3 भारतीय दिग्गज खिलाड़ी जिन्हें महेंद्र सिंह धोनी के कारण जल्दी करना पड़ा संन्यास का फैसला
Published - 21 Jun 2020, 09:55 AM

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क्रिकेट के दुनिया में खेलने वाले हर दिग्गज खिलाड़ी की उम्मीद होती है की उन्हें क्रिकेट के मैदान से सम्मानजनक विदाई मिले. लेकिन भारत में खेले कई दिग्गज खिलाड़ियों को मैदान से विदाई लेने का मौका नहीं मिल पाया. जिसके कारण उन्होंने मैदान के बाहर ही संन्यास लिया.
भारतीय दिग्गज खिलाड़ियों की एक बहुत लंबी लिस्ट है. जहाँ पर उन्हें करियर के अंतिम दौर में वो सम्मान नहीं दिया गया. जिसके वो हकदार रहे थे. इस लिस्ट में ऐसे दिग्गजों का नाम शामिल है. जिन्हें मैदान से संन्यास लेने का मौका नहीं मिला जो खिलाड़ी चाहता हैं.
आज हम आपको उन 3 भारतीय दिग्गज खिलाड़ी के बारें में बताएँगे. जिन्हें महेंद्र सिंह धोनी के कारण जल्द ही अपना करियर खत्म करना पड़ा. इन खिलाड़ियों का कद बहुत बड़ा रहा है. लेकिन आज भी उन्हें इस बात का मलाल है की वो मैदान से अपने करियर को नहीं ख़त्म कर पायें.
1. राहुल द्रविड़
जब भी टेस्ट क्रिकेट के महान बल्लेबाजों की चर्चा होगी तो राहुल द्रविड़ का नाम उस लिस्ट में जरुर नजर आएगा. पूर्व भारतीय टीम के कप्तान राहुल द्रविड़ को भी मैदान से विदाई लेने का अवसर नहीं मिल पाया. जो खिलाड़ी के साथ ही साथ उनके फैन्स के लिए भी निराशाजनक रहा था.
राहुल द्रविड़ को हालाँकि एकदिवसीय क्रिकेट के संन्यास लेने के लिए एक सीरीज दी गयी थी. लेकिन टेस्ट क्रिकेट में उन्हें ऐसी विदाई लेने का अवसर नहीं मिला. 2011 के बाद जब उन्हें साइडलाइन किया जाने लगा तो अचानक ही राहुल द्रविड़ ने संन्यास का फैसला लेकर सबको चौका दिया था.
द्रविड़ के इस तरह से करियर के अंत पर मीडिया में कहा गया की उस समय भारतीय टीम के कप्तान रहे महेंद्र सिंह धोनी युवायों को ही मौका देना चाहते थे. जिसके कारण राहुल द्रविड़ को जल्द ही अपने करियर को ख़त्म करने का फैसला करने पड़ा. जिससे वो टीम से बाहर नहीं हो.
2. वीवीएस लक्ष्मण
टेस्ट फ़ॉर्मेट में एक और भारतीय टीम के दिग्गज बल्लेबाज वीवीएस लक्ष्मण का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. बहुत बड़े मध्यक्रम के बल्लेबाज रहे वीवीएस लक्ष्मण को भी मैदान से विदाई लेने का अवसर नहीं मिल पाया. जो खिलाड़ी के साथ ही साथ उनके फैन्स के लिए भी निराशाजनक रहा था.
वीवीएस लक्ष्मण को किसी भी फ़ॉर्मेट में विदाई का मौका नहीं मिला. सीमित ओवर फ़ॉर्मेट में वो पहले से बाहर थे. जबकि टेस्ट क्रिकेट में जब उनका बल्ला खामोश हुआ तो उन्हें टीम से बाहर करने की चर्चा शुरू हुई. जिसको देखकर ही उन्होंने अचानक संन्यास का फैसला ले लिया था.
अन्य दिग्गजों की तरह वीवीएस लक्ष्मण को भी टीम से बाहर करने का विचार महेंद्र सिंह धोनी का ही था. वो टीम में युवा जोश लाना चाहते थे. लक्ष्मण के संन्यास के बाद कई दिनों तक धोनी और उनके बीच मतभेद की ख़बरें मीडिया में थी. हालाँकि दोनों ने इसको कभी नहीं माना.
3. वीरेन्द्र सहवाग
आक्रामक सलामी बल्लेबाज के रूप में अपनी पहचान बनाने वाले वीरेन्द्र सहवाग का नाम भी इस लिस्ट में नजर आ रहा है. तीनो फ़ॉर्मेट में सफलता की कहानी लिख चुके वीरेन्द्र सहवाग का नाम इस लिस्ट में होना शर्मनाक है. इस दिग्गज को भी मैदान से सम्मानजनक विदाई नहीं मिल पायी.
वीरेन्द्र सहवाग 2013 के शुरुआत तक टीम का हिस्सा रहें. लेकिन फिर उन्हें टीम से बाहर कर दिया गया. जिसके बाद वो कभी भी वापसी करने में सफल नहीं हुए. उन्होंने जिसके बाद 2 साल का इंतजार किया और फिर 2015 में अपने जन्मदिन के अवसर पर उन्होंने संन्यास लेने का फैसला कर लिया.
सलामी बल्लेबाजी में बड़ा बदलाव लाने वाले वीरेन्द्र सहवाग की वापसी नहीं होना बड़ा झटका था. जो इस खिलाड़ी और फैन्स को लगा था. हालाँकि उस समय भी महेंद्र सिंह धोनी ने युवायो को मौका देने का फैसला किया था. जिसके बाद उन्हें टीम से बाहर किया गया.