Ruturaj Gaikwad: आईपीएल 2024 से पहले महानतम कप्तानों में से एक एमएस धोनी ने सभी को चौंकाते हुए चेन्नई सुपर किंग्स की कप्तानी छोड़ दी. उन्होंने टीम की कप्तानी युवा बल्लेबाज ऋतुराज गायकवाड़ को सौंपी. उनकी कैप्टेंस में अब तक चेन्नई ने 3 मैच खेले, जिसमें दो में टीम को जीत मिली और 1 में हार का सामना करना पड़ा.
इन तीनों मैचों में मैदान पर देखा गया कि भले ही गायकवाड़ कप्तान थे, लेकिन खेल के सारे फैसले विकेट के पीछे से माही ही पूरा खेल चला रहे थे. डीआरएस से लेकर फील्डिंग तक से जुड़े फैसले गायकवाड़ ने माही से पूछकर ही कर रहे हैं. ज्यादातर यह जिम्मेदारी कप्तान की होती है. लेकिन चेन्नई के मैचों में अभी तक ऐसे देखने को नहीं मिला है.
अभी तक सिर्फ कैप्टन कूल ही कप्तान की भूमिका में सामने आए हैं, जबकि ऋतुराज नाममात्र इस भूमिका को निभाते देखे. हालांकि सिर्फ ऋतुराज ही नहीं बल्कि दो और ऐसी टीमे हैं जिनके कप्तान सिर्फ कागजी हैं. जबकि मैदान पर फैसला कोई और ही ले रहा है.
Ruturaj Gaikwad ही नहीं ये 2 खिलाड़ी भी हैं नाममात्र के कप्तान
शुभमन गिल
आपको बता दें कि ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) ने पहली बार आईपीएल में किसी टीम की कप्तानी संभाली है. इसी तरह शुभमन गिल भी पहली बार ऐसे किरदार में क्रिकेट के मैदान पर उतरे हैं. हार्दिक पंड्या के मुंबई इंडियंस से जुड़ने के बाद उन्हें गुजरात टाइटंस की कमान सौंपी गई है. आपको बता दें कि गिल की कप्तानी में गुजरात ने कुल तीन मैच खेले हैं, जिसमें टीम को 2 में जीत मिली है और 1 में हार का सामना करना पड़ा है.
तीनों मैचों में हेड कोच आशीष नेहरा ही गुजरात की कमान संभालते नजर आए हैं. भले ही वो कोच की भूमिका में डगआउट का हिस्सा हैं. लेकिन जिस तरह से वो हर एक गेंद और ओवर में फैसले ले रहे हैं उसे देखकर यह अंदाजा आसानी से लगाया जा सकता है गिल नाममात्र गुजरात के कप्तान हैं. जबकि पूरा गेम आशीष नेहरा अपने मुताबिक चला रहे हैं.
इसका सबसे बड़ा उदाहरण मुंबई के खिलाफ 24 मार्च को खेला गया मुकाबला था. जो आसानी से MI के पक्ष में जा रहा था. लेकिन नेहरा की चाल ने मैच का नतीजा ही बदल दिया.
फाफ डु प्लेसिस
शुभमन गिल और ऋतुराज गायकवाड़ (Ruturaj Gaikwad) की तरह फाफ डु प्लेसिस भी नाम के कप्तान दिखाई दे रहे हैं. आपको बता दें कि डु प्लेसिस को 2022 में इंडियन प्रीमियर लीग की नीलामी में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर ने खरीदा था और 12 मार्च 2022 को उन्हें टीम का कप्तान बनाया गया था. ये फैसला टीम ने तब लिया जब विराट कोहली ने खुद कप्तानी छोड़ने का फैसला किया. भले ही किंग कोहली ने कप्तानी छोड़ दी, लेकिन मैदान पर अक्सर उन्हीं की झलकियां देखने को मिलती हैं.
आईपीएल 2022, 2023 और 2024 के तीनों ही सीजन में विराट कप्तानी में फाफ से ज्यादा आक्रामक नजर आए. उन्हें फील्डिंग सेट करने से लेकर गेंदबाजों को कई दफा समजाते हुए देखा गया. इतना ही नहीं डीआरएस जैसे अहम फैसलों में भी उनकी राय देखी गई. जबकि किस ओवर में कौन सा गेंदबाज बॉलिंग करेगा, ये फैसले भी विराट को करते हुए देखा गया है.
हालांकि, ऐसा नहीं है नहीं है कि फाफ के पास कप्तानी का अनुभव नहीं है. उनके पास दक्षिण अफ्रीकी टीम की कप्तानी करने का लंबा अनुभव है. लेकिन भारतीय पिच पर विराट के पास उनसे ज्यादा अनुभव है. यही वजह हो सकती है कि फाफ की जगह विराट ज्यादा टीम के फैसलों में हावी रहे हैं.