ICC T20 World cup 2021: ऑस्ट्रेलिया और साउथ अफ्रीका (AUS vs SA) के मुकाबलें के साथ टी-20 वर्ल्डकप 2021 (T20 World cup 2021) के सुपर-12 राउंड की शुरुआत हो गयी. भारतीय टीम अपना पहला मुकाबला 24 अक्टूबर को अपने चिर-प्रतिद्वंदी पाकिस्तान के खिलाफ खेली. भारतीय टीम को इस वर्ल्ड कप (T20 World cup 2021) को जीतने का सबसे प्रबल दावेदार माना जा रहा है.
वार्म-अप मुकाबलों में इंग्लैंड और ऑस्ट्रेलिया को हराकर भारत टूर्नामेंट की दौड़ में अच्छी फॉर्म में दिख रहा है. हाल ही में समाप्त हुए आईपीएल में भी खिलाड़ियों का प्रदर्शन शानदार रहा है. लेकिन इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कमेंटेटर नासिर हुसैन(Nasser Hussain) की राय इस मामले में थोड़ी अलग है.
कोई भी टीम भारतीय टीम को नॉक-आउट मुकाबलें में परेशान कर सकती है : नासिर हुसैन
स्काई स्पोर्ट्स (SKY Sports) के हवाले से इंग्लैंड के पूर्व कप्तान और कमंटेटर नासिर हुसैन (Nasser Hussain) ने कहा,
भारतीय टीम जरुर इस टूर्नामेंट को जीतने के दावेदार है. लेकिन खेल के इस छोटे प्रारूप में आप किसी एक को फेवरेट नहीं बता सकते, क्योंकि खेल जितना छोटा होगा, चीजे उतनी जल्दी बदल सकती है. किसी एक बल्लेबाज के 70-80 रन या कोई तीन अच्छी गेंद मैच का रुख मोड़ सकती है. इसलिए कोई भी टीम भारत को नॉक-आउट मुकाबलें के दौरान परेशान कर सकती है.
ICC टूर्नामेंट के नॉकआउट चरणों में भारत का खराब रिकॉर्ड
हुसैन (Nasser Hussain) ने हाल के आईसीसी प्रतियोगिताओं के नॉकआउट चरणों में भारत के खराब रिकॉर्ड का भी जिक्र किया. भारत ने अपना आखिरी आईसीसी खिताब 2013 में एमएस धोनी के नेतृत्व में चैम्पियंस ट्रॉफी फाइनल में इंग्लैंड को हराकर हासिल किया था. भारतीय टीम इसके बाद 2015 विश्व कप, 2016 टी 20 विश्व कप और 2019 विश्व कप में सेमीफाइनल से बाहर हो गयी थी, जबकि 2017 चैंपियंस ट्रॉफी और इस साल की शुरुआत में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में फाइनल मुकाबलें में उन्हें हार का सामना करना पड़ा . इसके बारे में उन्होंने कहा,
भारत का आईसीसी टूर्नामेंटों में पिछले कुछ वर्षों में रिकॉर्ड अच्छा नहीं है और यह कुछ ऐसा है जिससे उन्हें निपटना होगा . जब वे नॉकआउट में खेलते है तो भारतीय दर्शकों और प्रशंसकों की उम्मीदों का दबाव और बढ़ जाता है.
भारत के पास नहीं है कोई भी B प्लान
नासिर हुसैन (Nasser Hussain) का मानना है कि भारतीय टीम के पास टूर्नामेंट में कोई B प्लान नहीं है. इसके बारे में उन्होंने कहा,
जब वे अहम मोड़ पर पहुंचते हैं तो उनके पास वैकल्पिक योजना की कमी होती है. आप पिछले विश्व कप में न्यूजीलैंड के खिलाफ खेले गए मैच को देख सकते हैं, अचानक वह मैच कम स्कोर वाला हो जाता है और उनके पास कोई वैकल्पिक योजना नहीं थी. वे न्यूजीलैंड की एक बहुत अच्छी टीम से हार जाते हैं . ऐसे में यह उनके लिए एक मुद्दा होगा.
उन्होंने आगे कहा,
भारत के साथ एक समस्या यह भी है कि शीर्ष क्रम में रोहित शर्मा (Rohit sharma), विराट कोहली (Virat Kohli) और लोकेश राहुल (Lokesh Rahul) जैसे बल्लेबाजों के होने से मध्यक्रम को ज्यादा मौके नहीं मिलते और नॉकआउट मैचों में अगर शीर्ष क्रम बिखर जाता है तो टीम परेशानी में आ जाती है.