करेगा.पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह (Gurmeet Singh) ने कहा,
"नरेंद्र मोदी स्टेडियम शुरुआती मुकाबला खेला जाएगा जबकि इस मैदान में फाइनल मैच भी होगा. इसके अलावा यह मैदान और भारत और पाकिस्तान मैच की भी मेजबानी कर रहा है. वहीं पड़ोसी राज्य धर्मशाला 5 मैच मेजबानी कर रहा है, लेकिन पंजाब को एक भी नहीं मिला है. इससे साफ है कि पंजाब के साथ राजनीति खेली जा रही है."
पाकिस्तान की जुबान में पंजाब ने BCCI को दी चेतावनी
विश्व कप 2023 के शेड्यूल का ऐलान कर दिया गया है. जिसके बाद पाकिस्तान को बड़ा झटका लगा था, क्योंकि पीसीबी ने मुंबई और गुजरात में अपने मैच नहीं खेलने की मांग की थी. पाक मीडिया में कहा गया था कि मुंबई अटैक दोनों देशों के रिश्तों में खटास पैदा हो गई थी और साल 2008 से दोनों मुल्कों के बीच कोई द्विपक्षीय सीरीज नहीं खेली.
जिसकी वजह से पाकिस्तान सुरक्षा का हवाला देते हुए अपने मैचों को मुंबई के बाहर खेलने की मांग की. लेकिन आईसीसी और बीसीसीआई ने उनकी सभी बातों को दरकिनार कर दिया. पाकिस्तान अपना पहला मुकाबला भारत के साथ 15 अक्टूबर अहमदाबाद में ही खेलेगी. वहीं अब पंजाब के खेल मंत्री ने भी पाकिस्तान की जुबान में हां में हां मिलाता हुए बीसीसीआई पर कई बड़े आरोप मढ़ दिए. खेल मंत्री का कहना है कि कम से बीसीसीआई को उनके राज्य में एक या दो मैचों का आयोजन तो आयोजित करना ही चाहिए था.
पंजाब को नहीं मिली एक भी मैच की मेजबानी
पंजाब के खेल मंत्री ने बीसीसीआई के सचिव जय शाह पर राजनीति करने के आरोप लगाए हैं. क्योंकि वह बीजेपी के गृहमंत्री अमित शाह के बेटे हैं. पंजाब में बीजेपी को विधानसभा के चुनावों में हार का सामना करना पड़ा था. जिसकी वजह से से बीसीसीआई ने पंजाब क्रिकेट एसोसिएशन आईएस बिंद्रा स्टेडियम को एक भी मैच की मेजबानी करने का मौका नहीं दिया
पंजाब के खेल मंत्री गुरमीत सिंह (Gurmeet Singh) का मानना है कि एक ओर मोहाली में एक अंतरराष्ट्रीय हवाई अड्डा है, वहीं शहर में टीमों के ठहरने के लिए बेहतर होटल भी हैं. मोहाली में मैच होने से खेल पर्यटन को बढ़ावा मिलता और खेलों से जुड़े देश और विदेश के पर्यटकों को पंजाब आना था. इससे राज्य की अर्थव्यवस्था को और मजबूती मिलती.
लेकिन इस सब सुविधाओं के बाद भी बीसीसीआई ने पंजाब में एक भी मैच नहीं कराया. उनका यह फैसला राजनीति से प्रेरित लगता है. इससे पहले साल 1996 और 2011 में विश्वकप सेमीफाइनल मोहाली में खेले जा चुके हैं.
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