इंदौर में भारतीय टीम के खिलाफ खेले गए मैच में स्टीव स्मिथ (Steve Smith) ने सूझबूझ से फैसले लेकर कप्तानी का अच्छा उदाहरण पेश किया था। उनके इन्हीं निर्णयों ने इस बात का प्रमाण दे दिया है कि वह एक बेहतर खिलाड़ी होने के साथ-साथ एक उम्दा कप्तान भी बन हैं। वैसे इस मैच में उन्होंने कई समझदारी भरे फैसले लिए। लेकिन इसी बीच उन्होंने अंपायर के नियमों में भी एक लूपहॉल निकाल दिया। जिसके बारे में शायद ही किसी को पता हो और इस लूपहॉल पर चर्चा करते हुए पूर्व भारतीय खिलाड़ी ने स्मिथ की जमकर तारीफ भी की।
Steve Smith की तारीफ में पूर्व खिलाड़ी ने पढ़ें कसीदे
स्टीव स्मिथ की कप्तानी की तारीफ करते हुए पूर्व खिलाड़ी पार्थिव पटेल ने कहा कि उन्होंने भारतीय टीम की दूसरे पारी में गेंदबाजों का अच्छे से इस्तेमाल किया। साथ ही उनका ये भी मानना है कि पैट के पास कप्तानी का अनुभव नहीं है लेकिन स्टीव (Steve Smith) के पास बहुत कुछ है। पार्थिव ने कहा,
"स्टीव स्मिथ की कप्तान आज (टीम इंडिया की दूसरी पारी में)कमाल की रही। उसने अपने गेंदबाजों का अच्छे से इस्तेमाल किया और उन्हें सही से रोटेट किया। साथ ही ये भी सुनिश्चित किया कि वह सही छोर से सही गेंदबाजी का इस्तेमाल करें। वह DRS के दौरान भी काफी आत्मविश्वास से भरे हुए दिखे। पैट कमिंस के पास कप्तानी का अनुभव नहीं है लेकिन स्टीव के पास बहुत कुछ है।"
Steve Smith के अंपायरिंग नियमों में निकाली गई खामियों पर पूर्व खिलाड़ी ने की चर्चा
पार्थिव ने तीसरे टेस्ट मैच के दूसरे दिन के खेल के खत्म होने के नाद स्टीव (Steve Smith) के निकाले गए लूपहॉल पर चर्चा की। साथ ही उन्होंने इस खामी का समाधान भी बताया। पूर्व खिलाड़ी ने कहा,
"अम्पायरिंग के नियम में लूपहॉल है। स्टीव इस बात से वाकिफ थे और इसी वजह से वह इसका फायदा भी उठा सके। मैदानी अंपायर को तीसरे अंपायर के पास जाने से बचना चाहिए यदि वह सुनिश्चित है कि जब स्टंपिंग की अपील पर आउट नहीं है। आदर्श समाधान यह है कि टीवी अंपायर को स्टंपिंग की समीक्षा तभी करनी चाहिए जब अपील केवल स्टंपिंग के लिए की गई हो।जब तक क्षेत्ररक्षण करने वाली टीम का कप्तान कैच आउट के लिए DRS का उपयोग नहीं करता, तीसरे अंपायर को इसकी जांच नहीं करनी चाहिए।"
अम्पायरिंग नियम की इस खामी का Steve Smith ने उठाया फायदा
गौरतलब यह है कि इंदौर में भारतीय टीम की पारी के दौरान जब भी गेंद बल्लेबाज के पास से गुजरती थी तो ऑस्ट्रेलियाई कप्तान स्टीव स्मिथ और उनकी टीम जोर से अपील करती थी, जबकि एलेक्स कैरी बल्लेबाज के स्टंप बिखेरकर लेग अंपायर से अपील करते थे। ऐसे में खुद अंपायर असमंजस में फंसकर फैसले लेने की जिम्मेदारी थर्ड अंपायर को सौंप देता था।
जिसके बाद थर्ड अंपायर स्टंप आउट चेक करने के साथ ही यह भी तय करता था कि बल्लेबाज आउट है या नहीं। स्मिथ ने इस खामी का फायदा उठाया, जिसे कंगारू टीम के डीआरएस ने बचा लिया और उन्हें रिव्यू भी मिला। अगर किसी टीम में समीक्षा की कमी है, तो वह इस लूपहॉल को अपने हित में इस्तेमाल कर सकती है।
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