मार्च में ऑस्ट्रेलिया क्रिकेट टीम को पाकिस्तान दौरे (Pakistan Tour) पर जाना है. लेकिन, उससे पहले खिलाड़ियों में सुरक्षा को लेकर खौफ साफ नजर आ रहा है. या यूं कहें कि इस पर अभी भी कई सवाल खड़े हैं. इसका एक बड़ा कारण हाल ही में यहां पर हुए बम धमाका है. जिसके कारण कई खिलाड़ियों को अपनी सुरक्षा की चिंता सता रहा है. पाकिस्तान दौरे (Pakistan Tour) पर जाने से पहले जोश हेजलवुड (Josh Hazlewood) ने सुरक्षा को लेकर चिंता जताई है.
पाक दौरे से पहले ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ियों को सता रहा खौफ
दरअसल कंगारू टीम के इस तेज गेंदबाज का कहना है कि वो इस बात के लिए बिल्कुल भी हैरान नहीं होंगे अगर इस दौरे से कुछ खिलाड़ी अपना नाम वापस लेते हैं. पूरे 24 साल बाद ऑस्ट्रेलियाई टीम को इस दौरे पर जाना है. साल 2009 में श्रीलंका टीम पर हुए हमले के बाद कई टीमों ने पाकिस्तान दौरा (Pakistan Tour) करने से साफ तौर पर मना कर दिया था. इस घटना को एक दशक से ज्यादा बीत चुका है.
लेकिन, वो भयावह मंजर अभी लोगों के दिलो-दिमाग से नहीं गया है. इस हमले में कई खिलाड़ी चोटिल हो गए थे. तो कईयों की हालत काफी सीरियस भी थी. हालांकि गनीमत इस बात की थी कि किसी भी खिलाड़ी को कुछ हुआ नहीं. भले ही लंबे अरसे से पीसीबी अपनी सरजमीं पर क्रिकेट वापसी के प्रयास में है. लेकिन, कुछ न कुछ ऐसी घटनाएं हो ही जाती हैं कि खिलाड़ी चिंतित हो जाते हैं.
हेजलवुड ने खिलाड़ियों की सुरक्षा को लेकर जाहिर की चिंता
आज के दौर में भी कई देशों और खिलाड़ियों को पाकिस्तान दौरे (Pakistan Tour) पर अपनी सुरक्षा की चिंता रहती हैं. इसका अंदाजा जोश हेजलवुड की ओर से आए बयान से लगाया जा सकता है. उन्होंने हाल ही में जारी किए गए एक स्टेटमेंट में कहा,
'क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया और क्रिकेटर्स एसोसिएशन ने इस दौरे को लेकर काफी मेहनत की है. लेकिन, खिलाड़ियों को खुद को लेकर जरूर कुछ चिंताएं बनी होंगी. अगर कुछ खिलाड़ी इस सीरीज से नाम वापस ले लें तो मुझे हैरानी नहीं होगी.'
इस सिलसिले में आगे बात करते हुए ऑस्ट्रेलिया टीम के तेज गेंदबाज जोश हेजलवुड ने ये भी कहा, 'इसमें कोई बुराई नहीं है लोग अपने परिवार से बात करेंगे जिसके बाद वह किसी फैसले पर पहुंचेंगे.' हेजलवुड एशेज सीरीज के आखिरी 4 टेस्ट में चोटिल होने की वजह से हिस्सा नहीं ले सके थे. ब्रिस्बेन टेस्ट में उन्हें मांसपेशियों में खिंचाव महसूस हुआ था. दोनों टीमों के बीच पहला टेस्ट 3 मार्च को कराची में होना है.