भारतीय क्रिकेट टीम में इन दिनों प्रतिस्पर्धा चरम पर है, लगातार अच्छा प्रदर्शन करने के बावजूद खिलाड़ियों को राष्ट्रीय टीम से खेलने का मौका नहीं मिल पा रहा है। जिससे हताश होकर बहुत से खिलाड़ियों ने कम उम्र में से संन्यास लेकर लीग क्रिकेट में ध्यान केंद्रित करने का फैसला किया तो कुछ खिलाड़ियों ने दूसरे देश से खेलने का फैसला भी लिया। इस मामले में सभी को उन्मुक्त चंद का नाम याद आता है। इसी कड़ी में एक और भारतीय खिलाड़ी का नाम जुडने वाला है जो भविष्य में किसी और देश से खेलता हुआ नजर आ सकता है।
इस खिलाड़ी ने BCCI के खिलाफ खोला मोर्चा
दरअसल, टीम इंडिया के पूर्व खिलाड़ी मुरली विजय (Murli Vijay) की बात कर रहे हैं। एमएस धोनी की कप्तानी में इंटरनेशनल क्रिकेट में अपना पदार्पण करने वाले मुरली ने 4 साल से भारत के लिए कोइ भी मुकाबला नहीं खेला है। साल 2015 में इंग्लैंड दौरे पर वह भारत के सबसे बेहतरीन बल्लेबाज बनकर उभर कर आए थे।
गौरतलब है कि मुरली विजय (Murli Vijay) अब 38 साल के हो चुके हैं और अब उन्होंने अपने करियर को लेकर बड़ा बयान दे दिया है। जिसमें उन्होंने संकेत दिए हैं कि वह भविष्य में दूसरे देश से खेलने के मौके तलाशने वाले हैं। मुरली ने इस मामले पर स्पोर्ट्सस्टार से बातचीत करते हुए कहा,
"मेरा बीसीसीआई के साथ समय लगभग पूरा हो चुका है, मैं विदेश में मौकों की तलाश कर रहा हूं. मैं थोड़ा प्रतिस्पर्धी क्रिकेट खेलना चाहता हूं।"
"हमें बूढ़ा समझा जाता है" - Murli Vijay
मुरली विजय (Murli Vijay) ने अपने इस बयान के साथ ही बीसीसीआई पर निशाना भी साधा है। उनका कहना है कि भारत में 30 साल से अधिक खिलाड़ियों को लेकर संशय बना रहता है साथ ही वह उम्र के इस पड़ाव पर पहुंच चुके खिलाड़ियों को बूढ़ा समझते है। मुरली ने कहा,
भारत में 30 साल के बाद खेलना एक टैबू है। मुझे लगता है कि लोग हमें सड़क पर चलता हुआ 80 साल का बुजुर्ग समझने लगे हैं। मुझे लगता है कि आप 30 साल की उम्र में करियर की पीक पर होते हैं, अभी यहां बैठकर मुझे लगता है कि मैं बेस्ट बल्लेबाजी कर सकता हूं। लेकिन दुर्भाग्य से मौके कम थे और मुझे बाहर मौके तलाशने पड़ रहे हैं।"
ऐसा रहा है Murli Vijay का इंटरनेशनल करियर
बात की जाए मुरली विजय (Murli Vijay) के करियर की तो उन्होंने साल 2008 में इंटरनेशनल क्रिकेट में पदार्पण किया था। उन्होंने सबसे पहले आईपीएल से अपनी पहचान बनाई। विजय ने 61 टेस्ट मैचों में 38 की औसत के साथ 3892 रन बनाए हैं। वहीं 17 वनडे और 9 टी20 मुकाबलों में उन्होंने क्रमश: 339 और 169 रन दर्ज किए। साल 2018 में उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपना आखिरी इंटरनेशनल मुकाबला खेला था। अगर मुरली विजय विदेश में जाकर खेलने का फैसला करते हैं तो वह ऐसा करने वाले दूसरे भारतीय खिलाड़ी बन जाएंगे।