आगामी वनडे विश्व कप 2023 भारत में खेला जाना है. विश्व कप का इंतजार क्रिकेट बड़ी बेसब्री से करते हैं क्योंकि ये क्रिकेट का सबसे बड़ा और रोमांचक आयोजन होता है. किसी भी क्रिकेट विश्व कप से पहले हम बीते हुए विश्व कप के पन्नों को उलटते हैं ताकि हमारी यादें ताजा हों और हम बीत चुके समय से एक बार फिर से गुजर सकें. लेकिन जब हम 2007 वनडे विश्व कप (2007 ODI World Cup) को याद करते हैं तो हमारे सामने कुछ बेहद निराशाजनक तस्वीरें उभरती हैं. खासकर 18 मार्च के दिन...
क्या हुआ था 18 मार्च को?
2007 विश्व कप (2007 ODI World Cup) वेस्टइंडीज में खेला गया था. इस विश्व को 2007 के पहले और बाद हुआ तमाम विश्व कप में सबसे निरस विश्व कप कहा जाता है लेकिन ये भयावह भी था. दरअसल, इस विश्व कप में पाकिस्तान क्रिकेट टीम (Pakistan Cricket Team) आयरलैंड से हारकर पहले ही दौर में बाहर हो गई.
आयरलैंड जैसी छोटी टीम से हार मिलना पाकिस्तान और उसके किसी भी खिलाड़ी के लिए कबूलना आसान नहीं था. रिपोर्ट के मुताबिक आयरलैंड से हार के बाद पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) के सभी खिलाड़ी और कोच बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) अपने अपने कमरे में चले गए. लेकिन 18 मार्च की सुबह बॉब वूल्मर (Bob Woolmer death anniversary) अपने कमरे में मृत पाए गए थे.
बॉब वूल्मर की मौत से क्रिकेट में भूचाल
पाकिस्तान (Pakistan Cricket Team) की आयरलैंड से हार और उसी रात कोच बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) की मौत ने क्रिकेट की दुनिया को हैरान कर दिया था. कोई भी क्रिकेट फैन ये मानने को तैयार नहीं था कि कुछ घंटे पहले फिल्ड फिट दिख रहे पाकिस्तानी कोच की मृत्यु इस तरह हो सकती है. बॉब वूल्मर की मौत पर दुनिया दो धड़े में बंट गई थी. एक पक्ष उनकी मौत में साजिश देख रहा था जबकि दूसरी उनकी मौत को प्राकृतिक मान रहा था.
क्या निकला था पुलिस की जांच में?
बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) की अचानक मौत की जांच जब जमैका पुलिस ने शुरु की तो शुरुआत में पुलिस को बॉब वूल्मर की गला दबाकर हत्या करने का अंदेशा हुआ. पोस्टमार्टम रिपोर्ट में भी गला दबाकर हत्या किए जाने की पुष्टी हुई थी लेकिन जांच के बाद भी जमैका पुलिस के हाथ कोई सबूत नहीं आया और सबूतों के अभाव में पुलिस ने इस केस को बंद कर दिया. इसलिए आज भी बॉब वूल्मर की मौत का सच्चाई क्या है इस राज से पर्दा नहीं उठा पाया है.
भारत मेंं हुआ था जन्म
बॉब वूल्मर (Bob Woolmer) का जन्म भारत के उत्तर प्रदेश के कानपुर में 14 मई 1948 में हुआ था. बचपन में ही अपने माता पिता के साथ वे इंग्लैंड चले गए थे. इंग्लैंड के लिए उन्होंने 1975 में डेब्यू किया तथा 19 टेस्ट और 6 वनडे खेले. कोचिंग की दुनिया मे वे बड़ा नाम थे और 2004 में पाकिस्तान का कोच बनने से पहले वे 1994 से 1999 तक साउथ अफ्रीका के कोच रह चुके थे.