ओलंपिक (Olympics) में क्रिकेट को शामिल करने के लिए बड़ा कदम उठाया जा रहा है. क्योंकि फुटबॉल की विश्वभर में क्रिकेट को भी सबसे ज्यादा देखा जाता है. अभी भी क्रिकेट कुछ देशों की पहुंच से बाहर है. जहां इस खेल को खेला नहीं जाता है. ओलंपिक में क्रिकेट के शामिल होने के बाद, वहां भी इस खेल का लगाव देखा जा सकेगा. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्योफ एलार्डिस (Geoff Allardice) ने ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने को लेकर बड़ा बयान दिया है.
Olympics में मिलेगी क्रिकेट एंट्री
ओलंपिक में विश्वभर से खिलाड़ी हिस्सा लेते हैं. ओलंपिक के मंहाकुभ को पूरी दुनिया में देखा जाता, जहां तरह-तरह के खेल, खेले जाते हैं जिन खेलों के बारे में लोग जानते भी नहीं हैं. जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा के गोल्ड मेडल जीता था. उसके बाद लोगों को समझ आया कि ओलंपिक में भाला फेंक भी कोई खेल है जो खेला जाता है. वहीं अब लोगों में जैवलिन थ्रो के प्रति प्यार उमड़ा है और बच्चे इस खेल की ओर आकर्षित हुए हैं. अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट परिषद (ICC) के मुख्य कार्यकारी अधिकारी (सीईओ) ज्योफ एलार्डिस (Geoff Allardice) क्रिकेट को लेकर कहा कि,
"ओलंपिक में क्रिकेट को शामिल करने के लिए आईसीसी की कोशिश का मकसद पैसा कमाना नहीं है बल्कि इस खेल की वैश्विक पहुंच बनाने के लिए इसे ऐसे देशों में ले जाने का है जहां यह लोकप्रिय नहीं है. इसका दूसरा मकसद हमारे सभी 106 सदस्यों को सरकार के साथ करीब से जुड़ने का मौका देना है. ओलंपिक का हिस्सा बनना कई सदस्य देशों के लिए संबंधित सरकारों के साथ मजबूत संबंध बनाने की दृष्टिकोण से जरूरी है"
Olympics में क्रिकेट को लाने की तैयारी
ओलंपिक (Olympics ) के जरिए ICC क्रिकेट उन देशों तक पहुंचाने की कोशिश कर रहा है. जहां अभी क्रिकेट को खेला नहीं जाता है. बता दें कि, आईसीसी ने पिछले साल ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल करने के लिए बोली लगाने के लिए एक टीम का गठन कर दिया था. जो 2028 लॉस एंजिल्स, 2032 ब्रिस्बेन खेलों और उससे आगे ओलंपिक खेलों में क्रिकेट को शामिल कराने को लेकर काम करेगी. कुआलालंपुर में 1998 के राष्ट्रमंडल खेलों में पुरुषों की क्रिकेट प्रतियोगिता पहले ही हो चुकी है. ज्योफ एलार्डिस ने ‘एसईएन रेडियो’ के कार्यक्रम ‘दिस इज योर जर्नी - थैंक्स टू टोबिन ब्रदर्स’ में कहा कि,
‘‘हमारे कई सदस्यों का मानना है ओलंपिक खेल के रूप में क्रिकेट को पहचान मिलने से सरकार और राष्ट्रीय ओलंपिक समिति के साथ जुड़ाव मजबूत होगा. यह सुविधाओं और प्रदर्शन को बेहतर करने के मामले में वास्तव में फायदेमंद होगा.’