ऑस्ट्रेलिया टीम के अनुभवी स्पिनर नाथन लियोन (Nathan Lyon) ने हाल ही में एक बड़ा बयान दिया है. उनका फोकस भारत में होने वाली टेस्ट श्रृंखला पर है जिसमें वो अपनी टीम के लिए जीत की भूमिका निभाना चाहते हैं. भारतीय दौरे पर आने से पहले उन्होंने क्या कुछ कहा है इसके बारे में हम आपको अपनी इस रिपोर्ट में बताएंगे. लेकिन, उससे पहले ये जान लें कि टीम इंडिया ने आस्ट्रेलिया दौरे पर लगातार दो टेस्ट श्रृंखला (2018-19 और 2020-21) समेत कुल 3 सीरीज में जीत हासिल की है. ऐसे में नाथन लियोन (Nathan Lyon) अब जीत के उद्देश्य से भारत आना चाहते हैं.
भारत के खिलाफ होने वाली सीरीज में खेलना चाहता है ये स्पिनर
दरअस आस्ट्रेलिया ने आखिरी बार साल 2017 में टेस्ट सीरीज के लिए भारत का दौरा किया था. इसी साल (2021) कंगारू टीम को अक्टूबर में भारतीय दौरे पर आना था. लेकिन, कोरोना महामारी और फिर मौजूदा टी20 विश्व कप की वजह से सीरीज के आयोजन में बदलाव हुआ है. चंद दिनों में 34 साल के होने वाले इस ऑस्ट्रेलियाई खिलाड़ी को साल 2023 में भारतीय दौरे पर खेलने की उम्मीद है.
इस सीरीज में अभी लंबा वक्त बाकी है. लेकिन, उससे पहले ही नाथन लियोन (Nathan Lyon) ने अपने बयान में कहा,
'मेरे बड़े लक्ष्यों में से एक यह है कि मैं उस आस्ट्रेलियाई टीम का हिस्सा बनना चाहता हूं जो भारत में टेस्ट सीरीज जीत सके. मुझे लगता है कि मैं इसमें भी बड़ी भूमिका निभा सकता हूं. यह निश्चित रूप से मेरे बड़े लक्ष्यों में से एक है. मुझे लगता है कि यह टीम के हिसाब से भी बड़े लक्ष्यों में से एक है. मेरा इस पर बहुत ज्यादा ध्यान है.'
मैं खेल को अभी अलविदा कहने के करीब नहीं हूं- ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाज
फिलहाल इस समय वो अपनी ही सरजमीं पर चिर-प्रतिद्वंद्वी इंग्लैंड के खिलाफ एशेज सीरीज में खेलते हुए दिखाई देंगे. माना जा रहा है कि टेस्ट करियर की ये उनकी आखिरी एशेज सीरीज हो सकती है. लेकिन, इस स्पिनर का कहना है कि खेल को लेकर उनकी भूख अभी तक कम नहीं हुई है. उन्हें ऐसा कोई वजह नहीं दिखाई देती कि वो वह 2025 (एशेज) में नहीं खेल सकते.
इस बारे में नाथन लियोन (Nathan Lyon) ने अपना पक्ष रखते हुए कहा,
'ईमानदारी से कहूं तो, मुझे कोई कारण नहीं दिख रहा है कि मैं उस समय (2025) नहीं खेल सकता. मैंने पहले दिन से ही हमेशा यह कहा है यदि सुबह उठने के बाद मैं खुद को बेहतर करने के लिए प्रेरित नहीं कर पाता हूं तो मुझे खेल को अलविदा कहने की जरूरत है. लेकिन, अब मैं सुबह उठता हूं तो यह (खेलने की) भूख और ज्यादा रहती है. मैं आने वाले मैचों की तैयारी कर रहा हूं. मैं खेल को अलविदा कहने के करीब नहीं हूं.'