हर्षा भोगले: इंडियन प्रीमियर लीग 2023 के 16वें सीजन में बुधवार रात खेले गए मैच में दिल्ली कैपिटल्स ने पंजाब किंग्स को 15 रन से हरा दिया। दिल्ली कैपिटल्स के लिए यह जीत ज्यादा मायने नहीं रखती है क्योंकि यह टीम पहले ही प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है। लेकिन पंजाब किंग्स के लिए यह मैच काफी अहम मैच था। इस दौरान इस मैच में एक ऐसी घटना हुई, जिसके बाद फैंस समेत दिग्गज अंपायर के इस फैसले पर सवाल उठा रहे हैं. इसी लिस्ट में महान कमेंटेटर हर्षा भोगले (Harsha Bhogle) का भी नाम शामिल हो गया है। जिनका इस फैसले पर गुस्सा फूट पड़ा है। आइए जानते हैं क्या है पूरा मामला...
नो बॉल को लेकर छिड़ी बहस
दरअसल, दिल्ली कैपिटल्स ने इस मैच में पंजाब किंग्स को 214 रन का टारगेट दिया था। इस लक्ष्य का पीछा करने उतरी पंजाब को जीत के लिए आखिरी 6 गेंदों में 33 रन चाहिए थे। यह ओवर दिल्ली की ओर से ईशांत शर्मा ने फेंका। लियाम लिविंगस्टोन ने अपनी पहली 3 गेंदों पर एक छक्का और एक चौका लगाया। ईशांत के ओवर की आखिरी गेंद फुल टॉस रही।
लेकिन, कमर से थोड़ा ऊपर होने के कारण फील्ड अंपायर ने इसे नो बॉल करार दिया. इस गेंद पर लिविंगस्टोन ने छक्का लगाया. इस तरह पंजाब को 7 रन के साथ फ्री हिट मिली। लेकिन इस गेंद को नो बॉल घोषित करने के बाद मैदान पर विवाद छिड़ गया. ईशांत शर्मा (Ishan Sharma) तुरंत अंपायर के पास पहुंचे और एक सवाल पूछा.
हर्षा भोगले ने किया ट्वीट
डेविड वॉर्नर भी अंपायर से बहस करते नजर आए। वॉर्नर ने लिया रिव्यू मामला थर्ड अंपायर तक पहुंचा। बॉल ट्रैकर के मुताबिक गेंद कमर से थोड़ी ऊपर थी और अंपायर को नो बॉल के फैसले पर टिके रहने को कहा गया. इसी के साथ एक बार फिर फैंस ने आईपीएल में अंपायरिंग पर सवाल उठाने शुरू कर दिए हैं. मैच प्रस्तोता हर्ष भोगले ने भी ट्वीट कर सवाल खड़े किए। उन्होंने कहा, 'तीसरे अंपायर द्वारा कमर तक नो बॉल के फैसले पर यह जरूरी है कि आगे भी निरंतरता बनी रहे।'
On the waist high no-ball judgement by the 3rd umpire, it is critical that there is consistency going ahead.
— Harsha Bhogle (@bhogleharsha) May 17, 2023
This is This is a
— ɯlse (@pitchinginline) May 17, 2023
Not a no ball No ball 🤡 https://t.co/D25xCM2oKa pic.twitter.com/nGhWZjuZnl
लखनऊ और हैदरबाद के मैच में हुआ ड्रामा
बता दें कि एक मैच में बल्लेबाज का पैर मुड़ गया था तो अंपायर ने इसे नो बॉल नहीं माना था. लेकिन जब लिविंगस्टन का पैर भी मुड़ गया तो अंपायर ने इसे नो बॉल करार दे दिया. इसके अलावा कुछ दिन पहले लखनऊ सुपर जाइंट्स और सनराइजर्स हैदराबाद के बीच खेले गए मैच में नो बॉल को लेकर भी विवाद हुआ था और उस मैच में भी कमर के ऊपर गई गेंद को भी अंपायर ने फेयर डिलीवरी करार दिया था, जबकि खिलाफ पंजाब ईशांत की फुल टॉस गेंद को नो बॉल करार दिया गया। उस वक्त हैदराबाद के हेनरिक क्लासेन को नो बॉल के फैसले को फेयर डिलीवरी में बदलने के बाद अंपायर से बहस करते देखा गया था।