इंग्लैंड के असिस्टेंट कोच पॉल कॉलिंगवुड (Paul Collingwood) ने चौथे टेस्ट मैच से पहले भारतीय टीम को लेकर बड़ी प्रतिक्रिया दी है. लीड्स टेस्ट में पारी और 76 रन से मिली शिकस्त के बाद से ही टीम इंडिया को जमकर आलोचनाओं का सामना करना पड़ रहा है. चौथा टेस्ट ओवल के मैदान पर खेला जाना है. ऐसे में उम्मीद है कि, भारत एक बार फिर जोरदार वापसी करेगा.
भारतीय टीम की आलोचना करना आसान है, लेकिन....
पॉल कॉलिंगवुड (Paul Collingwood) का मानना है कि, लीड्स में तीसरे टेस्ट में मिली हार के बाद भारतीय बल्लेबाजों को काफी आलोचनाएं झेलनी पड़ रही हैं और गुरुवार से ओवल में शुरू हो रहे चौथे टेस्ट (Ind vs Eng) में उनकी टीम मेजबान टीम की कड़ी वापसी के लिए खुद को तैयार कर रही है. हाल ही में भारत के कुछ बड़े पत्रकारों से इस बारे में ऑनलाइन बातचीत करते हुए उन्होंने कहा कि,
‘मुझे लगता है कि हमने शानदार गेंदबाजी की. अगर आप भारतीय समर्थक हो तो भारतीय बल्लेबाजों की आलोचना करना आसान है. लेकिन, पहले दिन पिच से काफी मूवमेंट मिल रही थी.’
इसी सिलसिले में आगे बातचीत करते हुए उन्होंने यह भी कहा कि,
‘यह ऐसी परिस्थितयां थी कि पिच पर थोड़ी नमी के साथ बल्लेबाजों के लिए चीजें आसान नहीं थी. विराट (कोहली) ने मैच के बाद अपनी प्रेस कांफ्रेंस में कहा कि हमारे गेंदबाजों की सटीक गेंदबाजी और कोई मौका नहीं देने से उनकी टीम को जूझना पड़ा और मुझे लगता है कि हमारी गेंदबाजी काफी सटीक थी.’
वापसी करने की तैयारी कर रहा है भारत- पूर्व इंग्लिश क्रिकेटर
लॉर्ड्स में बुरी तरह मिली शिकस्त के बाद दूसरे टेस्ट में 151 रन की हार के बाद इंग्लैंड ने बेहतरीन वापसी करते हुए तीसरे टेस्ट में जीत हासिल कर सीरीज पर 1-1 से बराबरी कर ली है. पॉल कॉलिंगवुड (Paul Collingwood) से पत्रकारों ने यह सवाल किया कि,
‘क्या वे (भारत) वापसी कर सकते हैं? तो इस बारे में जवाब देते हुए उन्होंने कहा कि, मुझे यकीन है कि हम स्वयं को भारत की वापसी के लिए तैयार कर रहे हैं. हमें पता है कि उनकी टीम काफी स्तरीय है और हम हमेशा स्वयं को यह देखते हुए तैयार कर रहे हैं कि ओवल में नई परिस्थितियों में वह अगले मुकाबले के लिए शत प्रतिशत तैयार होंगे.’
इंग्लैंड की ओर से 68 टेस्ट मैच खेल चुके पूर्व क्रिकेटर से यह भी सवाल किया कि, मैदानी आक्रामकता को लेकर क्या यह भारतीय टीम ऑस्ट्रेलियाई टीम की तरह है? तो इस सवाल के जवान में उन्होंने कहा कि,
‘वे दोनों ही टीमों विरोधी को कोई मौका नहीं देना चाहती. जब दो ऐसी टीमें आमने सामने होती हैं जहां क्रिकेट काफी मायने रखता है. खिलाड़ियों के समूह के लिए जीतना काफी मायने रखता है, तो गहमागहमी हो जाती है.’
लॉर्ड्स टेस्ट में भी अंग्रेजी खिलाड़ियों के जज्बे में कोई कमी नहीं थी
पॉल कॉलिंगवुड (Paul Collingwood) ने अपने बयान में आगे कहा कि,
‘यह देखने के लिहाज से शानदार मुकाबला था (लॉर्ड्स टेस्ट) और नतीजा हमारे पक्ष में नहीं रहा. लेकिन, आप देख सकते हैं कि मैच के दौरान हमारे जज्बे और प्रदर्शन में किसी तरह की कमी नहीं थी. दोनों टीमों ही टीमें एक-दूसरे पर हावी रही थीं. मुझे लगता है कि बीते कुछ सालों में ऑस्ट्रेलियाई टीम का बर्ताव और क्रिकेट खेलने का तरीका बदला है. इसलिए यह कहना कि वे (भारत) आस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों की तरह है थोड़ा कठिन होगा.’
अंत में उन्होंने पत्रकारों से कहा कि,
‘आपने सही कहा कि लार्ड्स की हार आसान नहीं थी. हमें भावनाओं को काबू में रखना था. हम डेविड (मलान) और हसीब (हमीद) को टीम में लाए. इसलिए यह अपने काम पर दोबारा ध्यान लगाने की तरह था. लॉर्ड्स में जो हुआ उसे देखते हुए हेडिंग्ले का प्रदर्शन शानदार था.’