लीग मुकाबलों के बाद दिल्ली कैपिटल्स ने अंक तालिका में पहले स्थान पर रहते हुए प्लेऑफ के लिए क्वालीफाई किया. जहाँ रविवार को उनका मुकाबला चेन्नई सुपर किंग्स के साथ होने वाला है. अब दिल्ली फ्रेंचाइजी के मालिक पार्थ जिंदल ने अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (आईसीसी) और भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) से सख्त बायो-बूबले से छुटकारा देने का आग्रह किया है, उन्होंने कहा कि, कड़े बबल के अंदर खेलना खिलाड़ी के प्रदर्शन में तो बाधा डालता ही है , साथ ही साथ इससे उनके मेंटल हेल्थ पर भी असर पड़ता है.
खिलाडियों के मानसिक स्वास्थ्य पर असर दाल रहा है बायो-बबल : पार्थ जिंदल
On the day of the big playoff against @ChennaiIPL I would like to urge the @BCCI and @ICC to do away with these stringent bubbles - it’s taking a toll on the mental well being of the people who matter most to all of us cricket loving people - the players! @DelhiCapitals
— Parth Jindal (@ParthJindal11) October 10, 2021
Although I understand the seriousness of the virus it’s clear that we all have to learn to live around the virus - it’s very tough for players to be stuck in hotels for such long periods
— Parth Jindal (@ParthJindal11) October 10, 2021
पार्थ जिंदल ने ट्विटर पर एक ट्वीट के जरिए कहा, मैं BCCI और ICC से इन कड़े बुलबुले को दूर करने का आग्रह करना चाहूंगा - यह खिलाड़ियों की मानसिक भलाई पर असर डाल रहा है जो हम सभी के लिए क्रिकेट-प्रेमी लोगों - के लिए सबसे ज्यादा मायने रखते हैं. पार्थ जिंदल ने एक दूसरा तवीत करते हुए कहा, हालांकि मैं वायरस की गंभीरता को समझता हूं, यह स्पष्ट है कि हम सभी को वायरस के आसपास रहना सीखना होगा - खिलाड़ियों के लिए इतनी लंबी अवधि के लिए होटलों में रहना बहुत कठिन है.
कोविड -19 महामारी ने खेल उद्योग सहित बहुत सी चीजों को बदल दिया है. खिलाडी काफी समय से बायो-बबल में रह रहे हैं. अब इस बात पर बहस चल रही है कि क्या खिलाड़ी कोविड -19 बायो बबल में बहुत लंबा समय बिताने पर निरंतर प्रदर्शन जारी रख सकते हैं.
कई सारे खिलाडी भी कर चुके है मानसिक स्वास्थ्य पर असर पड़ने का जिक्र
दुनिया भर के क्रिकेटरों ने कोविड -19 में मानसिक स्वास्थ्य के मुद्दों के बारे में बात की है, बातचीत में और तेजी आने के बाद यह सामने आया कि शीर्ष अंग्रेजी खिलाड़ी आगामी एशेज का बहिष्कार कर सकते हैं क्योंकि वे चार महीने के करीब अपने होटल के कमरों तक सीमित नहीं रहना चाहते हैं
पिछले महीने, क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चिकित्सा विशेषज्ञों ने पाया था कि सख्त बायो- बुलबुले से जुड़े तनाव का खिलाड़ियों की मानसिक स्वास्थ्य पर गहरा प्रभाव पड़ता है और कहा कि "अत्यधिक" मानसिक स्वास्थ्य टोल से बचने के लिए संतुलन बनाने की आवश्यकता है. साथ ही, ICC के वरिष्ठ अधिकारी एलेक्स मार्शल ने भी इस तथ्य को स्वीकार किया है कि कुछ खिलाड़ियों ने बहुत अधिक बुलबुले देखे हैं और वे तनाव महसूस कर रहे होंगे.