भारत-इंग्लैंड (INDvsENG) के बीच जारी 5 मैचों की टी-20 श्रृंखला के बीच बीसीसीआई ने वनडे सीरीज (ODI Series) के लिए 18 सदस्यीय टीम का ऐलान कर दिया है. जिसमें कुछ नए खिलाड़ियों को मौका दिया गया है. लेकिन कुछ ऐसे प्लेयर भी थे, जो टीम के साथ जुड़ने के हकदार थे, लेकिन उन्हें बीसीसीआई चयनकर्ताओं ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया है.
आज की इस खास रिपोर्ट में हम उन 3 खिलाड़ियों के बारे में बात करेंगे, जिन्होंने डोमेस्टिक क्रिकेट में खुद को साबित किया था, और शानदार पारी खेली थी, लेकिन उन्हें 18 सदस्यीय टीम में शामिल नहीं किया गया. ऐसे में नजर डालते हैं, इन्हीं 3 खिलाड़ियों पर...
पृथ्वी शॉ
इस लिस्ट में हम पहले नंबर पर बात करते हैं, भारतीय टीम के ओपनर बल्लेबाज पृथ्वी शॉ (Prithvi shaw) की, जिन्होंने हाल ही में विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में मुंबई की तरफ से खेलते हुए रनों का अंबार लगा दिया था, और अपनी टीम मुंबई को चैंपियन का खिताब भी दिलवाया था.
ऑस्ट्रेलिया दौरे पर खराब प्रदर्शन के चलते शॉ को आलोचनाओं का सामना करना पड़ा था, पहले टेस्ट मैच में फ्लॉप होने के बाद से ही शॉ टीम इंडिया से बाहर चल रहे हैं. लेकिन मुंबई की तरफ से विजय हजारे में खेलते हुए उन्होंने खुद की फॉर्म को साबित किया था.
8 मुकाबले में 165.40 की शानदार औसत से बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने कुल 827 रन बनाए हैं. जिसमें शॉ के बल्ले से दोहरा शतक भी निकला था. 827 रन की पारी में शॉ ने 4 शतक और 1 अर्धशतक लगाए थे. लेकिन उनकी जबरदस्त फॉर्म के बाद उन्हें वनडे सीरीज (ODI Series) में चयनकर्ताओं ने पूरी तरह से नजरअंदाज कर दिया, जबकि उन्हें टीम में मौका मिलना चाहिए था.
देवदत्त पडिक्कल
इस लिस्ट में दूसरे नंबर पर बात करते हैं, डोमेस्टिक क्रिकेट में कर्नाटक की तरफ से धमाल मचाने वाले खिलाड़ी देवदत्त पडिक्कल (Devdutt Padikkal) की, जिन्होंने इस साल विजय हजारे ट्रॉफी में अपने बल्ले से हर मैच में लगातार रनों की बरसात की थी. 7 मैच में कर्नाटक की तरफ से बल्लेबाजी करते हुए कुल 737 रन बनाए थे.
दरअसल 7 मुकाबलों में पडिक्कल ने 147.40 की जबरदस्त औसत से बल्लेबाजी करते हुए 4 शतक और 3 अर्धशतक भी जड़े थे. इस दौरान पडिक्कल का बल्लेबाजी औसत 95.96 का था. इस सीजन में विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में सबसे ज्यादा रन बनाने की लिस्ट में पडिक्कल दूसरे स्थान पर थे.
साल 2020 में पहली बार आरसीबी ने उन्हें उनके 20 लाख के बेस प्राइस पर खरीदकर अपनी टीम से जोड़ा था. इस दौरान 15 मैच में बल्लेबाजी करते हुए उन्होंने 31.53 की औसत से कुल 473 रन बनाए थे. हालांकि अपनी मौजूदा फॉर्म के आधार पर वनडे सीरीज (ODI Series) में जगह बनाने के पडिक्कल हकदार थे, लेकिन उन्हें भी बीसीसीआई ने नजरअंदाज कर दिया.
ऋषि धवन
इस लिस्ट में तीसरे और आखिरी नंबर पर बात करते हैं, भारतीय टीम के ऑलराउंडर खिलाड़ी ऋषि धवन (Rishi Dhawan) की, जिन्होंने हाल ही में गेंदबाजी और बल्लेबाजी से भी धमाल मचाया था. हिमाचल प्रदेश की तरफ से विजय हजारे ट्रॉफी 2021 में इस साल धवन ने कुल 5 मैच खेले थे. इस दौरान उन्होंने 50.00 की जबरदस्त औसत से बल्लेबाजी करते हुए कुल 173 रन बनाए थे.
इसके साथ 5 मैच की 4 पारियों में गेंदबाजी करते हुए ऋषि धवन ने 5.45 की इकॉनामी रेट से रन दिए थे. 4 पारियों में 13.25 की औसत से बॉलिंग करते हुए धवन ने कुल 16 विकेट झटके थे. अपने इस शानदार प्रदर्शन के आधार पर धवन वनडे सीरीज (ODI Series) में शामिल होने के हकदार थे, लेकिन चयनकर्ताओं ने उन्हें भी मौका नहीं दिया.
हालांकि ऋषि धवन टीम इंडिया की तरफ टी-20 और वनडे फॉर्मेट में डेब्यू कर चुके हैं. उन्होंने अब तक भारत की तरफ से कुल 3 वनडे मैच और 1 टी-20 मुकाबले का हिस्सा रहे हैं. इसके बाद से लगातार उन्हें टीम में जगह नहीं दी गई है.