एक सफल कोच होने के लिए अंतर्राष्ट्रीय अनुभव होना आवश्यक नहीं है: गौतम गंभीर

Published - 20 May 2020, 11:42 AM

खिलाड़ी

पूर्व भारतीय सलामी बल्लेबाज गौतम गंभीर का मानना ​​है कि एक सफल कोच होने के लिए अंतर्राष्ट्रीय अनुभव होना आवश्यक नहीं है. हालांकि, गंभीर को लगता है कि यह चयनकर्ता के लिए सही हो सकता है लेकिन कोच के लिए नहीं. दिलचस्प बात यह है कि पूर्व भारतीय बल्लेबाज युवराज सिंह ने हाल ही में भारत के बल्लेबाजी कोच विक्रम राठौर की साख पर सवाल उठाए थे, जिन्होंने अपने अंतर्राष्ट्रीय करियर में कई मैच खेले थे.

दूसरी ओर, गंभीर का मानना ​​है कि कोच की भूमिका अपने खिलाड़ियों से सर्वश्रेष्ठ हासिल करना है. पूर्व सलामी बल्लेबाज ने कहा कि कोच को खिलाड़ी को स्वतंत्रता देने की कोशिश करनी चाहिए और यह खिलाड़ी को कोचिंग देने की तुलना में अधिक है.

रवि शास्त्री को छोड़ किसी के पास नहीं है अनुभव

हालाँकि, भारत के कोचिंग स्टाफ के पास रवि शास्त्री को छोड़कर किसी के पास ज्यादा अंतर्राष्ट्रीय अनुभव नहीं हैं, लेकिन उन्होंने विशेष रूप से भरत अरुण के लिए एक अच्छा काम किया है, अरुण ने बतौर गेंदबाजी कोच टीम के लिए अच्छा योगदान निभाया है.

दूसरी ओर, पिछले चयन पैनल को बहुत अधिक अंतर्राष्ट्रीय अनुभव नहीं है क्योंकि एमएसके प्रसाद ने भी देश के लिए ज्यादा मैच नहीं खेले. टीम के नए मुख्य चयनकर्ता सुनील जोशी के पास भी सिर्फ 15 टेस्ट मैच और 69 एकदिवसीय खेलने का अनुभव है.

अनुभव होना नहीं है आवश्यक

गंभीर ने स्टार स्पोर्ट्स क्रिकेट कनेक्टेड शो के दौरान कहा, "यह जरुरी नहीं है कि एक सफल कोच बनने के लिए ज्यादा क्रिकेट खेलना अवश्य हो. हां, एक चयनकर्ता के लिए यह सही हो सकता है. यह वास्तव में सच नहीं है कि जिसने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेला है या जिसने पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेला है, वह एक सफल कोच नहीं बन सकता है."

साथ ही गंभीर जो ऐसा लगता है कि टी20 में बल्लेबाजी कोच बनने के लिए अनुभव की जरूरत नहीं होती. गंभीर का ऐसा मानना है कि टी20 फॉर्मेट के लिए अलग से बल्लेबाजी कोच की जरूरत ही नहीं है. गंभीर के अनुसार

‘’एक खास फॉर्मेट के लिए अलग से टी20 बल्लेबाजी कोच रख सकते हैं. ये सही नहीं है कि अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट नहीं खेले या पर्याप्त क्रिकेट नहीं खेले व्यक्ति सफल टी20 बल्लेबाजी कोच नहीं बन सकते.’’

टी20 फॉर्मेट में एक कोच का काम आपको सकारात्मक मानसिकता देना है ताकि आप स्वाभाविक खेल दिखा सको. वो आपको ये नहीं सिखाएगा कि लैप शॉट कैसे खेलना है या रिवर्स लैप कैसे लगाना है. दुनिया का कोई कोच ये नहीं कर सकता.’’

उन्होंने कहा, "कोई आपको नहीं सिखाता है कि लैप शॉट या रिवर्स लैप शॉट कैसे मारा जाता है. कोई भी कोच ऐसा नहीं कर सकता. अगर कोई खिलाड़ी ऐसा करने की कोशिश कर रहा है, तो वह उसे वास्तव में एक बेहतर खिलाड़ी बनाने से ज्यादा नुकसान पहुंचा रहा है."

मैच जीताऊ खिलाड़ी रहे गौतम गंभीर

गौतम गंभीर हमेशा बड़े मैचों में अपने प्रदर्शन के लिए जाने जाते थे. बाएं हाथ के खिलाड़ी ने पाकिस्तान के खिलाफ 2007 विश्व टी 20 के फाइनल में 75 रन बनाये थे, जबकि 2011 विश्व कप फाइनल में श्रीलंका के खिलाफ 97 रनों की शानदार पारी खेली थी.