क्रिकेट में हमेशा से ही बल्लेबाजों के हावी रहने का काम होता रहा है. गेंदबाजों को तो ऐसे पीटा जाता है जैसे वो कुछ हैं ही नहीं. गेंद के इसी कत्लेआम के बीच बल्लेबाज हमेशा नए-नए तरीके के के शॉट्स लगाने लग जाते हैं. अब एबी डिविलियर्स को ही ले लीजिए जो मैदान पर किसी भी दिशा में शॉट खेल सकते हैं. केविन पीटरसन का स्विचहिट शॉट हो या सचिन तेंदुलकर का खोजा हुआ अपरकट शॉट. क्रिकेट को दीवाना बना दिया. लेकिन, आज बात करेंगे महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के हेलिकॉप्टर शॉट की.
Dhoni के पदार्पण के 9 साल पहले ही खेल दिया गया यह शॉट
भारतीय टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी (Mahendra Singh Dhoni) के हेलिकॉप्टर शॉट का दीवाना तो हर भारतीय है. ऐसा माना जाता है कि कि वो ही इस शॉट के भी जनक हैं. क्योंकि उनसे पहले शायद ही किसी ने इस शॉट के जरिये गेंद को सीमारेखा के पार पहुंचाया हो. आखिर हो भी क्यों ना धोनी को ही इस शॉट को सबसे ज्यादा बार मारते हुए देखा गया है. लेकिन, आज हम बताएंगे कि धोनी के क्रिकेट में पदार्पण के 9 साल पहले ही इस शॉट का इजाद किया जा चुका था. जी हां सही पढ़ा आपने, धोनी के ट्रेडमार्क शॉट को 1996 में ही दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ एक भारतीय कप्तान द्वारा ही खेला गया था.
मोहम्मद अजहरुद्दीन ने इडेन गार्डन में खेला था शॉट
पूर्व भारतीय कप्तान और अपने समय के सर्वश्रेष्ठ बल्लेबाजों में शुमार मोहम्मद अजहरुद्दीन ने 1996 में इडेन गार्डन मैदान पर दक्षिण अफ्रीका के लांस क्लूजनर के एक ओवर में लगातार पांच चौके जड़े थे. इसी में जो दूसरा चौका था वह हेलिकॉप्टर शॉट से ही आया था.
जी हां पुल शॉट के जारी पहला चौका लेने के बाद भारतीय कप्तान ने गेंद को सीमारेखा तक पहुँचाने के लिए हेलिकॉप्टर शॉट खेल दिया. जिससे इस गेंद पर भी चौका ही मिला. इसके बाद फिर से लगातार तीन गेंदों पर अजहरुद्दीन ने चौके बटोर लिए. 1996 के इस मैच में कप्तान ने 77 गेंदों पर 109 रनों की पारी खेली थी. इन्होने 1990 से लेकर 1999 तक कुल 9 सालों तक भारतीय टीम की कप्तानी की थी.
आप भी देखें इस हेलिकॉप्टर शॉट इन्वेन्टर को
And people think MC Dhoni invented the helicopter shot. 🥳🥳 pic.twitter.com/YZd9Ymw6rz
— Khurafati Mohtaram (@elia_official) August 2, 2020