न्यूजीलैंड (New Zealand) की सबसे बड़ी कमजोरी हमेशा से ही बड़े टूर्नामेंट्स में देखने को मिली है. हाल ही में खेले गए टी20 वर्ल्ड कप 2021 पर नजर दौड़ाएं तो अच्छा प्रदर्शन करने के बाद भी कीवी टीम ने इस खिताबी मुकाबले को गंवा दिया था. इसके बाद ही टीम पर कई तरह के सवाल खड़े हो रहे हैं. खासकर ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ मिली हार के बाद ऐसे भी मसले उठे हैं कि न्यूजीलैंड टीम (New Zealand Team) कंगारूओं से डरती है. वहीं टीम इंडिया का कीवी टीम के खिलाफ कुछ ऐसा ही हाल रहा है. अब इस पूरे मसले पर पूर्व कोच माइक हेसन (Mike Hesson) ने अपनी प्रतिक्रिया दी है.
क्या ऑस्ट्रेलिया से बड़े टूर्नामेंट में डर जाती है कीवी टीम
माइक हेसन ने उन सभी दावों का खंडन किया है कि कीवी टीम ऑस्ट्रेलिया (Australia) से डरती है. इसी के साथ ही उन्होंने ये बात भी स्वीकार की है कि कंगारू खिलाड़ी स्विंग गेंदबाजी को बेहतर तरीके से खेल लेते हैं जिसमें भारतीय प्लेयर्स को अक्सर दिक्कतों का सामना करना पड़ता रहा है. हाल ही में आस्ट्रेलिया (Australia) ने न्यूजीलैंड (New Zealand) को आईसीसी टी20 वर्ल्ड कप 2021 (ICC T20 World Cup 2021) के फाइनल मुकाबले में शिकस्त दी थी.
इससे पहले साल 2015 में खेले गए वनडे वर्ल्ड कप में के फाइनल में भी दोनों का आमना-सामना हुआ था और उस मैच में भी कीवी टीम को कंगारू के खिलाफ हार का सामना करना पड़ा था. इस बारे में माइक हेसन (Mike Hesson) ने ‘सेन न्यूजीलैंड’ से बात करते हुए कहा,
‘हम दो बड़े मैचों में आस्ट्रेलिया से पहले (2015 वर्ल्ड कप और टी20 वर्ल्ड कप 2021) हमने उन्हें चैपल हैडली ट्रॉफी में पिछले 6-7 साल में कई बार हराया है.’
क्या है भारतीय टीम की कमजोरी- माइक हेसन
एक तरफ जहां कीवी टीम का ऑस्ट्रेलिया का खराब रिकॉर्ड रहा है वहीं भारत का आईसीसी टूर्नामेंट में ब्लैक कैप्स वालों के खिलाफ खराब इतिहास रहा है. आखिरी बार साल 2003 में खेले गए वर्ल्ड कप में सौरव गांगुली की कप्तानी में भारतीय टीम ने किसी आईसीसी टूर्नामेंट में न्यूजीलैंड (New Zealand) को शिकस्त दी थी. इसके बाद से टी20 वर्ल्ड कप और वर्ल्ड टेस्ट चैम्पियनशिप फाइनल में उसे सिर्फ हार का ही सामना करना पड़ा है.
इस मामले पर बात करते हुए माइक हेसन ने स्विंग गेंद को भारतीय बल्लेबाजों की सबसे बड़ी कमजोरी करार दिया. उन्होंने कहा,
‘हमने भारत के खिलाफ अच्छा प्रदर्शन किया है जबकि ऑस्ट्रेलिया नहीं कर सका. आस्ट्रेलिया हमारे स्विंग गेंदबाजों को बखूबी खेल लेता है जो भारतीय बल्लेबाज उतने बेहतर ढंग से नहीं कर पाते. बस यही बात है कोई डर वगैरह नहीं है.’