तीन कारण क्यों मुरली विजय की होनी चाहिए भारतीय टीम में वापसी
Published - 04 Sep 2019, 03:56 AM

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विश्व कप खत्म होने के बाद से अब सबकी नजर टेस्ट चैंपियनशिप पर है, जो एशेज के साथ आरंभ हो गई है. इस समय एक तरफ जहाँ भारत वेस्टइंडीज टूर पर है जहाँ उसने टी20, वनडे और टेस्ट सीरीज आपने नाम कर लिया है, इसी के साथ यह भारत ने पहली बार पूरी सीरीज पर अपना कब्ज़ा कर एक रिकॉर्ड बना दिया है. अब भारत का अगला मुकाबला 15 सितम्बर को दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ खेला जाएगा.
पिछले 3 साल से भारतीय टीम टेस्ट क्रिकेट में नंबर एक पायदान पर मौजूद है. इन सफलतायों के बीच कुछ समस्या भी टीम के सामने आई है. सलामी बल्लेबाज केएल राहुल का लगातार खराब प्रदर्शन करना अब दक्षिण अफ्रीका के खिलाफ सीरीज में भारतीय टीम को बड़ा फैसला लेते हुए केएल राहुल को बाहर करना पड़ेगा और मुरली विजय की टीम में वापसी करानी पड़ेगी.
अब हम आपको अपने इस आर्टिकल में बताते हैं वो 3 कारण जिसके चलते मुरली विजय को भारतीय टीम में उनको मिल सकती है जगह.
3. मुरली विजय का हालिया प्रदर्शन
बात अगर मुरली विजय के हालिया प्रदर्शन की हो तो इन्होने हाल ही में टीएनपीएल में खेल रखा है, इस लीग मुकाबले में उन्होंने 4 मैच खेले जिसमे उन्होंने शानदार तरीके से 119.67 के स्ट्राइक रेट से 359 रन बनाए हैं. इस बीच विजय ने एक बार शतक और दूसरी बार 99 रनों का स्कोर भी बना रखा है.
इनके अंदर जो सबसे ख़ास बात है वो यह है कि मुरली विजय को पता है कि कैसे धीमी पारी को एक बड़ी पारी में बदलना है, यही चीज टेस्ट क्रिकेट के लिए सबसे ज्यादा जरुरी है.
टीएनपीएल में मुरली विजय ने 4 बार 75 रनों का आकड़ा पार किया था. जोकि टी20 क्रिकेट में एक बड़ा स्कोर माना जाता है. फिलहाल उनके इसी शानदार फॉर्म के कारण उनको हाल ही में ए विदेशी लीग खेलने का मौका मिला है. इस समय काउंट्री क्रिकेट की टीम समरसेट ने उन्हें अपने साथ जोड़ने का फैसला किया है.
2. मुरली विजय का अनुभव भारतीय टीम को देगा मदद
प्रतिभा के साथ अगर अनुभव भी मिल जाये तब तो सोने पर सुहागा हो जाये. अनुभव इंसान के लिए बहुत जरुरी कड़ी है, यह आपको किसी भी परिस्तिथि से निकालने में सक्षम होती है.
ऐसा नहीं है कि मुरली विजय भारतीय टीम के साथ ज्यादा अनुभव नहीं है, बल्कि वो तो कई मैचों में बतौर सलामी बल्लेबाज भी उतर चुके हैं. इसी कारण से उनको विदेशी जमीन पर खेलने का ख़ासा अनुभव है.
अब तक मुरली विजय ने 61 टेस्ट मैच की 105 पारियां खेली हैं जिसमें उन्होंने 38.29 की औसत से 3982 रन बना रखे हैं, जिसमे 15 अर्द्धशतक और 12 शतक शामिल है. टेस्ट मैच में उनका सर्वश्रेष्ठ स्कोर 167 रनों का है.
अभी भारत को ऑस्ट्रेलिया में भी खेलना है, जहाँ उनका प्रदर्शन काबिले तारीफ रहा है. इनके टीम में रहने से मयंक अग्रवाल और पृथ्वी शॉ जैसे खिलाड़ियों को भी इनके अनुभव से काफी फायदा मिलेगा. इतनी सारी खूबियाँ होने के कारण चयनकर्ता इनको अनदेखा नहीं कर सकते हैं.
1. खराब फॉर्म से जुझ रहे केएल राहुल
अभी तो वैसे भारतीय टीम वेस्टइंडीज के खिलाफ सीरीज खेल रही है, लेकिन इसमें भी केएल राहुल को टीम में रखने के कारण कप्तान पर कई सवाल उठाए गए. इससे पहले इंग्लैंड सीरीज में भी केएल राहुल खराब फॉर्म से जूझते दिखे. इसके बाद वो ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ अपने बल्ले से निराश दिखाई दिए.
राहुल के खराब प्रदर्शन के बाद टीम को सलामी बल्लेबाज के रूप में बदलाव करना होगा. अब चयनकर्ता अपने पुराने सलामी बल्लेबाज मुरली विजय की तरफ जा सकते हैं. जो टीम को अच्छी शुरुआत दे सकते हैं.
वैसे भी वेस्टइंडीज के खिलाफ तो टीम ने रोहित शर्मा को खेलने का मौका नहीं दिया ऐसे में इस बात की कोई गारंटी नहीं है कि दक्षिण अफ्रीका मुकाबले में उनको बतौर सलामी बल्लेबाज मैदान पर उतारा जाये.